बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में एनडीए ने बार-बार जीत हासिल करके सरकार बनाने का दौर जारी रखा, और इस बीच राज्य के सबसे अमीर उम्मीदवारों पर भी प्रकाश पड़ा था। आइए इन सीटों पर खड़े हुए वे नाम देखें जहां सबसे अमीर उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे।
लौरिया सीट पर रण कौशल प्रताप सिंह, जिनकी कुल संपत्ति 368 करोड़ है, ने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के टिकट पर चुनाव लड़ा और वह इस चुनाव में हार गए। उनके अलावा, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLP) के नीतीश कुमार, जिनकी कुल संपत्ति 250 करोड़ है, ने गुरुआ सीट पर चुनाव लड़ा और वह इस चुनाव में भी हार गए। जबकि दूसरे नंबर पर आने वाले कुमार पांडेय, जिनकी कुल संपत्ति 170 करोड़ है, ने मुंगेर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर चुनाव लड़ा और वह इस चुनाव में जीत गए।
इसके अलावा, राज किशोर गुप्ता, जिनकी कुल संपत्ति 137 करोड़ है, ने निर्दलीय महाराजगंज सीट पर चुनाव लड़ा था और वह इस चुनाव में भी हार गए। जबकि अनंत कुमार सिंह, जिनकी कुल संपत्ति 100 करोड़ है, ने मकोमा सीट पर जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर चुनाव लड़ा और वह इस चुनाव में भी जीत गए।
इस प्रकार, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में, राज्य के सबसे अमीर उम्मीदवारों ने कई सीटों पर अपनी ओर से एक टकराव तैयार किया, लेकिन अंततः उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
लौरिया सीट पर रण कौशल प्रताप सिंह, जिनकी कुल संपत्ति 368 करोड़ है, ने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के टिकट पर चुनाव लड़ा और वह इस चुनाव में हार गए। उनके अलावा, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLP) के नीतीश कुमार, जिनकी कुल संपत्ति 250 करोड़ है, ने गुरुआ सीट पर चुनाव लड़ा और वह इस चुनाव में भी हार गए। जबकि दूसरे नंबर पर आने वाले कुमार पांडेय, जिनकी कुल संपत्ति 170 करोड़ है, ने मुंगेर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर चुनाव लड़ा और वह इस चुनाव में जीत गए।
इसके अलावा, राज किशोर गुप्ता, जिनकी कुल संपत्ति 137 करोड़ है, ने निर्दलीय महाराजगंज सीट पर चुनाव लड़ा था और वह इस चुनाव में भी हार गए। जबकि अनंत कुमार सिंह, जिनकी कुल संपत्ति 100 करोड़ है, ने मकोमा सीट पर जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर चुनाव लड़ा और वह इस चुनाव में भी जीत गए।
इस प्रकार, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में, राज्य के सबसे अमीर उम्मीदवारों ने कई सीटों पर अपनी ओर से एक टकराव तैयार किया, लेकिन अंततः उन्हें हार का सामना करना पड़ा।