क्या सच में पाकिस्तानी जासूस हैं हरियाणा के तौफीक-वसीम:ISI एजेंट दानिश से कनेक्शन, परिवार बोला- अम्मी के साथ पाकिस्तान गया था, आरोप

अरे, यह तो बहुत ही अजीब बात है... दो ऐसे लोग, जो अपने फैसले से हमारे देश को खराब कर रहे हैं, उन्हें भारत छोड़ने का आदेश देना? यह अच्छा नहीं लगता, लगता है कि वे अपनी गलतियों को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।

मुझे लगता है, सरकार को इन लोगों पर एक ब्रीफिंग देनी चाहिए, उन्हें बताना चाहिए कि उनके फैसले से हमारे देश को क्या नुकसान हुआ है। और फिर, अगर वे अभी भी अपनी गलतियों को नहीं मानते, तो उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

मुझे लगता है कि यह एक अच्छा मौका है, सरकार को अपने नीतियों को सुधारने के लिए इस पर ध्यान देना चाहिए।
 
दोनों अधिकारी क्या गलत किया? ये तो उनकी करियर की समस्या है, न कि हमारे। उनके पास अपने जीवन का भविष्य तैयार करने का समय भी नहीं था। लेकिन मैं समझता हूं कि हर काम में एक दूसरे की गलती भी होती है। अगर ये दोनों अधिकारी अच्छे कर्मचारी हैं, तो सरकार को उन्हें फिर से बुलाना चाहिए।
 
वाह, यह तो बड़ा अजीब है… दो अधिकारी जो हाई कमीशन में काम कर रहे थे, उन्हें सीधे भारत छोड़ने का आदेश दिया गया! परेशान कर देता है, ना? क्या उनके पास कुछ गलत चला गया या ऐसा नहीं हुआ?

मैं समझता हूँ कि काम से जुड़े अधिकारी भी कभी-कभी परेशान हो सकते हैं, लेकिन इतना कि उन्हें देश छोड़ने का आदेश दिया जाए? यह तो हाई कमीशन की स्थिति को जरूर प्रभावित करेगा। क्या उनके सहयोगी और कर्मचारी ऐसा महसूस करेंगे?

मुझे लगता है कि इस मामले की जांच करनी चाहिए, क्योंकि यह संभव नहीं है कि इतनी बड़ी समस्या के लिए एक छोटे से कारण हो।
 
🤔 यह तो बहुत अजीब है कि दो उच्च पद पर बैठे अफसरों को अपना देश छोड़ने की अनुमति मिल गई। क्या उनके पास स्थानीय जीवन को समझने की क्षमता नहीं थी? ये दोनों लोग हमारे देश के ही नागरिक हैं, और फिर भी वे अपने देश की परवाह किए बिना चले गए। इसका मतलब यह नहीं है कि हमें खुश रखने की जरूरत नहीं। 🤷‍♂️
 
मुझे लगता है कि यह तो निश्चित रूप से एक बड़ा मुद्दा है। ये दो अधिकारी अपने पद पर हैं और फिर भी उन्हें छोड़ने का आदेश दिया गया। यह तो किसी बड़े अपराध के सबूत ढूंढने के लिए नहीं है, बल्कि सिविल सेवा में काम करने वालों को भी ऐसा कहाँ मिलता है? उनकी नौकरी तो यहां तक कि जेल में भी चली गई, लेकिन फिर भी उन्हें छोड़ने का आदेश दिया गया। यह तो एक बड़ा खुलासा है कि सरकार में कुछ नहीं है, बस पेड़ों पर टेप लगाकर बोलते रहते हैं। 🤔
 
अरे यह तो बहुत ही अजीब बात है... दो अधिकारी भारत छोड़ देने के लिए कहे गए? क्या उन्हें ये मौका नहीं मिला था पहले से? ये पूरा जंग खेलना तो एक अलग मामला है, लेकिन जानबूझकर भारत छोड़ने की बात है तो बिल्कुल सही नहीं।

मुझे लगता है कि यह कुछ गोपनीय मामले से जुड़ा हुआ होगा, और फोरेंसिक विज्ञान पर उनकी राय बहुत ही महत्वपूर्ण है। अगर ऐसा है तो उन्हें याद रखना चाहिए कि हमारे देश में भी यहीं से कुछ बड़े-बड़े नामों का जन्म हुआ है।

कोई जानता है क्या इन दोनों अधिकारियों को फिर वापस लाया जाएगा? या फिर उनके लिए यह एक अंतिम समाधान है?
 
અરે વાત શું છે? હૈકॉमीशनના ત્યાં કરવામાં આવેલા દોસ્તોને ભારત છોડવાની હોય છે? એટલું કે જેઓ દેશના માટે કરતા આવડ્યા હતા, પછી એટલું સરળ થઈ ગયું. મેં જણાવ્યું છું કે, તેઓ શી મદદ કરી શકે?
 
