क्या हुआ चक्रवात 'मोंथा' भारतीय उपमहाद्वीप में एक महाकाय विशाल तूफान बन जाएगा। भारी बारिश से गुजरात, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में समुद्र के तटों पर एक बड़ा तबाही पैदा हो सकता है।
भारतीय मौसम विज्ञान संगठन (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात 'मोंथा' भारतीय उपमहाद्वीप में एक शानदार तूफान बन जाएगा, जिसकी गति 90-100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
यह तूफान पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी भारत में सबसे अधिक आघात का कारण बन सकता है। इस तूफान से भारी बारिश वाले क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा हो सकती है, जिसमें गुंटूर, बापटला, एनटीआर, पालनाडु और पश्चिम गोदावरी ज़िले शामिल हैं।
इस तूफान के चलते, कृष्णा ज़िले में 4-6 अक्टूबर को अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे इस ज़िले के कई इलाकों में नालियां पूरे हो सकती हैं।
इस तूफान के कारण समुद्र के तटों पर बड़ी तबाही हो सकती है। इसीलिए, सभी मछुआरों को समुद्र से वापस बुलाया गया है और उनके घरों को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तूफान से प्रभावित इलाकों के लोगों को दुख व्यक्त करते हुए उन्हें तैयार रहने का आग्रह किया।
भारतीय मौसम विज्ञान संगठन (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात 'मोंथा' भारतीय उपमहाद्वीप में एक शानदार तूफान बन जाएगा, जिसकी गति 90-100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
यह तूफान पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी भारत में सबसे अधिक आघात का कारण बन सकता है। इस तूफान से भारी बारिश वाले क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा हो सकती है, जिसमें गुंटूर, बापटला, एनटीआर, पालनाडु और पश्चिम गोदावरी ज़िले शामिल हैं।
इस तूफान के चलते, कृष्णा ज़िले में 4-6 अक्टूबर को अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे इस ज़िले के कई इलाकों में नालियां पूरे हो सकती हैं।
इस तूफान के कारण समुद्र के तटों पर बड़ी तबाही हो सकती है। इसीलिए, सभी मछुआरों को समुद्र से वापस बुलाया गया है और उनके घरों को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तूफान से प्रभावित इलाकों के लोगों को दुख व्यक्त करते हुए उन्हें तैयार रहने का आग्रह किया।