डंकी रूट: 50 लाख खर्चा... बेहतर जिंदगी का सपना, अमेरिका की जेलों में प्रताड़ना झेल मायूस होकर लौटे; पूरी कहानी

अमेरिका की जेलों में प्रताड़ित होकर वापस भारत लौटे 50 हरियाणवी युवक। इन्हीं पर अमेरिका ने अवैध रूप से रहने के आरोप में भारत निर्वासित किया है। करीब 50 हरियाणवी डिपोर्ट हुए हैं, जिनमें बड़े संख्या में युवक थे। इनमें सबसे अधिक करनाल और कैथल के युवक शामिल हैं।
 
अगर भारतीय सरकार द्वारा अमेरिकी नागरिकों को वापस बुलाने की ताकत नहीं है तो हमें सोचना चाहिए कि क्या हम अपने नागरिकों को दुनिया भर में रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं? शायद जिन युवकों को अमेरिकी जेलों में रखकर वापस भारत लाया गया वह वास्तव में अपने परिवार और देश के प्रति सहमत थे। हमें स्वीकारना चाहिए कि हमारे देश में कुछ बदलाव की जरूरत है जिससे हम अपने नागरिकों को अपने सपनों को सच करने के लिए प्रोत्साहित कर सकें। 🤝
 
ये बहुत दुखद बात है, जेलों में कुछ लोग प्रताड़ित हो कर वापस भारत आते हैं ,जिन्हें अमेरिका ने अवैध रूप से रहने का आरोप लगाया ,क्या ये सही तरीका था ? उन 50 हरियाणवी डिपोर्ट लोगों में से जो करीब 10-15 वाले अमेरिका से बहुत पीड़ित हैं उनकी दुकानें बंद हो गई ,उनके परिवार भी खुशहाल नहीं हैं।
 
ये बहुत दुखद बात है ,अमेरिका में ज़िंदगी को बनाए रखने के लिए भारत वापस आ गए तो फिर से भारत ने उन्हें अपने देश से बाहर कर दिया ? यह तो बहुत बुरा है , ये हमारे देश की छवि को कैसे अच्छी रखेंगे , इन युवकों को फिर से जेल में डालने की वजह क्या थी ? उन्होंने अमेरिका में कुछ गलत किया होगा नहीं ?
 
अमेरिका से वापस भारत लौटे 50 हरियाणवी युवकों को यह बात पसीना आ गई, कि उन्हें जेलों में प्रताड़ित करके उनकी पत्नियों और परिवारों ने बिना खाने-पीने छोड़ दिया। यह तो बहुत ही भयानक है।

मेरे अनुसार, युवाओं को हमेशा अपने भविष्य के लिए सोच कर चलना चाहिए। जेलों में बिताए गए समय से पहले उन्हें अपने परिवारों की देखभाल करनी चाहिए और अपने भविष्य के लिए रचनात्मक कदम उठाने चाहिए।

उम्मीद है, जल्द ही युवाओं को उनके अधिकार मिलने चाहिए और उन्हें न्याय प्राप्त होना चाहिए। #न्यायएजेलवालों, #युवाओंकोअधिकार #भारतमेंन्याय
 
अमेरिका वासियों को फिर से पेश आने की तारीफ करना कठिन लगता है, यह बहुत रोचक है कि 50 हरियाणवी युवक इतने ज्यादा उत्कृष्टता दर्शाते हैं कि वे अमेरिकी जेलों में प्रताड़ित होकर भी अपने गौरव को बनाए रखते हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि उनकी जिंदगी का एक और खास रंग है, जब वे अमेरिका में रहते हैं तो? 🤔
 
अमेरिका जैसे देश में रहने वालों पर भारत में पुनर्वास करने की बात करते समय, हमें उनकी स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए। 50 हरियाणवी युवकों की कहानी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे जीवन की स्थितियाँ बदलते हैं और लोगों को अपने देश वापस आना पड़ता है।
 
इन 50 करोड़ की ताकत से आ गए हरियाणवी वीरों को मुझे निशाना नहीं बनना चाहिए, पंजाब और अन्य राज्यों की तरह अमेरिकी जेलों में फंसने की बात नहीं है। यह जानने से मुझे दर्द होता है कि युवाओं को वहां इतनी ठीक से जिंदगी देखने की अवसर नहीं मिल पाया। इन लोगों की भारत वापस आणे पर मेरा सवाल यह है कि क्या उनके बच्चों का भविष्य और विद्यालय के सपने अमीरिका में बने रहते? ये एक व्यक्तिगत सवाल नहीं है, लेकिन जीवन की गहराई में हमें यह समझना चाहिए कि जिंदगी न केवल फिर से पहुंचकर मिलना होता है।
 
