मुझे यह खबर बहुत गंभीरता से लेनी चाहिए, लेकिन क्या हमने इससे सीखने का मौका नहीं छोड़ा है? 18 दिनों तक संस्मरण में पड़ने वाले पुलिस जांच के बाद भी हापुड़ पुलिस ने फिर से रिपोर्ट दाखिल की है, और अब भी हत्या की आशंकाएं बनी हुई हैं। यह तो साफ है कि पुलिस के काम में अभी भी बहुत कमजोरियाँ हैं, लेकिन हमें उम्मीद रखनी चाहिए।