School Holiday: 28 अक्टूबर को Chhath Puja पर छुट्टी का ऐलान, जानें कहां- कहां बंद रहेंगे स्कूल

उत्तर भारत में छठ पूजा के अवसर पर स्कूल बंद, विशेष रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश में। यह सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासनों ने घोषणा की है कि सभी स्कूल 28 अक्टूबर को छुट्टी पर रहेंगे।

बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों, झारखंड समेत कई राज्यों में इस दिन स्कूल बंद होंगे। गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने घोषणा की है कि दो बड़े शहर, नोएडा और गाजियाबाद में सभी स्कूल मंगलवार, 28 अक्टूबर को बंद रहेंगे।

जिन स्कूलों पर छुट्टी के आदेश हैं, उनके अभिभावकों को आधिकारिक नोटिस और सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से इस बात की जानकारी दी गई है। विशेष रूप से, सोमवार, 27 अक्टूबर को पहले ही छठ पूजा के लिए दिल्ली-एनसीआर में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया था।
 
मुझे लगता है कि छठ पूजा के मौके पर स्कूल बंद करने से बच्चों को अपने परिवार और समुदाय के साथ समय बिताने का मौका मिलता है। इसके अलावा, यह छुट्टी के दिन बच्चे खेलते-खेलते घर वापस आते हैं तो उनके लिए यह एक अच्छा अवसर होगा।
 
यह तो बहुत अच्छा है कि छठ पूजा के इस महत्वपूर्ण दिन पर बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं किया जाएगा, लेकिन मुझे लगता है कि यह एक अच्छी बात नहीं है कि सभी स्कूलों को बंद करना पड़ेगा। क्या इस दिन पर बच्चे अपने अध्यापकों से कुछ नया सीख सकते थे, या फिर कोई विशेष पाठ्यक्रम तैयार किया जा सका था जिससे बच्चों को इस दिन पर और भी अच्छी शिक्षा मिले।
 
मुझे लगता है कि यह बात अच्छी होगी अगर सभी स्कूलों में छठ पूजा के अवसर पर भाई-बहनों को एक-दूसरे के साथ समय बिताने का मौका मिले। लेकिन मुझे लगता है कि 28 अक्टूबर को सबके बच्चे घर पर ही पढ़ाई करेंगे, तो उनकी पढ़ाई अच्छी नहीं होगी। मैं समझता हूँ कि जिला प्रशासनों ने यह घोषणा की है ताकि लोग शुभ अवसर का लाभ उठाएं।
 
कोई भी ऐसा फैसला तो अच्छा है 🤔, लेकिन लगता है कि बहुत से बच्चे इस छठ पूजा में भाग नहीं ले सकेंगे। जैसे मैंने देखा, वे सभी स्कूल बंद करने से पहले सोशल मीडिया पर फेस्टिवल की जानकारी देते हैं तो बहुत से पिता-माता को लग सकता है कि बच्चों को शायद खेलने या खाने का मौका नहीं मिलेगा।
 
बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में छठ पूजा के अवसर पर स्कूल बंद करने की नीति से लोगों में बहुत खुशी हो रही है 🤩, लेकिन इसके पीछे कौन से मकसद और राजनीतिक धोखाधड़ी का प्रयास हो सकता है? यह सवाल हमें लगता है कि क्या सरकार स्कूलों की शैक्षिक गतिविधियों पर फोकस करने के बजाय, लोगों के मनोरंजन और राजनीतिक मकसद पूरा करने के लिए इस तरह की नीति अपनाती है?
 
अरे, ये तो सचमुच बहुत अच्छी बात है कि छठ पूजा के अवसर पर बच्चों को आराम मिले। लेकिन, मुझे लगता है कि यह एक बार में नहीं होना चाहिए। अगर हमारे देश में ऐसे कई त्योहार हैं जिनके लिए स्कूल बंद होते हैं, तो फिर बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देना कैसे होगा? 🤔

और, यह सोच भी नहीं गया था कि इससे बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता पर भार पड़ेगा। मुझे लगता है कि अगर हमें इस बात को ध्यान से देखना होता, तो शायद हम कुछ और अच्छा विचार कर पाते।
 
चौथी तिथि पर स्कूल बंद, यह वास्तव में एक बड़ा सवाल उठाता है कि हमारे बच्चों को क्या शिक्षा मिल रही है? क्या हमारे पास ऐसी सरकार है जो अपने बच्चों के भविष्य पर विचार करती है, या बस हमें अपनी राजनीति करने देती है?
 
अरे भाई, यह छठ पूजा का एक अच्छा मौका है! लेकिन क्या स्कूल बंद करना सही है? छोटों को विद्यालय में पढ़ाई में लगाना जरूरी है, फिर भी छुट्टी देने से उन्हें त्योहार की पूरी खुशियां मिलेगी। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में जिन जिलों में स्कूल बंद हुए हैं, वहाँ बच्चों को नियमित पढ़ाई का मौका नहीं मिलेगा। हमें अपने छोटों की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए और त्योहारों के अवसर पर उन्हें खुशियां मनाने का एक अच्छा तरीका ढूंढना चाहिए, न कि स्कूल बंद करके।
 
मैंने सोचा था कि छठ पूजा के अवसर पर स्कूल बंद होना अच्छा होगा, लेकिन फिर सोचने लगा कि यह कहीं भी बच्चों की शिक्षा को अवरुद्ध नहीं कर रहा है। क्या हमें अपने बच्चों को अध्ययन करने के लिए ऐसे दिन देने चाहिए जब वे स्कूल में बैठकर सीखते हैं? 😐

