दिल्ली ब्लास्ट केस को लेकर बुरहानपुर पहुंची NIA टीम: संदिग्ध डॉक्टरों की तलाश में यूनिवर्सिटी नेटवर्क खंगाल रही है एजेंसी - Burhanpur (MP) News

दिल्ली में लाल किले के सामने एक पार्किंग में हुए विस्फोट ने जीवन छीनने वाला एक बड़ा हमला दिलचस्प बना दिया। इस हमले की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने शुक्रवार रात बुरहानपुर पहुंचने की सूचना है।

इस हमले में 13 लोगों की मौत हुई थी। यह जानकारी एनआईए के रडार पर आने वाले अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ डॉक्टरों के नाम को दर्शाती है। इस हमले की जांच में एनआईए टीम ने हालिया दिनों से डॉक्टरों और उनके नेटवर्क की तलाश विभिन्न स्थानों पर कर रही है।

बुरहानपुर में एनआईए टीम की मौजूदगी की खबर तो है, लेकिन इस बारे में स्थानीय पुलिस को आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई। यह बताता है कि एनआईए ने स्थानीय पुलिस से संपर्क नहीं किया।

एनआईए टीम ने अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक संदिग्ध डॉक्टर के बारे में जानकारी जुटाने आई थी। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो पाई है।

दिल्ली के लाल किले के सामने 10 नवंबर को हुए विस्फोट की जांच में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ है। आतंकी ने 6 दिसंबर की बरसी को दिल्ली समेत कई जगह धमाके करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने 32 कारों का इंतजाम किया था। इनमें ब्रेजा, स्विफ्ट डिजायर, इकोस्पोर्ट और आई20 जैसी गाड़ियां शामिल थीं।

जांच एजेंसियों को अब तक 3 कारें बरामद हो चुकी हैं। चौथी स्विफ्ट डिजायर की तलाश है।
 
तो यह बुरा बूझ मानो, पुलिस तो नहीं जानते थे कि कौन से लोग विस्फोट कर देंगे, ये नाकाम हुआ है तो अच्छा है

किसी भी चीज़ में आतंकवादी शामिल होने पर जांच करनी जरूरी है, पुलिस से बात नहीं किए जाने की बात तो थोड़ी अजीब है। क्या गवर्नर ने यही कह दिया होगा

अगर स्थानीय पुलिस से तालमेल नहीं हुआ तो सबकुछ खोखला होता है, ऐसी चीजें होने पर एनआईए में भी गलती हो सकती है

बुरहानपुर पहुंचने के बाद, अब देखना होगा कि एनआईए ने पूरी जांच कर ली है या फिर कुछ स्थिति बनी हुई है।
 
बड़ा झगड़ा दिल्ली में फैल गया है... लेकिन मुझे लगता है कि यार, यह हमला बिल्कुल सही था। अगर हम तो दिल्ली में इतनी सारी प्रदूषण और गंदगी का सामना नहीं कर सकते, तो फिर क्यों हम अपने घोड़ों को भी नहीं खत्मा करते? यह हमला तो एक बड़ा पत्रक था, जिसने हमें दिल्ली की सच्चाई में झूझने पर मजबूर किया। और अगर हमारे पास ऐसे लोग हैं जो इस तरह के हमलों को स्वीकार नहीं कर सकते, तो फिर हम अपने बचपन को भूल गये हैं...
 
अरे वाह, यह तो सचमुच एक दिलचस्प मामला है 🤔। मुझे लगता है कि एनआईए ने इस हमले की जांच में बहुत अच्छी तरह से काम करना शुरू कर दिया है। लेकिन, यह तो एक सवाल है, क्या उन्होंने पुलिस के साथ सहयोग नहीं किया? क्या वे सोच रहे थे कि एनआईए और पुलिस अलग-अलग खेल खेलेंगी? 🙄

और, यह तो एक और सवाल है, क्या इन 3 बरामदिगाई गई कारों में से कोई भी हमलावर की कार नहीं थी? मुझे लगता है कि एनआईए को थोड़ी और जांच करनी चाहिए। और, यह तो एक बात है, लेकिन मुझे लगता है कि हमें अपनी सुरक्षा के बारे में अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। हमें नहीं रहना चाहिए कि हमलावरों को तैयार करें।
 
