IAF: ब्रह्मपुत्र नदी पर होगा वायुसेना का भव्य हवाई प्रदर्शन; गुवाहाटी में राफेल और तेजस मनवाएंगे अपना लोहा

असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर वायुसेना का भव्य हवाई प्रदर्शन 5, 6, 8 और 9 नवंबर को करेगी, जहां राफेल और तेजस जैसे विमान अपने शानदार आयोजन में हिस्सा लेंगे। इस अवसर पर वायुसेना ने बताया है कि यह शानदार आयोजन गुवाहाटी के लचित घाट पर ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से देखा जा सकेगा। इस मेगा एयर शो में भारतीय वायुसेना के 150 विमान हिस्सा लेंगे, जिनमें राफेल, सुखोई और मिग जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान शामिल रहेंगे।
 
बड़े भाई, यह हवाई प्रदर्शन बहुत बड़ा बमुश्किल होगा! गुवाहाटी के लचित घाट पर ऐसा आयोजन करना तो दिल्ली से लेकर मुंबई तक के सभी वायुसेना अधिकारियों को भी आश्चर्यचकित कर देगा। और क्या याद रखना होगा, वहां बहुत पर्याप्त जगह नहीं है, तो यह शायद एक बड़ा मेल साबित हो सकता है।
 
बड़े बड़े हवाई प्रदर्शन की बात तो चली है, लेकिन क्या इसका कोई वास्तविक उद्देश्य है? जैसे मिग-29 जैसे सामान्य लड़ाकू विमान इसमें हिस्सा लेने का क्या मतलब? और इतनी सारी खासता को एक प्रदर्शन में दिखाने का तो कोई तर्क नहीं है।
 
राफेल और तेजस विमान को देखने की चिंता कितनी बढ़ गई है 🤩, ये 3 साल बाद हुआ था हवाई प्रदर्शन, अब ब्रह्मपुत्र नदी पर हवाई प्रदर्शन आ रहा है, मुझे यह तो देखने के लिए बहुत उत्साहित हूँ, जान पड़ेगा घाट पर बैठकर भी इसका आनंद लिया जा सकेगा, ये वायुसेना ने इतनी सारी प्रोग्रामिंग की, मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ा सफर होगा।
 
ब्रह्मपुत्र नदी पर हवाई प्रदर्शन को देखकर तो मैं बहुत उत्साहित हूँ! लेकिन, यहाँ एक सवाल उठता है कि क्या यह आयोजन वास्तव में 5, 6, 8 और 9 नवंबर तक चलेगा? मुझे लगने लगा है कि यह तो 15 नवंबर को शुरू होने वाला आयोजन होगा। सोचते ही सोचते, नहीं तो मेरी बात सही होगी।

क्योंकि, यार, हम भारतीय वायुसेना के प्रति बहुत गर्व महसूस करते हैं, लेकिन, यहाँ एक चिंता है कि यह आयोजन साफ़ और सुरक्षित होगा? न कि तो हवाई शो, न कि इंडस्ट्रियल प्रभाव। मुझे लगता है कि हमें इन चीज़ों पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन, फिर भी, यह आयोजन देखने के लिए मैं तैयार हूँ! 🚀
 
ब्रह्मपुत्र नदी पर हवाई प्रदर्शन का आयोजन तो बहुत अच्छा है! मुझे लगता है कि यहाँ पर 150 विमान एक साथ आना देखकर जाना दिल को छू जाएगा। लेकिन इसके अलावा, मुझे लगता है कि हमें इस प्रदर्शन के बाद जरूर अपने नदियों और तालाबों की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। हमारे नदियों को साफ रखना हमारे पर्यावरण की रक्षा करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण काम है।

क्या कोई भी लोग इस मेगा एयर शो के दौरान अपने बच्चे ले जाएंगे? यह अवसर बहुत सारे बच्चों के लिए रोमांचक होगा, और वे सोचेंगे कि उन्हें तेजस और राफेल जैसे विमान देखने को मिल रहा है!
 
ब्रह्मपुत्र नदी पर वायुसेना का हवाई प्रदर्शन तो हुआ था, लेकिन मुझे लगता है कि इसमें ज्यादा धूम और ज्यादा सुर में शामिल नहीं होना चाहिए। वहां पर इतनी संख्या में विमान इकट्ठे करना तो अच्छा, लेकिन गुवाहाटी के लचित घाट पर इतने बड़े प्रदर्शन को देखने के लिए जाने के बाद भी वहां खाली जगह तो मिल गई होगी। इसके अलावा नदी के आसपास की सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है। 🚨
 
बhai, ये एयर शो आसमान में प्रज्वलित होने वाला तेज रंगीन बॉल है 😆😄, जिसे देखकर मन भी खुश होता है। असम की ब्रह्मपुत्र नदी पर इतने बड़े आयोजन का मैंने सुना नहीं था, लेकिन यह शायद वायुसेना का एक बड़ा फ़ैसला होने की बात हो सकती है। मुझे तो राफेल और तेजस जैसे विमान देखने का इंतज़ार है, खासकर जब ये हवाई प्रदर्शन में होंगे। लेकिन मुझे लगता है कि इस शानदार आयोजन में भारतीय वायुसेना ने एक अच्छी बात कही है - 150 से अधिक विमान हिस्सा देने की, तो यह वायुसेना की बहादुरी और क्षमता को दर्शाता है।
 
