Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव में अब तक सबसे ज्यादा वोटिंग, जानें किस सीट पर सबसे ज्यादा और कहां सबसे कम

बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग कोढ़ा और नवादा सीट पर हुई थी। 2020 की तुलना में इस वर्ष का मतदान दर्ज करने में लगभग दस फीसदी अनुपात में वृद्धि देखी गई है।

बिहार चुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग
कस्बा विधानसभा सीट पर 81.18 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई है, जो 2020 में कोढ़ा और नवादा सीटों पर हुई वोटिंग के मुकाबले बेहतर है। यह सूची देखें:

बिहार चुनाव की सबसे ज्यादा वोटिंग
स्थान मतदाता वोट% 2020 की तुलना 2025
कस्बा विधानसभा 81.18
वहीं मीनापुर सीट पर भी बंपर वोटिंग दर्ज हुई है, जो पहले चरण में सबसे अधिक वोटिंग दर्ज करने वाली जगहों में शामिल है।

बिहार चुनाव 2025: कस्बा और मीनापुर सीट पर बंपर वोटिंग
 
यह तो बहुत अच्छी बात है कि लोग अब वोट देने में इतने ज्यादा रुचि ले रहे हैं। 10 फीसदी से अधिक वृद्धि देखकर तो लगता है कि लोग अब मताधिकार का पूरा महत्व समझ रहे हैं। लेकिन यह भी सच है कि पहले चरण में सबसे ज्यादा वोटिंग कौन कर रहा है, वह अच्छा संकेत नहीं है। क्या यह तो सरकार को अपनी नीतियों और परिवर्तन की बात करने का मौका देता है या फिर लोग बस वोट देने में मस्त हो गए हैं? 🤔👀
 
आज तक पढ़कर लगता है कि बिहार में क्या-क्या बदल गया है … बिल्कुल नहीं 🤔 ये जो बढ़ावा दिया गया है वह तो अच्छी बात है, लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वोटिंग दर में बढ़ोतरी सिर्फ़ सामाजिक मुद्दों पर से नहीं होती, लोगों को जागरूक करने और उन्हें मतदान करने के महत्व को समझने में भी मदद हुई हो सकती है।
 
मुझे पता था तो कि इस वर्ष के चुनावों में मतदान में वृद्धि होगी, लेकिन इतनी बड़ी ज्यादा वृद्धि सुनकर आश्चर्यकारी है!

अगर मैं बिहार में जाऊँ और उसकी खुशबू की वजह से भी मतदान बढ़ जाए तो हाहा, लेकिन रियली यहां पर वोटिंग दर्ज करने की रेस में कौन सबसे आगे है? मुझे लगता है कि ये सीटें मिलने की तरह हैं!

मैं समझ नहीं पाया कि वोटिंग में इतनी ज्यादा वृद्धि क्यों हुई, अगर वहां पर दो-तीन चुनाव लड़ने वाले लोगों ने अच्छा इंतजाम नहीं किया तो...
 
मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा संकेत है कि लोग भ्रष्टाचार की बात करने की बजाय अच्छी चीजों की ओर ध्यान दे रहे हैं और मतदान में जुड़ने के लिए उत्साहित हैं। मुझे लगता है कि यह एक अच्छी बात हो सकती है कि लोगों ने अपनी प्रतिनिधित्व की भावना को अभिव्यक्त करने के लिए मतदान में जुड़ने का फैसला किया। 🤝
 
मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है कि लोग अपने मतदान अधिक कर रहे हैं ... वोटिंग दर बढ़ने से हमारे देश को बहुत खुशी मिलेगी ... और कस्बा और मीनापुर जैसी जगहों पर इतनी बड़ी वोटिंग दर्ज करने से यह पता चलता है कि लोग अपने मतदान अधिक महत्व देते हैं ...
 
आज मैंने पढ़ा कि कस्बा और मीनापुर जैसी सीटों पर सबसे ज्यादा लोग मतदान करने आ गए हैं। यह बहुत अच्छी बात है 🙌। इससे पता चलता है कि लोग अपने अधिकार का उपयोग करने और देश के भविष्य में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए उत्साहित हैं। यह भी अच्छा है कि मतदान दर में वृद्धि हुई है, इससे हमें यह महसूस होता है कि सामने के दिनों में लोगों को अपने भविष्य के बारे में चिंता नहीं होनी चाहिए। यह अच्छा समय है, और हमें उम्मीद है कि आगे भी ऐसा ही होता रहेगा।
 
मतदान की यह बढ़ती दर हमें एक गहराई की सवाल करने का मौका देती है - लोगों की जागरूकता में क्या बदलाव आया? क्या हमारी समाज में वोटिंग का महत्व समझ में आया? और यह बढ़ती दर लोकतंत्र को मजबूत बनाती है या फिर इसके पीछे अन्य कारण हैं जिन्हें हम पहचानकर नहीं चुके हैं?
 
