बिहार सरकार की भूल, युवाओं का भविष्य! बिहार को सस्ता डेटा नहीं, अपना बेटा वापस चाहिए। प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया है कि युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रहे हैं।
भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (RJD) की सरकार केवल प्रचार में व्यस्त है, जबकि राज्य के युवाओं को बेहतर अवसरों की तलाश में बाहर पलायन करना पड़ रहा है। जनसुराज पार्टी के संस्थापक ने कहा कि हमारी लड़ाई बिहार को एक विकसित और सक्षम राज्य बनाने की है, जहां युवाओं को अपने ही प्रदेश में सम्मानजनक रोजगार मिल सके।
प्रशांत ने कहा, 'बिहार को सस्ता डेटा नहीं, अपना बेटा वापस चाहिए।' उनका इशारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सम्राट चौधरी की तरफ था। उन्होंने आरोप लगाया है कि पहले बिहार में बूथ लूटने की घटनाएं होती थीं, लेकिन अब अमित शाह उम्मीदवार लूट रहे हैं।
प्रशांत ने कहा, 'अपने हक के साथ खड़े होकर अपने बच्चों के लिए वोट दीजिए।' उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं से भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। उनका इशारा अमित शाह की तरफ था, जो बिहार के उपमुख्यमंत्री बने हुए हैं।
इससे पहले, प्रशांत ने कहा था कि भाजपा ने जनसुराज पार्टी के तीन से चार संभावित प्रत्याशियों को अपने पक्ष में मिलाने की कोशिश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार शशि शेखर सिन्हा ने भाजपा के दबाव में चुनाव मैदान से नाम वापस ले लिया है।
प्रशांत किशोर की यह बातें सुनकर लगता है कि बिहार सरकार को अपने युवाओं के भविष्य पर ध्यान देने की जरूरत है। हमें अपने प्रदेश में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की जरूरत है, ताकि युवा अपने ही प्रदेश में सम्मानजनक रोजगार कर सकें।
भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (RJD) की सरकार केवल प्रचार में व्यस्त है, जबकि राज्य के युवाओं को बेहतर अवसरों की तलाश में बाहर पलायन करना पड़ रहा है। जनसुराज पार्टी के संस्थापक ने कहा कि हमारी लड़ाई बिहार को एक विकसित और सक्षम राज्य बनाने की है, जहां युवाओं को अपने ही प्रदेश में सम्मानजनक रोजगार मिल सके।
प्रशांत ने कहा, 'बिहार को सस्ता डेटा नहीं, अपना बेटा वापस चाहिए।' उनका इशारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सम्राट चौधरी की तरफ था। उन्होंने आरोप लगाया है कि पहले बिहार में बूथ लूटने की घटनाएं होती थीं, लेकिन अब अमित शाह उम्मीदवार लूट रहे हैं।
प्रशांत ने कहा, 'अपने हक के साथ खड़े होकर अपने बच्चों के लिए वोट दीजिए।' उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं से भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। उनका इशारा अमित शाह की तरफ था, जो बिहार के उपमुख्यमंत्री बने हुए हैं।
इससे पहले, प्रशांत ने कहा था कि भाजपा ने जनसुराज पार्टी के तीन से चार संभावित प्रत्याशियों को अपने पक्ष में मिलाने की कोशिश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार शशि शेखर सिन्हा ने भाजपा के दबाव में चुनाव मैदान से नाम वापस ले लिया है।
प्रशांत किशोर की यह बातें सुनकर लगता है कि बिहार सरकार को अपने युवाओं के भविष्य पर ध्यान देने की जरूरत है। हमें अपने प्रदेश में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की जरूरत है, ताकि युवा अपने ही प्रदेश में सम्मानजनक रोजगार कर सकें।