ब्रह्मपुत्र पर एयर शो की कल्पना करूँ तो बस इतना सोचूँ कि ये गुवाहाटी में ऐसी जगह बनायीं जाए जहाँ हमारा नेतृत्व दिखाऊँ, वहीं लचित घाट पर विमान उड़ाएं और सबको यह प्यारा दृश्य दिखाएं... कुछ भारतीयों के लिए ये सचमुच एक ऐतिहासिक अवसर होगा 🙃
 
😊 यारो तो इस बात की खुशी है! असम में एयरशो आयोजित करना एक बहुत बड़ा कदम है और यह दिखाता है कि हमारे देश की वायुसेना बहुत ही साहसिक और रोमांचक है। 🚀 मुझे लगता है कि इस आयोजन में भाग लेने वाले सभी विमानों को ब्रह्मपुत्र नदी पर उड़ने का मौका मिलना एक अनुभव से भरपूर होगा। और यह तो ज्यादा अच्छा है कि इस आयोजन में भारतीय वायुसेना के 150 विमान हिस्सा लेंगे, जिसमें राफेल, सुखोई और मिग जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान शामिल रहेंगे। यह हमारी वायुसेना की शक्ति और क्षमता को दिखाएगा। 😊
 
ब्रह्मपुत्र पर हवाई प्रदर्शन की कल्पना करना एक अच्छा विचार है... लेकिन सोचिए, 150 विमानों के साथ एक मेगा एयर शो कैसे करेंगे? नदी के उत्तर-दक्षिण दोनों ओर से हवाई प्रदर्शन देखना एक बहुत बड़ा प्रयास होगा। और गुवाहाटी में इतनी जगह है तो फिर भी यह आयोजन कैसे सुरक्षित रहेगा? मुझे लगता है कि वायुसेना को थोड़ी सोच-विचार करनी चाहिए...
 
अरे, यह मेगा एयर शो कितनी भागदौड़ है 🤯! मुझे लगता है कि गुवाहाटी के लचित घाट पर ब्रह्मपुत्र नदी पर हवाई प्रदर्शन कराना थोड़ा मुश्किल होगा, खासकर अगर वहां का सड़क मार्ग बहुत भीड़भाड़ हो। यह हवाई प्रदर्शन ज्यादा समय लेगा और लोगों को बिना बिना देर के अपनी जगह पर पहुंचाना होगा। लेकिन वायुसेना ने जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि वहां के लोगों को कोई चोट न लगे।
 
नर्थ eastern असम की ब्रह्मपुत्र नदी पर हवाई प्रदर्शन तो बहुत ही रोमांचक होगा 🚀👍। मुझे लगा कि गुवाहाटी के लचित घाट पर आयोजित किया गया यह प्रदर्शन कैसे देखा जाएगा, मुझे बिल्कुल अजीब लग रहा है । क्या ये विमान फेकी तस्वीरों से बना होगा? और क्या असम को तो हवाई प्रदर्शन आयोजित करने के लिए यह जितना पैसा खर्च किया गया है, वह सब राफेल और तेजस विमानों की खरीद पर लगा हुआ होगा? ये भारतीय वायुसेना को बहुत बड़ा पैमाने पर खर्च करना पड़ेगा।
 
😎 ये वायुसेना का भव्य हवाई प्रदर्शन असम में तो होना चाहिए। जहां हमारी बहुत सारी लड़कियाँ और लड़कें हैं जो हवाईयों में सवारी करना सीखना चाहती हैं। मुझे यह देखने का शौक है कि वायुसेना कैसे अपने अत्याधुनिक विमानों को प्रदर्शित करती है। राफेल और तेजस जैसे विमान भारतीय वायुसेना के लिए बहुत गर्व की बात हैं 🚀। मुझे उम्मीद है कि हवाई प्रदर्शन में भाग लेते समय हमारे युवाओं को यह देखने का मौका मिलेगा कि वायुसेना कैसे अपनी जिम्मेदारियों को निभाती है। 🙏
 
मुझे ये हवाई प्रदर्शन की बात sun rahi hai.. तो असम में गुवाहाटी पर 5-9 नवंबर तक वायुसेना ka bahut bada aayojan hoga. woh rafiil aur tejash jaise vimaan unki mehnat dikhayenge. mere khyaal me, iske liye toh gud hai ki guwahati ke lachit ghata par brahamputra nadi ka dekhna milega... main kuchh bhi pata nahi hoon, lekin ye bharosa hai ki yeh show bahut hi bada aur interesting hoga.
 
यह तो बहुत बड़ा आयोजन होगा 🤯, मुझे लगता है कि क्यों ना लोगों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाए, इतने सारे विमान एक जगह पर इकट्ठे होने से खतरा हो सकता है। और ये तो गुवाहाटी में ऐसा आयोजन पहली बार होगा, यह तो बहुत बड़ा संकेत है कि क्या उन्होंने पूर्वी राज्यों की आवश्यकताओं पर विचार किया?
 
नदी के किनारे खुलकर हवाई प्रदर्शन करने का यह आयोजन तो बहुत रोचक होगा। लेकिन याद रखना ज़रूरी है कि हमारी नदियों का संरक्षण भी बहुत ज़रूरी है। इन हवाई प्रदर्शनों में लोग बड़े हर्ज़ाने हो जाते हैं और नदी के आसपास का वातावरण बिगड़ जाता है। तो हमें सोच-विचार कर इस तरह के आयोजनों को सही तरीके से मनाना चाहिए, जिससे भी हमारी नदियों का संरक्षण हो सके।
 
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