Bihar Chunav: नालंदा में सीसीटीवी से छेड़छाड़ का आरोप, राजद ने कहा- चुनाव आयोग जनादेश से खिलवाड़ कर रहा…

नालंदा में सीसीटीवी से छेड़छाड़ का आरोप

सीसीटीवी कैमरों को लगाने के बाद, लोगों ने उम्मीद की थी कि चुनाव के समय भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिलेगी। लेकिन, अब यह वीडियो सामने आ रहा है जिसमें दिखाया जा रहा है कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया है।

अनु शुक्ला के अनुसार, पहले यह सीसीटीवी कैमरे चलते रहते थे, लेकिन अब वे नहीं चल रहे। इसके लिए पुलिस ने कई बार चालू करने की कोशिश की। लेकिन जब सुबह महनार विधानसभा में यह वीडियो वायरल हुआ तो सभी आश्चर्यचकित हो गए। इसलिए, यहां जांच चल रही है।

इस वीडियो में दिखाया गया है कि सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह से बंद होने की स्थिति में देखे जा सकते हैं। इसके लिए पुलिस ने इस पर गंभीरता से दृष्टिकोण नहीं लिया।

चुनाव आयोग ने जनादेश जारी कर चुनावों में सीसीटीवी कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कहा था, ताकि भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिल सके।
 
मुझे लगता है कि यह बहुत ही अजीब है 🤔। सीसीटीवी कैमरों को लगाने से पहले तो हमें उम्मीद थी कि चुनावों में भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिलेगी। लेकिन जब वीडियो सामने आ रहा है, तो यह दिखाया जा रहा है कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया है। यह तो बहुत ही अस्वीकार्य है।

मुझे लगता है कि पुलिस को ये समझना चाहिए कि चुनावों में भ्रष्टाचार को रोकने में मदद करने के लिए सीसीटीवी कैमरे बहुत जरूरी हैं। तो जब वीडियो वायरल हुआ, तो उन्हें इस पर काम करना चाहिए। लेकिन देखा जा रहा है कि पुलिस ने इसके लिए गंभीरता से दृष्टिकोण नहीं लिया।

यह एक बड़ा मुद्दा है। हमें उम्मीद थी कि चुनावों में साफ और ईमानदारी का माहौल बनाया जाएगा। लेकिन जब ऐसी बातें सामने आ रही हैं, तो यह दिखाया जा रहा है कि हमें अभी भी बहुत काम करने की जरूरत है। 🤷‍♀️
 
ये वीडियो देखकर मुझे बहुत असहजता हुई, पुलिस की गुणवत्ता से बात करते हुए। चुनाव आयोग ने सीसीटीवी कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कहा, तो फिर इतनी बड़ी दुकान में थोड़ा अच्छा करने की बात नहीं है। चुनाव में भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए, न कि पूरी तरह से छोड़ देनी।
 
पुलिस क्यूँ नहीं सुन रही? 🤔 चुनावों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का मकसद है कि लोगों को भ्रष्टाचार की बात कराने वाले खिलाड़ियों को पकड़ने में मदद मिले। पुलिस क्यूँ नहीं सुन रही? यह तो पूरी तरह से बंद होने का दृश्य है। कुछ लोग तो सिर्फ अपने निजी फायदे के लिए चुनावों में भाग लेते हैं।
 
🤔 नालंदा में सीसीटीवी से छेड़छाड़ की बात है, लगता है कि पुलिस ने इसे बहुत हल्के में लिया है। चुनावों में सीसीटीवी कैमरों को लगाना एक महत्वपूर्ण कदम था, ताकि भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिल सके। लेकिन अब जब वीडियो सामने आ रहा है, तो यह दिखाता है कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया है। 🚫 यह बहुत चिंताजनक है और चुनाव आयोग को अपनी जांच शुरू करनी चाहिए।
 
मुझे यह बहुत ही गुस्सा कर दिया है... क्योंकि सीसीटीवी कैमरे लगाने के बाद लोगों ने उम्मीद की थी कि चुनाव के समय भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिलेगी। लेकिन जैसे ही वीडियो सामने आया तो पता चला कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया है। यह तो बहुत बड़ा झूठ है... चुनाव आयोग ने जनादेश जारी कर चुनावों में सीसीटीवी कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कहा था, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं दृष्टिकोण लिया।

मुझे लगता है कि हमें चुनावों में साफ़ और न्यायपूर्ण वातावरण बनाने के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पुलिस और चुनाव आयोग दोनों ही भ्रष्टाचार को रोकने में मदद करें। 🤔😡
 
सीसीटीवी से छेड़छाड़ करना बिल्कुल सही नहीं है, चुनाव के समय भी यह जरूरी है कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को सुरक्षित रखा जाए, तभी हमें उम्मीद मिल सकती थी कि भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिलेगी। लेकिन अब यह देखकर चिंतित हूँ कि पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया है और इसके लिए उन्हें फिर से चालू करने की जरूरत है। तो अगर चुनाव आयोग ने जनादेश जारी किया था तो भी यह क्यों नहीं देखा गया। 🤔
 
बहुत दुख है 🤕 यह जानकारी। मुझे लगता है कि सीसीटीवी कैमरों को लगाने की बात तो अच्छी थी, लेकिन अब पुलिस ने फिर भी अपनी नैतिकता नहीं दिखाई। ऐसा करने से हमें यह समझना चाहिए कि चुनाव में भ्रष्टाचार रोकने के लिए हमारी एकजुटता और प्रयास जरूरी हैं। 🙏
 
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