दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा पर दिनदहाड़े एसिड फेंका गया, जिसके बाद छात्रों में रोष बढ़ गया है और कई संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
रविवार को अशोक विहार इलाके में लक्ष्मीबाई कॉलेज के पास इस वारदात की सुबह एक बाइक सवार ने छात्रा पर एसिड फेंक दिया, जिससे उसके चेहरे पर घाव आये, लेकिन उसकी हालत स्थिर है।
इस हमले में आरोपी था जितेंद्र, जो मुकुंदपुर इलाके में रहता था। पुलिस के अनुसार, दोनों के बीच करीब एक महीने पहले कोई झगड़ा हुआ था, जिसके बाद जितेंद्र ने छात्रा पर परेशानी करना शुरू कर दिया।
आज छात्राओं में यह हमला सिर्फ एक अपराध नहीं बल्कि 'प्रशासनिक असंवेदनशीलता और सरकारी विफलता' का प्रतीक है।
राजधानी में महिलाओं पर इस तरह के हमलों को देखते हुए लोगों की नाराजगी साफ झलक रही है, क्योंकि बार-बार ऐसे मामलों के बाद भी सुरक्षा के हालात नहीं बदल रहे.
इस घटना के बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और 'दिल्ली की बेटियां कितनी सुरक्षित हैं?' जैसे सवाल फिर से गूंजने लगे।
रविवार को अशोक विहार इलाके में लक्ष्मीबाई कॉलेज के पास इस वारदात की सुबह एक बाइक सवार ने छात्रा पर एसिड फेंक दिया, जिससे उसके चेहरे पर घाव आये, लेकिन उसकी हालत स्थिर है।
इस हमले में आरोपी था जितेंद्र, जो मुकुंदपुर इलाके में रहता था। पुलिस के अनुसार, दोनों के बीच करीब एक महीने पहले कोई झगड़ा हुआ था, जिसके बाद जितेंद्र ने छात्रा पर परेशानी करना शुरू कर दिया।
आज छात्राओं में यह हमला सिर्फ एक अपराध नहीं बल्कि 'प्रशासनिक असंवेदनशीलता और सरकारी विफलता' का प्रतीक है।
राजधानी में महिलाओं पर इस तरह के हमलों को देखते हुए लोगों की नाराजगी साफ झलक रही है, क्योंकि बार-बार ऐसे मामलों के बाद भी सुरक्षा के हालात नहीं बदल रहे.
इस घटना के बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और 'दिल्ली की बेटियां कितनी सुरक्षित हैं?' जैसे सवाल फिर से गूंजने लगे।