बॉम्ब बारिश करने वालों को फंसाने की जासूसी ज्यादा दिलचस्प है नहीं? पुलिस तो हाँ, लेकिन क्या वे सोच रहे हैं कि यह थोड़ा मुक्कमाली हुई चाल है? पुलवामा निवासी डॉक्टर उमर मोहम्मद की कार यानी i20 तो जैसे ही धमाका हुआ, विस्फोटक से तैरने लगी, 14,400 किमी/घंटा की स्पीड वाली तरंगें आ गईं। यह तो बिल्कुल भी संभव नहीं है, लेकिन फिर क्यों जासूसी कर रहे हैं? शायद उन्हें सोचकर बoredi हो गया है...