दिल्ली की हवा में अब रोमांस नहीं, धूल है। जहां पहले बैंड-बाजे की गूंज होती थी, अब प्रदूषण का शोर सुनाई दे रहा है। खराब आबोहवा का असर आसमान के साथ ही वेडिंग वेन्यू पर भी दिख रहा है।
इस बार सिर्फ आसमान नहीं ढक रहा, बल्कि शादी की तस्वीरें भी धुंधला रही हैं। इससे पहले, दिल्ली खुली हवाओं के लिए जानी जाती थी, पर अब वहीं मास्क जरूरी बन गया है। एनआरआई और हाई-प्रोफाइल परिवार ने फाइव-स्टार लॉन की जगह जिम कॉर्बेट, ऋषिकेश या गोवा के खुले आसमान के नीचे फेरे लेने को ज्यादा मुफीद मान रहे हैं।
यहीं तक कि तस्वीरों में धुंध नहीं, मुस्कान चाहिए। शादियों की परफेक्ट लोकेशन माने जाने वाली दिल्ली, अब दूल्हा दुल्हन के लिए खतरे की घंटी बन गई है।
इस बार सिर्फ आसमान नहीं ढक रहा, बल्कि शादी की तस्वीरें भी धुंधला रही हैं। इससे पहले, दिल्ली खुली हवाओं के लिए जानी जाती थी, पर अब वहीं मास्क जरूरी बन गया है। एनआरआई और हाई-प्रोफाइल परिवार ने फाइव-स्टार लॉन की जगह जिम कॉर्बेट, ऋषिकेश या गोवा के खुले आसमान के नीचे फेरे लेने को ज्यादा मुफीद मान रहे हैं।
यहीं तक कि तस्वीरों में धुंध नहीं, मुस्कान चाहिए। शादियों की परफेक्ट लोकेशन माने जाने वाली दिल्ली, अब दूल्हा दुल्हन के लिए खतरे की घंटी बन गई है।