इंडिया के वास्तु शास्त्र में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि घर में लगने वाले आईने की दिशा बहुत ही महत्वपूर्ण है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर में इस्तेमाल होने वाला आईना न केवल चेहरा दर्शाता है, बल्कि आपके भाग्य को भी दर्शाता है।
ग्रह गोचर में, बृहस्पति जिस उत्तर-पूर्व दिशा में रहता है, वहां का वास होता है। इसलिए, घर में लगने वाले आईने को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इससे गुरु की सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में आईना रखने से बचना चाहिए, अन्यथा आपको भ्रम, अंहकार और विकास में रुकावट की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, घर के आईने को साफ रखने के साथ चमकदार रखें, उसपर धूल जमना गुरु की कृपा को रोकने का काम करता है।
गुरुवार के दिन, यदि आप अपने घर में आईने के पास तुलसी या फूल रखते हैं तो गुरु ग्रह की पवित्रता बनी रहती है। इसके अलावा, सुनहरे फ्रेम वाले आईने का इस्तेमाल करने से गुरु को प्रसन्न करने में मदद मिलती है।
आखिरकार, जब हमारा आईना साफ और चमकदार रहता है तो गुरु की दिव्यता से आपका ज्ञान गहराता है, धन का प्रवाह होने के साथ गुरु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आपका आईना केवल कांच ही नहीं, बल्कि ब्रह्मांडीय प्रतिबिंब भी है जो आपके जीवन में सकारात्मकता लाता है।
ग्रह गोचर में, बृहस्पति जिस उत्तर-पूर्व दिशा में रहता है, वहां का वास होता है। इसलिए, घर में लगने वाले आईने को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इससे गुरु की सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में आईना रखने से बचना चाहिए, अन्यथा आपको भ्रम, अंहकार और विकास में रुकावट की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, घर के आईने को साफ रखने के साथ चमकदार रखें, उसपर धूल जमना गुरु की कृपा को रोकने का काम करता है।
गुरुवार के दिन, यदि आप अपने घर में आईने के पास तुलसी या फूल रखते हैं तो गुरु ग्रह की पवित्रता बनी रहती है। इसके अलावा, सुनहरे फ्रेम वाले आईने का इस्तेमाल करने से गुरु को प्रसन्न करने में मदद मिलती है।
आखिरकार, जब हमारा आईना साफ और चमकदार रहता है तो गुरु की दिव्यता से आपका ज्ञान गहराता है, धन का प्रवाह होने के साथ गुरु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आपका आईना केवल कांच ही नहीं, बल्कि ब्रह्मांडीय प्रतिबिंब भी है जो आपके जीवन में सकारात्मकता लाता है।