अमेरिका में फंसे युवकों की कहानी सुनकर खेद महसूस होता है, लेकिन उन्हें वापस भारत लेकर रखना एक बड़ा सवाल है। इन युवकों ने अमेरिका में अपने जीवन को बनाए रखने के लिए बहुत कुछ सacrifice कर लिया, और फिर भी वे अपने देश की ओर लौटकर आ रहे हैं। मुझे लगता है कि हमें इन युवकों की स्थिति को समझने की जरूरत है। उनके लिए अमेरिका एक नए जीवन की शुरुआत का अवसर था, लेकिन फिर भी वे अपने देश में वापस आने का निर्णय लिया। शायद हमें उन्हें यह पता करना चाहिए कि उनके पास भारत में भविष्य कैसे दिख रहा है। 🤔
 
भारत की गरिमा को लेकर, अमेरिका ने फिर से जेलों में बंद कर दिये हैं 50 हरियाणवी युवक 🤕। यह वास्तव में भारतीयों की स्थिति को देखने पर अच्छी नहीं लगती।

मुझे लगता है कि हमें अपने विदेशी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए। युवक जेल में बंद होने से उन्हें अपने भविष्य के बारे में नहीं सोचने देना चाहिए।

मुझे लगता है कि हमें अमेरिका और भारत के बीच एक मध्यस्थता की आवश्यकता है। हमें यह समझना चाहिए कि हमारी सरकार कैसे अपने विदेशी ग्राहकों को सुरक्षित और आकर्षक बना सकती है, ताकि वे अपने भविष्य के बारे में सहज महसूस कर सकें।

हमें अपने देश की गरिमा को भी महत्व देना चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे पास एक अच्छी शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा की व्यवस्था हो।
 
अमेरिका से वापस भारत लाने की प्रक्रिया इतनी दयनीय है। क्या हमारे देश में जेलों में खेद नहीं है? ये 50 हरियाणवी युवक अमेरिका से गद्दारी कर रहे थे... नहीं, ठीक है, वे वहाँ पढ़ाई कर रहे थे या काम कर रहे थे। लेकिन फिर भी, जेलों में रखकर उन्हें अपने देश में वापस लाने की कोशिश की गई। यह तो हमारे नागरिक अधिकारों की बात है। क्या हमने इन युवकों को यहाँ स्वागत नहीं किया था? फिर भी, उन्हें वापस लाने की कोशिश की।
 
🤣🚔 50 हरियाणवी युवक अमेरिका से वापस भारत आये, लेकिन फिर उन्हें अपना पैसा छोड़कर पीछे छोड़ देना पड़ा! 🤑 क्या कोई बात है? वहां तो खाने की जगह भारत में ही हैं! 🍴
 
अमेरिका ने अवैध रूप से रहने की बात करते हैं, लेकिन इतना तो पता चला कि 50 हरियाणवी युवकों को अमेरिका से वापस भारत में लाया गया। अगर हम उनकी कहानी को देखें, तो यह एक बड़ा सवाल उठाता है कि क्या वास्तव में उन्होंने अवैध रूप से रहने की बात हुई? 🤔 क्या अमेरिका ने उनके खिलाफ आरोप लगाए बिना पहले भी उनके खिलाफ कोई मामला चलाया था? याद रखना जरूरी है कि जो लोग देश से वापस आ रहे हैं, उनके पास बहुत सारी गलतियाँ होने की संभावना होती है, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आरोप लगने से पहले न्याय की दुनिया में बहुत लंबा रास्ता तय करना पड़ता है।
 
अमेरिका से वापस भारत आये 50 हरियाणवी युवक, लेकिन फिर अमेरिकी ने उन्हें अवैध रूप से रहने के आरोप में जेल में रख दिया। 🤔

अमेरिका में रहने वाले भारतीय लोगों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन उनकी वापसी की गणना नहीं होती। सरकार को उनकी जानकारी देनी चाहिए, ताकि हम उनकी मदद कर सकें।

अमेरिका में अवैध रूप से रहने के आरोप में भारतीयों पर कार्रवाई करनी चाहिए। यहां तक कि अगर उन्हें गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है, तो भी उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकाल दिया जाना चाहिए।

भारत में 50 हरियाणवी डिपोर्ट हुए हैं, और इनमें बहुत से युवक शामिल हैं। करीब 80% कैथल के युवक भारत आये हैं और अवैध रूप से रहने का आरोप में जेल में रख दिए गए हैं।
 
Back
Top