बिहार चुनाव के आसपास एक और गंभीर घटना घटी। गैंगस्टर रंजन पथक की हत्या हो गई है, जिसकी बेहद भयंकर गिरफ्तारी की धारा 302 से इंस्पायर्ड थी।
रंजन पथक की हत्या दिल्ली और बिहार पुलिस के जाइंट मिशन के तहत हुई। इसके पीछे रोजनामचे का एक और उदाहरण सामने आया है। ये गैंगस्टर लोग हर बड़े अपराध के बाद प्रेस नोट भेजते थे, जिसकी इंस्टाग्राम पर आईडी मर्डर की धारा 302 से इंस्पायर्ड थी।
रंजन पथक को 'सिग्मा एंड कंपनी' गैंग का मुखिया माना जाता है, और इसके इस मुखिया पर आरोप लगाया गया है कि उसका भाई सरकारी कर्मचारी था। रंजन पथक की हत्या के पीछे एक बड़ा उद्देश्य सामने आया है।
चुनाव के समय जो साजिश रचने वाले थे, उन्हें अब पता चल गया है कि उनकी योजनाएं सफल नहीं होंगी।
रंजन पथक की हत्या दिल्ली और बिहार पुलिस के जाइंट मिशन के तहत हुई। इसके पीछे रोजनामचे का एक और उदाहरण सामने आया है। ये गैंगस्टर लोग हर बड़े अपराध के बाद प्रेस नोट भेजते थे, जिसकी इंस्टाग्राम पर आईडी मर्डर की धारा 302 से इंस्पायर्ड थी।
रंजन पथक को 'सिग्मा एंड कंपनी' गैंग का मुखिया माना जाता है, और इसके इस मुखिया पर आरोप लगाया गया है कि उसका भाई सरकारी कर्मचारी था। रंजन पथक की हत्या के पीछे एक बड़ा उद्देश्य सामने आया है।
चुनाव के समय जो साजिश रचने वाले थे, उन्हें अब पता चल गया है कि उनकी योजनाएं सफल नहीं होंगी।