बिहार में शुक्रवार को होने वाली मतगणना में कई तैयारियां पूरी हुई हैं। मतदाताओं ने ऐतिहासिक 67.13 प्रतिशत वोट डालने से यह चुनाव देश में एक नए अध्याय को खोल रहा है।
मतगणना शुरू करने से पहले सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। राज्य के 38 जिलों में स्थित 46 केंद्रों पर लगभग 4,372 मतगणना टेबल लगाए गए हैं। इन टेबलों पर एक सुपरवाइजर, एक गणना सहायक और एक सूक्ष्म पर्यवेक्षक तैनात रहेगा। इसके अलावा, उम्मीदवारों द्वारा नियुक्त 18,000 से अधिक गणना एजेंट भी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे।
बिहार में मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग ने कई तैयारियां पूरी हुई हैं। चुनाव की गिनती शुक्रवार सुबह आठ बजे शुरू होगी। इसमें सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना शुरू होगी, जबकि ईवीएम की गिनती सुबह 8.30 बजे आरंभ की जाएगी।
इस चुनाव में बिहार की राजनीति में कई नए और पुराने नाम दिखाई दिए हैं। इससे पहले चुनाव की निगरानी करने के लिए राज्य में 106 कंपनियों की ड्यूटी लगाई गई है। इन कंपनियों से बिहार पुलिस और सीएपीएफ का सहयोग भी लिया जाएगा।
मतगणना केंद्रों पर दो-स्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। अंदरूनी सुरक्षा घेरा सीएपीएफ के हवाले है, जबकि बाहरी परिधि की सुरक्षा राज्य पुलिस के जिम्मे है। इसके अलावा, 24×7 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी और अन्य सुरक्षा उपाय भी लागू किए गए हैं।
इस चुनाव में बिहार की जनता अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाली है। हमें उम्मीद है कि यह चुनाव शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न होगा।
मतगणना शुरू करने से पहले सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। राज्य के 38 जिलों में स्थित 46 केंद्रों पर लगभग 4,372 मतगणना टेबल लगाए गए हैं। इन टेबलों पर एक सुपरवाइजर, एक गणना सहायक और एक सूक्ष्म पर्यवेक्षक तैनात रहेगा। इसके अलावा, उम्मीदवारों द्वारा नियुक्त 18,000 से अधिक गणना एजेंट भी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे।
बिहार में मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग ने कई तैयारियां पूरी हुई हैं। चुनाव की गिनती शुक्रवार सुबह आठ बजे शुरू होगी। इसमें सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना शुरू होगी, जबकि ईवीएम की गिनती सुबह 8.30 बजे आरंभ की जाएगी।
इस चुनाव में बिहार की राजनीति में कई नए और पुराने नाम दिखाई दिए हैं। इससे पहले चुनाव की निगरानी करने के लिए राज्य में 106 कंपनियों की ड्यूटी लगाई गई है। इन कंपनियों से बिहार पुलिस और सीएपीएफ का सहयोग भी लिया जाएगा।
मतगणना केंद्रों पर दो-स्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। अंदरूनी सुरक्षा घेरा सीएपीएफ के हवाले है, जबकि बाहरी परिधि की सुरक्षा राज्य पुलिस के जिम्मे है। इसके अलावा, 24×7 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी और अन्य सुरक्षा उपाय भी लागू किए गए हैं।
इस चुनाव में बिहार की जनता अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाली है। हमें उम्मीद है कि यह चुनाव शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न होगा।