बिहार में जातिवाद और राजनीति का दुर्भाग्य से बहुत गहरा संबंध है 🤕। अगर हम पीछे नज़र डालें, तो यह एक ऐतिहासिक माहौल से जुड़ी हुई है, जहां समृद्ध विरासत और पारंपरिक मूल्यों की परवाह किए बिना जातीय पहचान को बनाए रखने की चुनौती लेता है। 🏔️
जैसे हम राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने 'कुरukanश' में...