'इस तरह की चालें काम नहीं आएंगी...', इस्लामाबाद ब्लास्ट पर शहबाज शरीफ ने मढ़ा झूठा आरोप तो भारत

पाकिस्तान की ओर से जिम्मेदार ठहराए गए आत्मघाती विस्फोट में, भारत ने मनगढ़ंत कहानियां करार दिया है. शहबाज शरीफ के आरोपों पर जवाब देते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "पाकिस्तान अपनी अंदरूनी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानियां बना रहा है. पाकिस्तान में सेना के इशारे पर संविधान को ताक पर रखकर सत्ता पर कब्जा किया जा रहा है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय वास्तविकता से अच्छी तरह वाकिफ है और पाकिस्तान की हताशापूर्ण ध्यान भटकाने वाली चालों से गुमराह नहीं होगा।

इस्लामाबाद विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई, जिसमें कई अन्य घायल हुए. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली. इसके बावजूद शहबाज शरीफ ने भारत पर आरोप लगाए, "ये हमले भारत की ओर से प्रायोजित आतंकवाद की कड़ी हैं, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान को अस्थिर करना है." यह दावा बिना कोई सबूत दिखाकर किया गया है।

पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन ने कहा, "पाकिस्तान का स्पष्ट मानना है कि अफगानिस्तान को अपनी धरती से आतंकवाद को रोकना चाहिए, अन्यथा हमें उनके खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।"

भारत ने पाकिस्तान के इस बयान पर मनगढ़ंत कहानियां करार दिया है. यह एक और उदाहरण है कि पाकिस्तान अपनी अंदरूनी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानियां बना रहा है.
 
🤔 तो पाकिस्तान की बात करें, वाह... उनकी अंदरूनी समस्याएं तो बहुत ज्यादा हैं ना? 😂 पहले आतंकवाद की बात करते हैं, फिर अफगानिस्तान को अपनी धरती से कहेंगे कि आओ हम आराम करो, और तो भी मोहसिन ने दावा किया है कि पाकिस्तान खुद ही आतंकवाद को रोकना चाहती है। 🙄 यह तो एक मजेदार गेम है, लेकिन हमें नहीं दिखाई देना चाहिए। पाकिस्तान अपने भीतरी होने वाली समस्याओं से बाहर निकलने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानियां बनाता रहता है, और हमें उनकी गेंद को मारना चाहिए। 😅
 
🤔 भारत को लगता है कि पाकिस्तान अपनी अंदरूनी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानियां बना रहा है. पाकिस्तान में सेना के इशारे पर सत्ता पर कब्जा किया जा रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय वास्तविकता से अच्छी तरह वाकिफ है. हमें लगता है कि पाकिस्तान अपने खुद के मुद्दों को हल करने की बजाए, दूसरों पर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए हम उनसे बातचीत करने को तैयार है और उनकी वास्तविकताओं से निपटने के लिए काम करेंगे. 🚫
 
मुझे लगता है की ये पाकिस्तान की मुश्किलो को ध्यान भटकाने की कोशिश है। वो आतंकवादी हमले करता रहता है, लेकिन कोई सुधार नहीं करता, तो वह अपने सरकार के दोषियों को बाहर कर देता है और दूसरे देश पर आरोप लगाता है। यह एक बहुत बड़ी बुराई है, जिससे हमें निराश महसूस होता है.
 
मैंने कल दिल्ली में एक अच्छी चाट वाली गली में बैठकर सोचा, कि पाकिस्तान और भारत को हमेशा यही दिखाई देता है, जैसे बाकी दुनिया से अलग होने का प्रयास. लेकिन सच तो यह है कि हमें अपनी समस्याओं का समाधान निकालने पर ध्यान देना चाहिए, नहीं तो हम फिर भी इस तरह की बातचीत में पड़ जाएंगे।
 
अगर बहुत बातें हो और शहबाज शरीफ दावा करते हैं कि भारत इस हमले में शामिल था, तो उन्हें साबित करना चाहिए कि उनकी बात सच है। 🤔
 
यार, यह पाकिस्तान की ताकत नहीं है अपने अंदरूनी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए. वो एकदम झूठ बोल रहा है, आतंकवादी हमलों का श्रेय भारत पर लगा रहा है. लेकिन हम जानते हैं कि पाकिस्तान में सेना के इशारे पर सत्ता पर कब्जा है, और वह अपने अंदरूनी समस्याओं से निपटने के लिए लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है. वो हमेशा मनगढ़ंत कहानियां बनाता रहता है, और अब फिर से इस्लामाबाद में आतंकवादी हमले हुए है.
 
