'नशे में गाड़ी चलाने वाले आतंकवादी की तरह', कुर्नूल बस हादसे को लेकर भड़के हैदराबाद पुलिस कमिश्

हैदराबाद में नशे में बस में आग लगने की घटना से जुड़े व्यक्ति कुर्नूल में बस हादसे के समान ही आतंकवादी की तरह दिख रहे हैं, यह कहने पर तेलंगाना पुलिस आयुक्त ने स्पष्टीकरण दिया है कि उन्होंने घटना की जांच में पता लगाया है कि उस समय वाहन चलाते व्यक्ति को गैरजिम्मेदारी थी।

आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में रविवार (26 अक्टूबर, 2025) को एक घटना घटी जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई। इस दौरान वाहन चलाते व्यक्ति नशे में थे।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि कुर्नूल में हुए बस हादसे की घटना भी नशे में वाहन चलाने वाले आतंकवादी की तरह दिख रही है। उन्होंने कहा, ‘यह कोई सड़क दुर्घटना नहीं थी, बल्कि लापरवाही का एक आपराधिक कृत्य था, जिसने कुछ ही सेकंड में कई परिवारों को खत्म कर दिया।’

इस घटना के बाद तेलंगाना पुलिस ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘बाइक सवार की पहचान बी शिव शंकर के रूप में हुई है और वह शराब के नशे में था।'

इस घटना से जुड़े व्यक्ति ने अपनी मोटरसाइकिल पर ईंधन भरते समय नियंत्रण खो दिया और टक्कर हो गई।
 
मुझे लगता है कि यह घटनाएं बहुत गंभीर हैं और हमें सोच विचार करना चाहिए कि क्या ऐसी बातें कभी हुईं होंगी। मैंने भी अपने दोस्त के चाचा को एक बार नशे में बस में सवारी करने दी, वह बहुत मजाक में था, लेकिन जब मुझे पता चला तो मैं बहुत परेशान हुआ। यह घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर कर रही हैं कि हम अपने समाज में ऐसी बातों को रोकने के लिए क्या कर सकते हैं।

मुझे लगता है कि सरकार और पुलिस दोनों को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। हमें अपने समाज में जागरूकता फैलानी चाहिए ताकि लोग नशे में कुछ नहीं करें।
 
शायद ये देश कितना बदल गया है 🤔, एक बार तो बसों में सिगरेट जलाना एक आम बात थी , लेकिन अब नशे में नियंत्रण खोना और इंसान जीवन खत्म कर देना एक आतंकवादी की तरह ही लगता है 🚨। शायद हमारी सड़कों पर युवाओं को अपने भविष्य की दिशा में ले जाने के बजाय, उन्हें नशे की गुलामी में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं ।
 
😊 bas yeh toh ek bade bhayankar hai, neshan mein bas ki baat karni padti hai, lakin kya karna hota, is tarah ki ghatnaon se humari duniya kitni hatke ho rahi hai... 🚫 sabko apne aas-paas dekhna chahiye aur nishankh jeevan jee sakena chahiye. yeh ek shiksha hai, jise hum sabko yaad rakhana chahiye... 🙏
 
ये तो बहुत बड़ा आपदा है यही कुर्नूल बस हादसे से ज्यादा खतरनाक था, वहां में एक व्यक्ति ने बिना खेत्रिया के दूसरे वाहन को टक्कर दी, इससे पहले कि किसी को पता चले उसे नियंत्रण से दूर कर दिया।
 
नशे की लापरवाही तो बस हादसों की जैसी बात नहीं है 🚫 यह घटनाएं नशे में ड्राइविंग की समस्या से जुड़ी हैं और हमें इन पर पूरी तरह से विचार करना चाहिए। तेलंगाना पुलिस आयुक्त की बात समझदार है, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि नशीली दवाओं के इस तरह की समस्या पर राज्य सरकार और सामाजिक संगठनों को जागरूक करने की जरूरत है।
 
नशीली दवाओं की समस्या को लेकर बात करना कभी अच्छा नहीं होता। यह घटना केवल एक उदाहरण है, जिसमें नशे में वाहन चलाने वाला व्यक्ति बस में आग लगाकर कई लोगों की जान गई। इस तरह की घटनाएं तब होती हैं जब लोग अपने शरीर को और अपने भविष्य को खतरे में डालते हैं।

तेलंगाना पुलिस आयुक्त ने कहा कि घटना एक आतंकवादी हमले की तरह दिख रही थी, लेकिन वास्तव में यह सिर्फ लापरवाही और नशीली दवाओं की समस्या का परिणाम है। यह हमें सोचने पर मजबूर करता है कि हम अपने समाज को नशीली दवाओं से मुक्त करने के लिए कैसे काम कर सकते हैं।

हमें ऐसे व्यक्तियों की मदद करनी चाहिए जो नशे में वाहन चलाने से बचना चाहते हैं, और उन्हें संसाधन प्रदान करने चाहिए जिससे वे अपने जीवन को बदल सकें।
 
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