एक छोटी सी कोशिश, जिसे हम अपने पड़ोसी, रिश्तेदार या मित्र की मदद करने की बात करें, वही खुशियां लौटकर अपने जीवन में आती हैं।
दीपावली के दीवारों पर लगने वाले दीयों की तरह, जब हम किसी और की खुशियों में हिस्सा बनते हैं, तो वही खुशी किसी न किसी रूप में हमारे जीवन में लौटकर आती है। दीपावली का संदेश यह है कि हमारी छोटी-छोटी कोशिश भी बड़ा फर्क डाल सकती है।
क्यों नहीं? हम अपने पड़ोसी को कुछ खाने की जरूरत पर ध्यान देते हैं और उन्हें उसका ताजा फल लेकर बातचीत करते हैं। इससे उनका मुस्कुराहट से भरा चेहरा होता है। या फिर हम अपने रिश्तेदार को उनकी पत्नी के अनुकरण पर एक छोटा सा खेल खेलते हैं, जिससे वे भी प्यार और खुशी की बातें करेंगी।
यदि हम ऐसे छोटे-छोटे इशारों से दूसरों को रोशन करने का प्रयास करते हैं तो भी यह खुशियां लौटकर अपने जीवन में आती हैं। इसलिए, इस दीपावली के संदेश को हम अपने परिवार के साथ अपना सकते हैं, और जरूरतमंदों की मदद करके हम दूसरों के दिलों को रोशन कर सकते हैं।
हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी छोटी-छोटी कोशिश भी बड़ा फर्क डाल सके। इसलिए, अपने परिवार के साथ किसी और के दिल में रोशनी भरें, बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाएं या किसी बुजुर्ग का अकेलापन मिटाएं।
दीपावली के दीवारों पर लगने वाले दीयों की तरह, जब हम किसी और की खुशियों में हिस्सा बनते हैं, तो वही खुशी किसी न किसी रूप में हमारे जीवन में लौटकर आती है। दीपावली का संदेश यह है कि हमारी छोटी-छोटी कोशिश भी बड़ा फर्क डाल सकती है।
क्यों नहीं? हम अपने पड़ोसी को कुछ खाने की जरूरत पर ध्यान देते हैं और उन्हें उसका ताजा फल लेकर बातचीत करते हैं। इससे उनका मुस्कुराहट से भरा चेहरा होता है। या फिर हम अपने रिश्तेदार को उनकी पत्नी के अनुकरण पर एक छोटा सा खेल खेलते हैं, जिससे वे भी प्यार और खुशी की बातें करेंगी।
यदि हम ऐसे छोटे-छोटे इशारों से दूसरों को रोशन करने का प्रयास करते हैं तो भी यह खुशियां लौटकर अपने जीवन में आती हैं। इसलिए, इस दीपावली के संदेश को हम अपने परिवार के साथ अपना सकते हैं, और जरूरतमंदों की मदद करके हम दूसरों के दिलों को रोशन कर सकते हैं।
हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी छोटी-छोटी कोशिश भी बड़ा फर्क डाल सके। इसलिए, अपने परिवार के साथ किसी और के दिल में रोशनी भरें, बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाएं या किसी बुजुर्ग का अकेलापन मिटाएं।