मुझे यह लग रहा है कि पाकिस्तान ने फिर से अपने खिलाफ आतंकवादी हमलों को स्वीकार नहीं किया, और अब वह भारत पर आरोप लगाने लगे हैं. ये बातें बहुत अजीब लगती हैं... मुझे लगता है कि पाकिस्तान में उनके इशारे से संविधान को तोड़कर सत्ता पर कब्ज़ा करने की बात ही सचमुच मनगढ़ंत कहानियां है. 🤔

क्या हमें नहीं पता है कि पाकिस्तान में उनके खिलाफ आतंकवादी हमलों को स्वीकार नहीं किया जाता, और फिर भी वे अपने खिलाफ आतंकवादी हमलों को दूसरों पर आरोप लगाने लगे हैं. यह बहुत अजीब लगता है. मुझे लगता है कि पाकिस्तान ने अपनी अंदरूनी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानियां बना रखी हैं. 🚫

मुझे लगता है कि हमें इस बात पर जोर देना चाहिए कि पाकिस्तान में उनके खिलाफ आतंकवादी हमलों को स्वीकार नहीं किया जाता, और फिर भी वे अपने खिलाफ आतंकवादी हमलों को दूसरों पर आरोप लगाने लगे हैं. यह बहुत अजीब लगता है. 🤦‍♂️
 
बात करते रहते हैं पाकिस्तान के दफ्तर में तो खेद है कि वे अपनी अंदरूनी समस्याओं से निपटने के लिए लोगों का ध्यान भटकाने के लिए मनगढ़ंत कहानियां बनाते रहते हैं. और फिर बोलते रहते हैं कि अफगानिस्तान को आतंकवाद को रोकना चाहिए, पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय वास्तव में पाकिस्तान की हताशापूर्ण ध्यान भटकाने वाली चालों से गुमराह नहीं होगा.
 
अगर देखें तो पाकिस्तान ने फिर से आतंकवाद को अपना मुद्दा बना लिया है 🤦‍♂️. इसकी जिम्मेदारी कौन सी नहीं? उनके देश में सेना का तभी ताक पर सत्ता रखना है और अब वह बेरहम्फारी से लोगों को ध्यान भटका रहा है। भारत ने मनगढ़ंत कहानियां करार देने का सही मौका पकड़ा है, अगर पहले नहीं तो शायद पाकिस्तान वास्तविकता से गुमराह रहता। लेकिन बात आतंकवाद से होनी चाहिए, नहीं तो कोई भी देश इसका मुद्दा बना सकता है।
 
😕 “जो दूसरों को ठेस पहुँचाता है, वह खुद को भी प्रभावित कर सकता है” 🤦‍♂️। पाकिस्तान की ओर से आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदारी देने पर मनगढ़ंत कहानियां बनाने से क्या फायदा होगा? 😒
 
😡 ये एक बहुत ही गंभीर मामला है, और पाकिस्तान की इस तरह से जिम्मेदारी स्वीकारने की बात करना थोड़ा अजीब लग रहा है। यह हमले तो हमेशा से ही आतंकवाद का एकमात्र रूप माना जाता है, और अब पाकिस्तान का भी यही दावा है? और शहबाज शरीफ ने भारत पर आरोप लगाए, लेकिन वास्तविकता को समझने से पहले हमें अपनी खुद की गुलामी में फंस जाना चाहिए?

🤔 पाकिस्तान की तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है, और भारत पर आरोप लगाए गए? यह दावा बिना कोई सबूत दिखाकर किया गया है, और अब पाकिस्तान को भी इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा? 🚫

🗣️ हमें अपने देश की सुरक्षा के बारे में सोचकर आगे बढ़ना चाहिए, और पाकिस्तान को भी ऐसा ही करना चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए हमें एक दूसरे का समर्थन करना चाहिए, और अपनी अंदरूनी समस्याओं से निपटने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
 
क्या ये एक नया रिकॉर्ड है पाकिस्तान की? पहले तो सऊदी अरब में आत्मघाती विस्फोट, अब इस्लामाबाद में... यह बहुत बढ़ गया है! और शहबाज शरीफ जी के आरोपों पर जवाब देते हुए भारत ने मनगढ़ंत कहानियां करार दिया है. यह तो पाकिस्तान की खामोशी से बात करने की कोई नई तकनीक नहीं है, बस उन्हें अपनी अंदरूनी समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने का एक और तरीका मिल गया है.
 
मैंने तो अभी सुना था कि पाकिस्तान में खाली बोतल बेचने वालों का निजाम है 🤣। लेकिन आतंकवाद की बात करते हुए, यह तो बहुत ही गंभीर मुद्दा है। मैं समझ नहीं पाऊं कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान कहां से आया? 😕 क्या हमें सिर्फ अफगानिस्तान पर भरोसा करना चाहिए? मुझे लगता है कि पाकिस्तान को अपनी समस्याओं का समाधान खुद ढूंढना चाहिए। 🤔

कोई भी आतंकवादी हमला नहीं होता, तभी हमें सोचा जाता कि पाकिस्तान में ऐसे लोगों को कहां से आने दिया गया? 😕 यह तो बहुत ही गंभीर सवाल है। और शहबाज शरीफ को भारत पर आरोप लगाने की बात, यह तो पूरी तरह से झूठी है। मैंने ऐसा सुना है कि पाकिस्तान का खुफिया विभाग भी अफगानिस्तान में लोगों को छुपाकर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा है। 🚨
 
पाकिस्तान में हमेशा यही दिखाई देता है कि वह अपनी सुरक्षा को बढ़ाने के लिए इमर्दार खेल कर रहा है, लेकिन वास्तविकता तो अलग है। उनके इस तरह से बहाने बनाने में कोई रोकना नहीं है, लेकिन याद रखना चाहिए कि अफगानिस्तान की स्थिति भारत के लिए प्रतिबिंब नहीं करती है. पाकिस्तान अपनी अंदरूनी समस्याओं से निपटने में असफल रहा है और अब वह दूसरों पर इसकी जिम्मेदारी डालने की कोशिश कर रहा है। 😐
 
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