मैं देख रहा हूँ कि ऐसा क्या हुआ, तो यह सच है कि हाई कमीशन में काम करने वाले दो अधिकारी भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। मुझे लगता है कि यह बहुत ही शर्मिंदा है, लेकिन फिर भी ऐसा हुआ तो समझना होगा।

मैं सोचता हूँ कि शायद वे अपने परिवारों या आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे थे, तो ऐसा निकला। लेकिन यह एक बड़ा सबक है कि हमें भारत में अच्छी नौकरी और अच्छा भविष्य बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

मैं उम्मीद करता हूँ कि वे जल्द ही अपने घर लौट आएंगे और फिर से हमारे देश में अपना योगदान देंगे।
 
अरे, यह तो बहुत ही अजीब बात है! दो ऐसे देश के अधिकारी जो हमारे हाई कमीशन में काम कर रहे थे और फिर भारत छोड़ने का आदेश मिल गया। इसका मतलब यह नहीं है कि वे लोग अच्छे नहीं थे, ना toh? कुछ ऐसी बात हो गई जिस पर वे सोचने लगे।

मैं समझता हूँ कि सब कुछ अच्छाई से बुराई में बदल सकता है, लेकिन यह तो बहुत ही दिलचस्प है। मुझे लगता है कि जिस चीज़ ने उन्हें भारत छोड़ने पर मजबूर किया, वह एक अच्छी चीज़ नहीं हो सकती।

मैं ऐसी बातों की तलाश करने की कोशिश करता हूँ जो हमें सोचने पर मजबूर करें, और यह तो एक अच्छा उदाहरण है।
 
मुझे लगता है कि ये बात सच नहीं हो सकती... लेकिन फिर क्यों नहीं? 🤔 दो अधिकारी भारत से चले गए, तो कौन जानता है कि वे मुश्किल समय में थे और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए निकल पड़े थे। शायद उन्होंने अपने काम से थोड़ा छुट्टी करने का फैसला किया, जैसा कि हम सभी कभी-कभी करते हैं। लेकिन फिर भी, यह अच्छा नहीं लगता... ब्रेन ड्रैन क्यों? 🤷‍♂️ और फिर भी, मैं सोचने की कोशिश कर रहा हूँ कि क्या सचमुच वे चले गए थे।
 
अरे ये तो बहुत ही गंभीर मामला है 🙅‍♂️। ऐसे लोग जो हमारे देश की सेवा करते हैं और अपने पद पर अच्छा काम करते हैं, उन्हें भारत छोड़ने का आदेश देना तो बहुत ही न्याय नहीं है 🤦‍♂️। मुझे लगता है कि ऐसा करने वाले लोगों को अपने काम से खुद का अहसास नहीं होता कि वे कितने बड़े फैसले लेते हैं और हमारी देशभक्ति को कैसे आगे बढ़ाते हैं। मुझे लगता है कि इन्हें थोड़ी सी शांति से बैठकर विचार करना चाहिए, शायद उनकी सोच ठीक से नहीं थी।
 
मुझे ये बात बहुत उदासी हुई 🤕। हाई कमीशन में काम करने वाले दो अधिकारियों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था, जो कि बहुत शर्मनाक है 😱। ये दोनों अधिकारी हमारे हाई कमीशन में बहुत समय और संघर्ष कर रहे थे। वे हमारे हाई कमीशन के लिए बहुत प्रयास करते रहते थे, लेकिन अब वे जानबूझकर भारत छोड़ देना पड़ रहे हैं। यह हमारे हाई कमीशन की गरिमा को क्षतिग्रस्त कर रहा है। 🤦‍♂️ मुझे लगता है कि सरकार को इन दोनों अधिकारियों को वापस लाने पर विचार करना चाहिए। यह हमारे देश की सेवा करने वालों की गरिमा को समझने की जरूरत है। 🙏 #HaiKomissionMeinKaamKarnaBahutJhootha #InsaanKhataRehtaNahi
 
बिल्कुल समझ ही आया कि सरकार ने इस तरह की कठिन परिस्थितियाँ बनाकर देख रही है। दो अधिकारियों को भारत छोड़ने का आदेश, यह तो हमें सोचने पर मजबूर कर रहा है कि उन्होंने कहीं ऐसा क्या गलत किया था। और फिर सरकार ने उन्हें माफ नहीं किया, वाह! यह एक बहुत बड़ा सवाल उठाता है कि हमारी सरकार कैसे अपने अधिकारियों को भारत छोड़ने पर मजबूर करती है। और फिर देश के लिए क्या योगदान कर सकते थे। तो मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा मुद्दा है जिस पर हमें ध्यान देना चाहिए। 🤔
 
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