Bihar Politics: बिहार में लालटेन का दौर गया अब…राजद पर निशाना साधते हुए बोले रवि किशन

बिहार में राजद पर निशाना साधते हुए रवि किशन ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, "इस योजना के तहत महिलाओं को 10,000 रुपए मिल रहे हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बनेंगी और अपना रोजगार शुरू करेंगी।"

रवि किशन ने यह भी कहा, "पलायन रुकेगा और हर युवा के हाथ में नौकरी होगी।"
 
अगर सरकार ऐसा ही दिखती तो बिहार का भविष्य और अच्छा हो गया होगा। लेकिन यह सिर्फ राजनीति की जादू नहीं है, 10,000 रुपए में महिलाओं के जीवन को कैसे बदलने में मदद की जाएगी। ज्यादा तो सरकार को ऐसे नियम बनाने चाहिए कि उनकी आय सीधे उसके बच्चों के पास जाए, तभी वाकई आत्मनिर्भरता हो सकती है।
 
સૌ કહે છે કે પલાયન રુકી જશે, તો મને ખૂબ મજા આવે 🤣. લોકો આશા ધરાવે છે અને યુવાનોની ભવિષ્યમાં તેઓને શક્તિની લાંબવટ હોય છે. પરંતુ, 10,000 રૂપએ આથમ જ કરી દેશભરના લોકોને વ્યવસાયિક ખુબત હાંસિલ કરવામાં આવી છે. એના પરિણામનો જાણવું, તો સાચ કહ્યું નથી...
 
मुझे लगता है कि योजना अच्छी है, लेकिन 10,000 रुपए महिलाओं को देने से क्या सुनिश्चित होता है? क्या वे सभी आत्मनिर्भर बन जाएंगी? और पलायन रुकने का मतलब क्या है? कि हर युवा को नौकरी मिल जाएगी? यह बिल्कुल सही नहीं हो सकता। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए कि योजना कैसे लागू होगी, और इसके परिणाम क्या होंगे।
 
सोचता हूँ, 10,000 रुपये में आत्मनिर्भर हो जाना तो सारी बात सही लगती है, लेकिन पलायन रुकेगा? यही सवाल है कि सरकार ने इतनी बड़ी बात कही है और फिर क्या करना है? महिलाओं को रोजगार देने से पहले उनके मास्टर्स से भी बेहतर नहीं बनाने का तरीका तय करें।
 
भारत में अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है लेकिन महिलाओं को भी अपना बाजार होना चाहिए 🤑। 10,000 रुपए एक अच्छा शुरुआत है, लेकिन यह पूरा सवाल नहीं उठाता। क्या योजना के तहत उन्हें कोई फिरकी मिलेगी? कोई स्थायी नौकरी की गारंटी?

राजद पर हमला करने से पहले कुछ सवाल पूछने चाहिए। क्या सरकार वास्तव में महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता देना चाहती है या बस एक प्रचार अभियान चला रही है? और हर युवा के हाथ में नौकरी? यह तो जादू की बात है, वास्तविकता कितनी आसान है?
 
मुझे लग रहा है कि रवि किशन ने फिर से अपनी बोलत को गलत समझाया है 🤔। पहले उन्होंने राजद पर निशाना साधा और अब वह मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की तारीफ कर रहे हैं? यह बहुत अजीब है। अगर वे सचमुच महिलाओं को 10,000 रुपए देने की बात करते हैं, तो क्या इससे पलायन रुकेगा? नहीं, नहीं। पलायन हमेशा से एक जटिल मुद्दा रहेगा और इसके लिए बहुत जटिल समाधान ढूंढने की जरूरत है 💡

मुझे लगता है कि रवि किशन ने अपने विचारों पर सोचने की जरूरत है। शायद उन्हें यह समझने की जरूरत है कि राजद और मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना दो अलग-अलग चीजें हैं जिनके अपने-अपने उद्देश्य हैं 🤷‍♂️
 