ऐसी जानकारी पढ़कर लगता है कि लोगों ने 2020 की तुलना में इस वर्ष बहुत अधिक उत्साह और दृढ़ता से मतदान करने की, यह एक अच्छी बात हो सकती है, लेकिन यह भी जानना जरूरी है कि क्या ये वोट खुले तौर पर किये गये थे, या फिर किसी चुनाव अभियान के प्रलोभन में दिए गए।

इसके अलावा, यह बेहतर होगा कि मतदाताओं ने अपने अधिकार का सही तरीके से उपयोग करने के लिए जागरूकता फैलाए, ताकि पूरे लोकतंत्र में समृद्धि हो।

बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक मतदान देखने पर बहुत खुशी होगी, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि चुनाव में जीतने वाले नेताओं को अपने चुनाव के प्रेमियों की जरूरत को समझना और उनकी जरूरतों पर ध्यान देना होगा।
 
मुझे लगता है कि यह बेहतरीन नतीजा है 🤩, जो दिख रहा है कि लोग अपनी आवाज़ उठाने और चुनाव में सक्रिय रहने के प्रति उत्साहित हैं ! किसानों की खेती और व्यवसाय के लिए भी ये बेहतरीन नतीजा साबित हो सकता है , चुनाव में ज्यादा लोग मतदान करने लगे हैं तो फसल खरीब आने की समस्या कम होनी चाहिए 🌾
 
क्या भाई, बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान दर्ज करने की प्रवृत्ति तो बढ़ गई है! 2020 से 10 फीसदी अधिक है... ये अच्छी बात है, लेकिन क्या यह सब विकास और आर्थिक अवसरों के कारण हुआ? मैंने देखा है कि कस्बा सीट पर वोटिंग दर्ज करने की दर इतनी बढ़ गई है कि इसके पीछे शायद कुछ बड़ा सबक्या हो सकता है...
 
कुछ दिन पिछले मतदान की जानकारी मुझे अच्छी लगी, लेकिन फिर भी यह सवाल है कि मतदाताओं ने वास्तव में अपना वोट डालने पर ध्यान कैसे दिया। किसने उन्हें इतना प्रेरित किया? और ऐसे कई छोटे से कस्बों में इतनी अच्छी वोटिंग दर्ज हुई है, तो इसके पीछे कौन सी गहराई की बात हो सकती है?
 
चुनावी जीतने की खुशियाँ दिलवाने वाली जगहों को हमेशा सबसे आगे रखना चाहिए, लेकिन क्या इस तरह की तेजी से वोटिंग में वृद्धि हमारे समाज के भविष्य की तैयारी कर रही है? मुझे लगता है कि यह एक अच्छा संकेत हो सकता है, लेकिन इसके पीछे कई जटिल मामले भी हो सकते हैं।

किसानों और युवाओं की उत्थान की लहर ने वोटिंग में बंपर वृद्धि की ताकत दी, लेकिन यह एक स्थायी परिवर्तन नहीं होगा अगर हम अपने समाजिक और आर्थिक मुद्दों पर ध्यान नहीं देते। चुनावी जीतने की खुशियाँ रखने के अलावा, हमें अपने वोटों को अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करना होगा।

वोटिंग में वृद्धि ने सभी उम्मीदवारों के लिए एक नई दिशा बनाने की संभावना है, लेकिन यह हमें अपने समाजिक और आर्थिक मुद्दों पर ध्यान देने पर मजबूर करेगा।
 
वाह! यह तो बहुत अच्छी बात है कि मतदान दर्ज करने में बढ़ोतरी देखी गई है, 10 फीसदी तक बढ़ गया है और सभी जगहों पर लोग जागरूक हो गए हैं और अपने अधिकार का उपयोग कर रहे हैं।
 
भारतीय लोकतंत्र की सच्चाईyon में एक नया आयाम देखा गया है, जहां मतदाताओं ने अपने अधिकार को पूरी ताकत और उत्साह से जुटाया है। कस्बा विधानसभा की 81.18% वोटिंग दर्ज करने से मुझे यह एहसास हुआ है कि लोगों ने अपने मतदान अधिकार को गर्व से जीना शुरू कर दिया है।

क्या यह सिर्फ एक संख्या है या इसके पीछे कुछ गहराईयाँ हैं? क्या हमारी समाज में मतदान और लोकतंत्र के महत्व को समझने में हमें अभी भी काम करना है?

मुझे लगता है कि यह एक नया संकेत है, जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
 
मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छी खबर है! याद करो कि हमें देश की भलाई के लिए सत्यनिश्चय व्यक्ति होना चाहिए। मैं भी ऐसे उम्मीदवारों का समर्थन करता हूं जिन्हें समाज की सेवा करने का जुनून हो।
 
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