तेज प्रताप ने तेजस्वी की पत्नी राजश्री से कर डाली ये डिमांड, क्या मिलेगा उनको जवाब?

तेज प्रताप ने अपने परिवार के पारंपरिक रिवाजों को आगे बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा है कि उनकी बहन तेजस्वी की पत्नी, जो हमारी बहू हैं, छठ पर्व मनाना चाहिए। यह प्रथा हमारे परिवार में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और राजश्री को भी इसे अपना लेना चाहिए।

तेज प्रताप ने बताया, "हमारे घर की प्रथा जैसे जैसे हम दिवाली मनाते हैं या जो भी हमारे रिवाज है, उसे आगे बढ़ाना चाहिए।" उन्होंने कहा है कि हमें अपने परंपराओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, ताकि भविष्य में भी हमारे परिवार की समृद्धि और संस्कृति जीवित रहे।
 
तेज प्रताप जी की बात बिल्कुल सही है! छठ पर्व मनाना एक बहुत ही पवित्र और महत्वपूर्ण प्रथा है, जो हमारे परिवार में एक गर्व की बात है। राजश्री जी भी इस प्रति को अपनाना चाहिए ताकि उनका परिवार भी समृद्धि और संस्कृति के साथ आगे बढ़े। और जैसे जैसे हम दिवाली मनाते हैं वैसे वैसे हमारे घर की प्रथाओं को भी आगे बढ़ाना चाहिए। तेज प्रताप जी ने बिल्कुल सही कहा कि हमें अपनी परंपराओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, इससे हमारा परिवार और समाज संस्कृति और समृद्धि के साथ जीवित रहेगा। 🙏👍
 
तेज प्रताप जी की बात सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई 🤩। लेकिन मैं उनकी बहन तेजस्वी की पत्नी को छठ पर्व मनाने के लिए कहकर नहीं देख सकता। हमारे घर की प्रथा है कि हम साल भर अपने रिवाजों को मनाते हैं और छठ में भी हमारे घर में बहुत धूम मचती है। तो यह बात समझ में नहीं आई।
 
🤔 तेज प्रताप ने ये बात कही है कि वह अपने परिवार की पारंपरिक रिवाजों को आगे बढ़ाना चाहते है। मैं समझ जाता हूँ कि हमारे घर की पारंपरिक रिवाज बहुत महत्वपूर्ण हैं और हमें उन्हें आगे बढ़ाना चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि छठ पर्व मनाना भी एक अच्छा विचार है। मेरी बहन ने तो ये बात कही थी कि छठ पर्व मनाना जरूरी है और राजश्री को भी इसे अपना लेना चाहिए। 🤗
 
मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा विचार है 🤔। जब तक जीवन में पारंपरिक रिवाजों को आगे बढ़ाएं, तभी हम अपनी संस्कृति और परिवार की समृद्धि को बनाए रख सकते हैं। यह तेज प्रताप ने सचमुच एक अच्छा तरीका दिखाया है। मैं भी अपने घर में ऐसा ही करना चाहता हूँ।
 
राजश्री ने भी इसे अपना लेना चाहिए, नहीं तो परिवार में ही छठ पर्व मनाते रहेंगे, फिर क्यों हुए परिवर्तन?
 
अरे, यह बहुत अच्छी बात है... तेज प्रताप ने अपने परिवार के पास एक महत्वपूर्ण बात कही है 🤝। हमें अपने परंपराओं को आगे बढ़ाना चाहिए, जैसे हम दिवाली मनाते हैं या फिर कोई भी रिवाज। और तेज प्रताप की बात सुनकर मुझे लगता है कि हमें अपने परिवार को भी एक समृद्ध विरासत देनी चाहिए। अरे, यह छठ पर्व मनाना बहुत अच्छा होगा, और राजश्री को भी इसे अपना लेना चाहिए।
 
🤔 यह तो वाकई अच्छा है कि तेज प्रताप ने अपने परिवार के रिवाजों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया। लेकिन मुझे लगता है कि कुछ लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते कि संस्कृति और परंपराएं हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करती हैं। 🤝

जैसे कि छठ पर्व, यह तो एक बहुत ही पुरानी और महत्वपूर्ण प्रथा है, लेकिन क्या हमारे आज के समय में इसे वास्तव में आवश्यक माना जाता है? 🤔 कुछ लोग कहेंगे कि यह परंपरा हमें अपने परिवार और समाज से जोड़ती है, जबकि अन्य लोग कहेंगे कि यह प्रथा आज के समय में वास्तव में उपयुक्त नहीं है। 🤝

मुझे लगता है कि हमें अपने परंपराओं और रिवाजों को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन उन्हें हमेशा एक आधुनिक दृष्टिकोण से देखना चाहिए। 🤓 इससे हम अपनी समृद्धि और संस्कृति को आगे बढ़ा सकते हैं और अपने परिवार और समाज को मजबूत बना सकते हैं। 💪
 
😂 तेज प्रताप जी ने अपने परिवार के रिवाजों पर ऐसा बातचीत किया है! लगता है वो चाहते हैं कि हम सभी छठ पर्व मनाने लगें जैसे उनकी बहन तेजस्वी की भाई/भेनति ने कहा। मुझे लगता है अगर सब चाँद खेल लेते हैं तो दुनिया बेहतर होगी, और छठ पर्व वाली रस्में तो हमारे पास पहले से ज्यादा होती थीं! 🤣
 
अरे, ये छठ पर्व मनाने की बात तो अच्छी है, लेकिन फिर भी इतना ध्यान देने की जरूरत है कि इसी कुछ साल पहले हमने ही इसी बात कही थी। तो फिर पीछे क्यों जाएं? और राजश्री ने पत्नी को यह बताया कि अब उनकी बहू छठ पर्व मनाना चाहिए, लेकिन पहले नहीं था, तो फिर यह कैसे आगे बढ़ाना है? और दिवाली जैसे पारंपरिक रिवाज में भी इतना बदलाव आ गया है, तो इसका मतलब तो ये है कि हमने अपनी परंपराओं को खो दिया है।
 
बेटियों को शादीशुदा होने के बाद दूध पीना चाहिए। यह तो परंपरा है हमारे घर में लंगोट पहनने की तुलना में बेहतर है।
 
बिल्कुल सही कहा रोहन जी, ये छठ पर्व मनाना बहुत जरूरी है ना। तेज प्रताप जी ने बिल्कुल सही कहा कि हमारे घर की प्रथाएं जैसे जैसे हम दिवाली मनाते हैं वो भी आगे बढ़ानी चाहिए। राजश्री को भी इस परंपरा में शामिल होना चाहिए ताकि हमारा परिवार समृद्धि और संस्कृति से भर जाए।
 
तेज प्रताप जी की बात सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई! यह छठ पर्व मनाना एक बहुत ही अच्छा विचार है। हमारे परिवार में भी इस पर्व को मनाने का रिवाज है, लेकिन कभी-कभी ऐसे मौकों पर इस परंपरा को नजदीक से देखने को नहीं मिलता। अगर तेजस्वी जी और उनकी बाहू हमारे घर आएं, तो मैं उन्हें बिल्कुल मनाने का अवसर दूंगी।
 
तेज प्रताप जी का यह बात बहुत ही अच्छी लगी। छठ पर्व मनाना एक महत्वपूर्ण परंपरा है, और राजश्री ने इसे अपना लेना चाहिए तो फिर भी हमारा परिवार एकजुट है 🐈💕। मुझे लगता है कि हमें अपनी परंपराओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हमारी परंपराएं हमारे जीवन में सहायक हैं या नहीं।
 
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