राजद पर निशाना साधते हुए रवि किशन की बातें सुनकर मुझे लगता है कि उनकी राजनीतिक विरोधी पक्ष भी योजनाओं को लेकर कुछ नया नहीं देते, बस उन्हें अपने बैनर में भर देते हैं और दूसरों को खींचते रहते हैं।

महिला रोजगार योजना सुनकर अच्छी लगी, लेकिन 10,000 रुपए कितना कम नहीं है? हमारे देश में कई महिलाएं गरीब और बेरोजगार हैं, वे भी इस तरह से पैसा कमाने का मौका नहीं मिलता। और पलायन रुकेगा तो कैसे? युवा लोग किसी भी चीज़ के लिए तैयार रहते हैं जिससे वे अपना भविष्य बना सकें।

लेकिन अगर रवि किशन ने बातचीत की तो अच्छी, फिर मुझे लगता है कि हमें स्थिति को समझना चाहिए।
 
मुझे लगता है की योजना का उद्देश्य बिल्कुल सही हो सकता है, लेकिन 10,000 रुपये कितना थोड़ा कम है? ऐसे में महिलाएं अपने परिवार के लिए कैसे जिंदगी बनाएंगी।
 
राजद पर निशाना साधते समय, रवि किशन महिला रोजगार योजना को भी देख रहे हैं। लेकिन योजना है तो ठीक है, 10,000 रुपये में 10 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने से कहीं ज्यादा नहीं है। और पलायन रुकने की बात? पहले अपनी सरकार को ठीक कर लो, फिर दूसरों पर निशाना साधो।
 
अरे, यह तो बिल्कुल सही है! मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का विचार बिहार में बहुत ही अच्छा है। 10,000 रुपए की मुआवजत महिलाओं के लिए एक बड़ा संकेतक होगा। अगर युवा और अनुभवी महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकती हैं, तो पलायन कम होगा और बिहार की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
 
मुझे लगता है कि योजना का विचार अच्छा है, लेकिन अगर हम सोचते हैं तो पलायन रुकना क्यों नहीं? हमारा देश इतना बड़ा है और युवाओं की जनसंख्या इतनी ज्यादा है कि एक बार में हर किसी को नौकरी मिल जाए तो यह संभव नहीं है। और 10,000 रुपये कितना है? ये बात जरूर अच्छी है, लेकिन अगर हम यह तय कर देंगे कि हर किसी को नौकरी मिलेगी तो क्या इससे युवाओं के शिक्षा और प्रशिक्षण पर ध्यान दिया जाएगा?
 
राजद पर तारीफ करने वाले लोगों से पूछो क्या 10,000 रुपये में एक खेती या किसी अन्य काम से महिला आत्मनिर्भर हो जाएगी, या फिर उन्हें और भी ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे?

और पलायन रुकने की बात तो सुनकर अच्छी लगी लेकिन मुझे लगता है कि सरकारों ने पहले से ही युवाओं को बहुत ज्यादा नौकरियां देने का वादा कर रखा है, लेकिन हमें अभी तक तीन सालों से कोई बदलाव नहीं देखा।
 
आज भी लोगों को ऐसी बातें सुनने को मिल रही हैं जैसे वो खुद कुछ नहीं समझते। राजद पर निशाना साधते हुए रवि किशन ने तो बस एक काम था किया, लेकिन फिर उसने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की भी बात की। अगर 10,000 रुपए महिलाओं को देने से वो आत्मनिर्भर होंगी, तो यह तो बहुत आसान है। लेकिन पलायन रुकेगा और हर युवा के हाथ में नौकरी होगी, यह तो एक बड़ा सवाल है। क्या हमारे देश में अभी तक कोई ऐसा समय नहीं आया था जब युवाओं को नौकरी मिल जाए। फिर क्यों अब से हमें उम्मीद करनी होगी।
 
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