लेकिन फिर, मैंने सोचा कि यह एक अच्छा अवसर है अपनी परिवार के साथ समय बिताने और उनके साथ जुड़ने। छठ पूजा का त्योहार होने के नाते, मुझे लगता है कि यह एक अच्छा मौका है अपने देश की संस्कृति और परंपराओं को समझने के लिए। 🤔

कोई जानता है, शायद वास्तव में बच्चों को बैठाकर पढ़ाई करने की जरूरत नहीं है? शायद उन्हें सिर्फ खेलने और खुश रहने देना चाहिए? 😂
 
मुझे लगता है कि यह अच्छा फैसला है, लेकिन स्कूलों को और अधिक तैयारी करनी चाहिए। छठ पूजा के अवसर पर स्कूल बंद करने से बच्चों को धार्मिक अनुभव मिलेगा, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि वे अपने शिक्षा के काम में नाचने नहीं दें। स्कूलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी बच्चे और अध्यापकों को इस अवसर पर तैयार रहने के लिए समय मिले।
 
यह छठ पूजा का मौका हमेशा बहुत उत्साह और जोश से आता है... लेकिन क्या यह हमें वास्तविकता से जुड़ने का मौका देता है? जब हम अपने बच्चों को भी ऐसे छुट्टियों में शामिल करते हैं, तो उन्हें कोई समझौता नहीं करना पड़ता। लेकिन शिक्षा इतनी महत्वपूर्ण है... क्या हमें अपने बच्चों को भविष्य के बारे में सोचने देने की जरूरत है?
 
मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है कि छठ पूजा के अवसर पर बच्चों को शिक्षा में कम रुचि देने से बचने के लिए स्कूल बंद कर दिया गया है। लेकिन क्या यह सही तरीके से नहीं किया जा रहा है? पहले तो सरकार ने छठ पूजा को एक अवसर बनाते हुए, फिर बच्चों को बंद कर देते हैं। और इसके लिए अभिभावकों को आधिकारिक नोटिस मिलने तक नहीं पता चलता। यह भी सवाल उठता है कि जिन स्कूलों पर छुट्टी का आदेश है, उनके स्कूलों में शिक्षकों और अभिभावकों को भी कैसे अपने-अपने काम पूरे करने में मदद मिलेगी।
 
अरे बेटा, यह छठ पूजा का फेरि हो रहा है... 🎉🕉️ स्कूल बंद, सब कुछ ठीक है... 😊 परन्तु गर्मियों में तो ऐसी बातें करना मुश्किल हो जाते हैं... ☀️🤔 छठ पूजा का महत्व हमारी संस्कृति में बहुत है... ❤️ लेकिन फिर भी बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए... 📚😊
 
🤔 मुझे लगता है कि यह अच्छा निर्णय है, खासकर छठ पूजा के समय स्कूलों में शांति और ध्यान का महत्व नहीं हो सकता। 🙏 जिला प्रशासन की इस बातचीत से भारतीय समाज में जागरूकता बढ़ेगी, खासकर छठ पूजा के दौरान। 👍
 
मैंने भी इस बात पर ध्यान दिया है कि कैसे छठ पूजा के अवसर पर स्कूल बंद होंगे। मेरा विचार है कि यह अच्छी बात है, लेकिन हमें यह सोचना चाहिए कि इससे बच्चों की शिक्षा कैसे प्रभावित होगी। मैंने देखा है कि कई जिलाओं में स्कूल बंद होने से पहले ही छठ पूजा के लिए नोटिस और पोस्ट्स सोशल मीडिया पर लगे हुए हैं। यह अच्छा है, लेकिन हमें यह भी सोचना चाहिए कि इससे बच्चों को स्कूल जाने की प्रेरणा नहीं मिलेगी।
 
😐 छठ पूजा जैसी दिनों में स्कूल बंद होना तो ठीक है, लेकिन क्या इतने बड़े शहरों में भी खेल कक्षाएं और अन्य गतिविधियाँ निर्बंधित कर दी गई हैं? यह तो छात्रों के लिए अच्छा नहीं लग रहा... 🤔
 
मैं समझता हूँ कि कुछ लोग चिंतित होंगे, लेकिन छठ पूजा एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह त्योहार हमें अपने अतीत को याद दिलाता है और हमें अपने भविष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। स्कूल बंद करना जरूरी नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि लोग इस त्योहार को सम्मानित करें। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह त्योहार शांतिपूर्वक और खुशियों से भर जाएगा।
 
मैंने बीते दिनों की याद आ गई, जब छठ पूजा के अवसर पर स्कूल खुलते नहीं थे। यह अच्छा है कि अब भी ऐसा करने का निर्णय लिया गया है। मुझे लगता है कि बच्चों को इस दिन शिक्षा की बजाय परिवार और समुदाय से जुड़ने का मौका मिलना चाहिए। मेरी बेटी की शिक्षा के लिए मैं हमेशा प्रयास करता हूं, लेकिन अगर यह छठ पूजा के अवसर पर हो तो बिल्कुल।
 
मुझे लगता है कि ये अच्छी बात है। बच्चों को छठ पूजा का जश्न मनाने का मौका मिलेगा, लेकिन स्कूल बंद होने से वो अपनी पढ़ाई खो देंगे। मुझे लगता है कि स्कूलों को 1 या 2 दिन पहले भी छुट्टी देनी चाहिए ताकि बच्चों को पर्याप्त समय मिल सके अपनी पढ़ाई और जश्न का आनंद ले।
 
Back
Top