अमेरिका से वापस भारत लौटे 50 हरियाणवी युवकों को यह बात पसीना आ गई, कि उन्हें जेलों में प्रताड़ित करके उनकी पत्नियों और परिवारों ने बिना खाने-पीने छोड़ दिया। यह तो बहुत ही भयानक है।
मेरे अनुसार, युवाओं को हमेशा अपने भविष्य के लिए सोच कर चलना चाहिए। जेलों में बिताए गए समय से पहले उन्हें अपने परिवारों की देखभाल करनी चाहिए और अपने भविष्य के लिए रचनात्मक कदम उठाने चाहिए।
उम्मीद है, जल्द ही युवाओं को उनके अधिकार मिलने चाहिए और उन्हें न्याय प्राप्त होना चाहिए। #न्यायएजेलवालों, #युवाओंकोअधिकार #भारतमेंन्याय