1400 हत्याएं, अपहरण-टॉर्चर, क्या शेख हसीना को होगी सजा-ए-मौत: छात्र बोले- हमें इंसाफ चाहिए, बदला नहीं; बांग्लादेश तख्तापलट के बाद फैसले का इंतजार

बेगुनाही व्यक्तियों से भयंकर निराशा होती है जब बिना पेशेवर और न्यायिक प्रक्रियाओं के आरोप लगाए जाते हैं 🤕। शेख हसीना जैसे नेता देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ते थे, आज उनके खिलाफ ऐसे आरोप लगाए गए जो उनके पूरे जीवन को बदलते हैं। मुझे उम्मीद है कि न्यायिक प्रक्रिया भले ही धीमी चले भी, बल्कि न्याय के साथ पहुँचे। शेख हसीना जैसे नेताओं को उनके योगदानों को नहीं भूलना चाहिए और हमें उनकी याद में एक नई दिशा ढूंढनी चाहिए।
 
🤔 "ज़िंदगी में हर फैसले से हमें सीखने का एक अवसर मिलता है।"

मुझे लगता है कि बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ फैसला सुनाने की यह खबर बहुत दिलचस्प है। तो हमारी राजनीतिक व्यवस्था में सज़ा और प्रतिशोध का महत्व कब तक जारी रहेगा? याद रखना चाहिए कि न्याय का सुनिश्चित होने के लिए हमें अदालतों को भी सहयोग करना पड़ता है।
 
बात कर रही हैं बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के मामले में... 🤔 मुझे लगता है कि इस मामले में न्याय सुनना जरूरी है, लेकिन फिर भी मुझे लगता है कि यह सब कुछ बहुत जल्दी से हुआ, और जांच पूरी नहीं हुई है। 😐 मैं उम्मीद करती हूं कि न्यायालय ने अच्छी तरह से सुना होगा और निष्पक्ष निर्णय लिया होगा। 👀
 
मैंने बात में ली थी कि क्या हमारे देश में ऐसे मामले बड़े-बड़े मीडिया पर लगे रहते हैं। लेकिन आज फिर सुनकर मुझे आश्चर्य हुआ। शेख हसीना जैसे नामों को हमने पहले कभी नहीं देखा था। तो यह देखने के लिए बात चीत करने की जरूरत है - कि उनके खिलाफ आरोप वास्तव में सच्चे हैं या नहीं। पूर्व प्रधानमंत्री बनने के साथ-साथ उन्होंने बहुत कुछ देखा होगा। अगर हत्या और अपराध की सजा मांगी जाती है, तो यह एक बड़ा मुद्दा है। हमें अपने नेताओं के खिलाफ सच्चाई सुनकर सोचते रहना चाहिए।
 
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