अल-फलाह यूनिवर्सिटी से डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन का आर्थिक जाल देखकर चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं।
ये दोनों लोग फरीदाबाद में अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर नियुक्त थे। इस यूनिवर्सिटी का एक हिस्सा धौज गांव और फतेहपुर तगा गांव में फैला हुआ था। यहां पर कई लोगों को आर्थिक मदद करके डॉ. मुजम्मिल ने अपने साथी आतंकवादियों के साथ जुड़ाया है।
इस यूनिवर्सिटी पर 200 लोगों के संपर्क में रखे गए थे, जिनमें से 60 लोग अब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी और पुलिस की हिरासत में हैं।
इस हिरासत में लिए गए लोगों में एक गरीब कश्मीरी छात्र का पिता, एक सामान्य डॉक्टर, और एक एमबीबीएस छात्र भी शामिल हैं।
इन लोगों ने बताया है कि डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन ने उनकी मदद करके उन्हें पैसे दिए थे, बदले में वे उनके फोन नंबर और संपर्क जानकारी देते थे।
इन दोनों लोगों ने अपने आर्थिक जाल को इतना मजबूत किया है कि उन्होंने कई पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों को भी धोखा दिया था।
लेकिन अब पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी का फैसला किया है और उनके घर से कई पैसे और विशेषज्ञ जानकारी जब्त की गई है।
ये दोनों लोग फरीदाबाद में अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर नियुक्त थे। इस यूनिवर्सिटी का एक हिस्सा धौज गांव और फतेहपुर तगा गांव में फैला हुआ था। यहां पर कई लोगों को आर्थिक मदद करके डॉ. मुजम्मिल ने अपने साथी आतंकवादियों के साथ जुड़ाया है।
इस यूनिवर्सिटी पर 200 लोगों के संपर्क में रखे गए थे, जिनमें से 60 लोग अब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी और पुलिस की हिरासत में हैं।
इस हिरासत में लिए गए लोगों में एक गरीब कश्मीरी छात्र का पिता, एक सामान्य डॉक्टर, और एक एमबीबीएस छात्र भी शामिल हैं।
इन लोगों ने बताया है कि डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन ने उनकी मदद करके उन्हें पैसे दिए थे, बदले में वे उनके फोन नंबर और संपर्क जानकारी देते थे।
इन दोनों लोगों ने अपने आर्थिक जाल को इतना मजबूत किया है कि उन्होंने कई पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों को भी धोखा दिया था।
लेकिन अब पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी का फैसला किया है और उनके घर से कई पैसे और विशेषज्ञ जानकारी जब्त की गई है।