नराध्यों के लिए सबसे बड़ा खतरा खुद ही बनता है 🤔। हम तो हमेशा दूसरों की नापेक्षा में रहते हैं और अपने जीवन से दूर रहते हैं। लेकिन आज दिल्ली में हुआ विस्फोट, यह हमें सिखाता है कि जब तक हम खुद पर ध्यान नहीं देते, तब तक खतरे हमेशा हमारे पास ही रहेगा। हमें अपने घरों-समाज-देश की सुरक्षा में रुचि लेनी चाहिए। सावधानी से चलना होता है और दूसरों पर निर्भर रहना नहीं है।
 
इस दुनिया में तो खतरे हर जगह लगते हैं… 🤯 आज पार्किंग में विस्फोट, कल तो बाग़ में क्या होगा? नौजवान यहीं तक भी सावधान नहीं रहते। मेरा मतलब यहां का युवा है… 🙏 और जैसे ही हमें पता चलता है कि हमले को रोकने वाली एजेंसी का नाम बुरहानपुर पहुंचने के लिए आया है, तो मुझे यह भी लगता है कि शायद उन्होंने अपनी जांच अच्छी से पूरी कर दी हो।
 
मेरा मन कर रहा है दिल्ली में ऐसे आतंकवादी हमलों से हमारा सुरक्षित जीवन बेकार कर दिया जाए, तो फिर क्या इसका मकसद? 🤯

लाल किले पर विस्फोट हुआ, लेकिन फिर भी यह जानकर बहुत खेद होता कि 13 लोगों की मौत हो गई। उनके परिवारों को शांति और स्थिरता देने के लिए हमें एक-दूसरे का सहारा लेना चाहिए।

जांच एजेंसियों ने अच्छा काम किया है, लेकिन फिर भी मुझे लगता है कि उनकी जांच में थोड़ा धैर्य और सावधानी रखी जानी चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई पूरी नहीं हुई जब तक हम सभी एक-दूसरे का सहयोग करते रहेंगे। 🤝

अब, जब जांच एजेंसियों ने अल फालाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों के नाम लेकर आने वाली है, तो मुझे लगता है कि यह एक बड़ा खुलासा हो सकता है। चूंकि इन्हें अपने दोस्तों और परिवार के साथ पेश कर रहे थे, इसलिए उनके नेटवर्क की तलाश करना बहुत महत्वपूर्ण है। 💡

लेकिन, मुझे लगता है कि हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए। जांच एजेंसियों और पुलिस को भी अपने-अपने तरीके से काम करना चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमें एकजुट होकर अपना सहयोग देना चाहिए। 💪
 
बिल्कुल यह दृश्य तेज ही जा रहा है 😱, कोई भी बुरा होता नहीं है, लेकिन ऐसा लगता है कि आतंकवाद की बारी आ गई है। पुलिस से न तो संपर्क किया गया, यह तो एक बड़ा सवाल है।

लाल किले पर विस्फोट की जांच में आने वाली नई जानकारी देख रहा हूँ, यह भी कुछ प्रमाण है कि आतंकवादियों ने अपने योजना को बहुत अच्छे से बनाया था। 10 नवंबर को हुआ विस्फोट तो बस एक छोटा सा मौका था, लेकिन यह हमला बड़े पैमाने पर ही हो सकता था जिससे कम से कम कई लोगों की मौत हो गई।

इस हमले की जांच में एनआईए टीम ने बहुत तेजी से काम करना शुरू कर दिया है, और अब उनकी पहली बार इस तरह की जानकारी आयी है। 13 लोगों की मौत हुई, यह एक बड़ा झटका है।

लेकिन हमें उम्मीद रखनी चाहिए कि एनआईए टीम ने अपने काम में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और जल्द ही उन्होंने सबको पकड़ लेने की तैयारी कर ली होगी।
 
😱 यह बुरा लग रहा है तो वह हमला, जैसे लोग जीवन छीनने वाला बड़ा हमला। 13 लोगों की मौत, यह बहुत दुखद है, 😔। एनआईए टीम ने पहले से ही अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों की तलाश शुरू कर दी थी, अब बिल्कुल सही काम कर रही है। लेकिन स्थानीय पुलिस को आधिकारिक जानकारी नहीं देना तो अच्छा नहीं लग रहा है, चाहे वो नेटवर्क को देखने की बात में हो। 🤔
 
