बिहार चुनाव में बख्तियार खिलजी की एंट्री, अमित शाह ने कहा- यह विनाश का काम नहीं किया गया, बल्कि पुस्तकों को बचाने की कोशिश की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार चुनाव में बख्तियार खिलजी की एंट्री पर कहा है कि जब उन्होंने नालंदा विद्यापीठ जलाई थी, तब इसके पुस्तकालय से 6 महीनों तक धुआं उठता रहता था। यह विनाशकारी काम नहीं किया गया, बल्कि हमारे देश को अपनी विरासत बचाने के लिए कोशिश की गई है।
पीएम मोदी ने फिर से नालंदा परिवर्तन की घोषणा की है, जिसमें पुस्तकालयों की सफाई और पुनर्निर्माण शामिल है। यह एक बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि इससे हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत को बचाया जा सकेगा।
लेकिन, सवाल उठता है कि बख्तियार खिलजी ने इतना विनाश क्यों किया था। इसके पीछे कोई मजबूरी नहीं थी, सिर्फ उसकी लालच और शक्ति की इच्छा थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार चुनाव में बख्तियार खिलजी की एंट्री पर कहा है कि जब उन्होंने नालंदा विद्यापीठ जलाई थी, तब इसके पुस्तकालय से 6 महीनों तक धुआं उठता रहता था। यह विनाशकारी काम नहीं किया गया, बल्कि हमारे देश को अपनी विरासत बचाने के लिए कोशिश की गई है।
पीएम मोदी ने फिर से नालंदा परिवर्तन की घोषणा की है, जिसमें पुस्तकालयों की सफाई और पुनर्निर्माण शामिल है। यह एक बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि इससे हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत को बचाया जा सकेगा।
लेकिन, सवाल उठता है कि बख्तियार खिलजी ने इतना विनाश क्यों किया था। इसके पीछे कोई मजबूरी नहीं थी, सिर्फ उसकी लालच और शक्ति की इच्छा थी।