विस्फोट में जिन्होंने मरा था वो बहुत अच्छे लोग थे। उनकी मौत एक दुखी है जिसका समाधान निकलें। एनआईए भी हमेशा सुरक्षा के बारे में सोचती रहती है। हमें तुरंत उनकी मदद करनी चाहिए। पुलिस और एनआईए को मिलकर सबकुछ पता कर लेना चाहिए ताकि ऐसे हमलों में बाद की जांच आसान हो।
 
यह हमला वास्तव में कितने खतरनाक है! एनआईए टीम ने संदिग्ध डॉक्टर की तलाश शुरू की थी, लेकिन क्या हुआ? यह जानकारी बहुत जटिल है। मुझे लगता है कि हमलावरों ने गाड़ियों को तैयार करने से पहले स्थानीय पुलिस से जुड़ने की कोशिश नहीं की। उनकी ताकत वास्तव में बड़ी थी, 32 कारें! और यह भी दिलचस्प है कि एनआईए ने संपर्क नहीं किया, खैर, अब हम जानते हैं कि हमलावरों ने 6 दिसंबर की तारीख पर धमाके करना चाहते थे, लेकिन उनकी योजना असफल हुई।

हमें उम्मीद है कि एनआईए टीम जल्द से जल्द इस हमले के पीछे के लोगों को पकड़ लेगी। यह एक बड़ा हमला था, 13 लोगों की जान गई, और यह हमेशा के लिए याद रखा जाएगा।
 
मैं दिल्ली में लाल किले के पास विस्फोट ने कितना दर्दनाक दिखाया 🤕। एनआईए टीम ने इस हमले की जांच शुरू कर दी है, और अब तक 3 गाड़ियों को बरामद हो चुकी है। लेकिन, मुझे यह जानकारी दिलचस्प लग रही है कि एनआईए ने स्थानीय पुलिस से संपर्क नहीं किया। क्या यह एक बड़ा गड़बड़ है? क्या एनआईए वास्तव में आतंकवादियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है, या फिर इसमें कुछ अन्य राजनीति है? मुझे लगता है कि यह जांच एजेंसियों के लिए एक बड़ा चुनौती होगी।
 
यह हमला तो बहुत ही दुखद बात है 🤕, लेकिन जांच एजेंसियों को इन तरह के हमलों में कितनी धीमाई आ रही है, यह भी बहुत ही चिंताजनक है। एनआईए टीम ने स्थानीय पुलिस से संपर्क नहीं किया, इसका मतलब तो यह है कि उन्हें यह जानकारी लेने में परेशानी आ रही थी। इसके अलावा, 13 लोगों की मौत हुई और अभी तक पूरी जांच नहीं हुई, यह बहुत भयंकर है।
 
Wow, यह देखकर हैरान हूँ, कि आतंकवादियों ने खुद को ऐसा घेर लिया है कि जांच एजेंसियों को भी उनकी पहचान करने में मुश्किल हो रही है।

मैंने पढ़ा है कि एनआईए टीम ने डॉक्टरों और उनके नेटवर्क की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन ऐसा लगने लगता है कि स्थानीय पुलिस से भी मिलवाई नहीं जा रही है।

यह सवाल उठता है कि आतंकवादी ने इतने सावधानियों से खुद को घेर लिया है, तो क्या उन्हें पता है कि उनकी यह रणनीति जल्द ही खराब होने वाली है।

स्विफ्ट डिजायर की चौथी गाड़ी तलाश में है, यह सुनकर मन में सवाल उठता है कि क्या यह धमाका पूरी तरह से आतंकवादी के हाथों में है।
 
तो यह तो बहुत दुखद बात है! हमारे देश में ऐसे कई हमलों का अनुभव कर रहे हैं और हर विशेषज्ञ को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।

अगर डॉक्टरों की भूमिका पर पड़ने वाली संदेह को साफ़ करना तो जरूरी है, लेकिन यह तो कुछ गलत तरीके से पीछे की ओर झूझने का नतीजा है। हमें अपने देश की सुरक्षा के बारे में जागरूक रहना चाहिए और समाज में शांति बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हम अपने देश की सुरक्षा के लिए हमेशा जुड़े रहें, और एक-दूसरे को मजबूत बनाएं, ताकि हमारा देश कभी भी खतरे में न आ सके।
 
बुरहानपुर में एनआईए टीम ने जांच शुरू करनी ज़रूरत है, लेकिन स्थानीय पुलिस को आधिकारिक जानकारी नहीं देना ठीक नहीं है 🤔
 
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