'जितनी जल्दी उतना लाभ...' जनसंख्या नीति पर RSS महासचिव दत्तात्रेय होसबले का बयान, TMC पर भी साध

देश में जनसंख्या असंतुलन को रोकने के लिए केंद्र सरकार को जल्दी से नई जनसंख्या नीति लानी चाहिए। दिल्ली में हुए अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में RSS महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने कहा, 'जनसंख्या कानून जितनी जल्दी बनेगा, उतना फायदा होगा।'

उन्होंने कहा, 'देश में जनसंख्या असंतुलन तीन वजह से हो रही है। घुसपैठ, धर्म परिवर्तन, और कुछ समुदायों में तेजी से बढ़ती जनसंख्या दर।' उन्होंने कहा, 'जबरदस्ती धर्म परिवर्तन रोकने के लिए कानून हैं, लेकिन समाज को भी इस पर जागरूक होना होगा।'

उन्होंने सेवा के नाम पर होने वाले धर्म परिवर्तन को चिंताजनक बताया और कहा, 'वनवासी कल्याण आश्रम और विश्व हिंदू परिषद जैसी संस्थाएं इस दिशा में काम कर रही हैं।' उन्होंने लिव-इन संबंधों को भी सामाजिक और कानूनी स्तर पर नियंत्रित करने की मांग की।

उन्होंने कहा, 'घुसपैठ और धर्मांतरण रोकना जरूरी है। जब हम जनसांख्यिकीय असंतुलन की बात करते हैं, तो कुछ लोग इसे साम्प्रदायिक कहते हैं।' उन्होंने कहा, 'सोचिए कि इसका असर राष्ट्रीय सुरक्षा पर कैसे पड़ता है।'

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का जिक्र करते हुए कहा, 'पीएम ने भी चेतावनी दी थी कि देश की जनसांख्यिकी को 'साजिश के तहत बदला जा रहा है' और घुसपैठिए भारत के नागरिकों के हित, आजीविका और सुरक्षा को नुकसान पहुंचा रहे हैं।'

उन्होंने कहा, 'सीमा क्षेत्रों में जनसंख्या परिवर्तन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।' उन्होंने कहा, 'इसी वजह से उन्होंने 'हाई-पावर डेमोग्राफी मिशन' शुरू करने की घोषणा की थी।'

दत्तात्रेय होसबले ने पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार पर भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'राज्य की स्थिति गंभीर है। पिछले चुनावों के बाद राजनीतिक नेतृत्व और मुख्यमंत्री के कारण वहां नफरत और हिंसा बढ़ी है।'
 
प्रधानमंत्री को तेजी से जनसंख्या नीति बनाने के लिए कहकर यह तय नहीं किया जा सकता। कुछ लोगों की राय में इसे भारतीय समाज की परंपराओं और मूल्यों को खतरे में डाल देना है। देश में जनसंख्या असंतुलन तीन वजह से हो रही है - घुसपैठ, धर्म परिवर्तन, और कुछ समुदायों में तेजी से बढ़ती जनसंख्या दर। लेकिन यह समस्या किसी एक व्यक्ति या सरकार की गलतियों से नहीं है। देश को इस समस्या का समाधान खोजने के लिए कई पक्षों को मिलाकर काम करना होगा। 🤔
 
देश में जनसंख्या असंतुलन तो एक जटिल समस्या है, लेकिन अगर हमारे पास एक ठोस योजना नहीं है तो यह दूर नहीं होगी। कुछ लोग कह रहे हैं कि घुसपैठ और धर्म परिवर्तन रोकने से ही जनसंख्या असंतुलन कम होगा। लेकिन मेरा सवाल यह है कि हमारे पास योजना कैसे बनाई जाएगी? और कैसे हम समाज को इस बात पर जागरूक करेंगे।

मुझे लगता है कि हमें अपने सामुदायिक मूल्यों पर ध्यान देना चाहिए, ताकि लोग अपने परिवारों और समाज के लिए सबसे अच्छा निर्णय ल सकें। लेकिन यह एक जटिल समस्या है और इसके लिए समय और सावधानी की आवश्यकता है।
 
ये सच है कि जनसंख्या असंतुलन को दूर करने के लिए सरकार को तेजी से काम करना चाहिए। लेकिन यह भी सच है कि हमें अपनी सीमाओं को मजबूत बनाने पर ध्यान देना चाहिए, न कि लोगों को बाहर फेंकने की।

जनसंख्या परिवर्तन की बात करते समय, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हर सामाजिक बदलाव में कुछ हानि और लाभ होते हैं। हमें अपने समाज को बदलने के लिए एक सोच-समझकर और समझदारी से काम करना चाहिए।

लेकिन सच्चाई यह है कि घुसपैठ और धर्म परिवर्तन रोकना जरूरी है। हमें अपने देश की सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए।
 
अरे, यह तो बहुत जरूरी की हम देश में जनसंख्या असंतुलन को रोकने के लिए कुछ कदम उठाएं। RSS महासचिव दत्तात्रेय होसबले जी ने बिल्कुल सही कहा, 'जनसंख्या कानून' जल्द से बनाना चाहिए, तो हमारा देश और तेजी से आगे बढ़ सके।

मुझे यह बात पसंद है कि उन्होंने घुसपैठ, धर्म परिवर्तन और समुदायों में बढ़ती जनसंख्या दर तीन वजह बताईं। यह तो सच है, हमें इन पर नज़र रखनी चाहिए। और जब बात सेवा के नाम पर होने वाले धर्म परिवर्तन की आती, तो मुझे यह बहुत चिंताजनक लगा। लेकिन RSS महासचिव जी ने भी बताया है कि वनवासी कल्याण आश्रम और विश्व हिंदू परिषद जैसी संस्थाएं इस दिशा में काम कर रही हैं।

लिव-इन रिलेशनशिप्स को सामाजिक और कानूनी स्तर पर नियंत्रित करने की भी जरूरत है। जब हम जनसांख्यिकीय असंतुलन की बात करते हैं, तो हमें इसे सिर्फ एक साम्प्रदायिक मुद्दा नहीं देखना चाहिए, बल्कि इसका असर राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ता है। 🤝🌟
 
अरे, यह तो बहुत दिलचस्प बात है 🤔। जनसंख्या असंतुलन को रोकने के लिए केंद्र सरकार को तेजी से नई नीति बनानी चाहिए। मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा मुद्दा है, खासकर दिल्ली जैसे शहरों में।

अगर हम जनसंख्या परिवर्तन रोकने के लिए कुछ नहीं करेंगे, तो यह साम्प्रदायिक समस्या बन सकता है 🚫। घुसपैठ, धर्म परिवर्तन, और कुछ समुदायों में बढ़ती जनसंख्या दर जैसी बातें सच हैं।

लेकिन हमें यह भी सोचना चाहिए कि लिव-इन संबंधों को नियंत्रित करने के लिए सरकार को क्या कदम उठाने चाहिए? 🤝

मुझे लगता है कि 'हाई-पावर डेमोग्राफी मिशन' एक बहुत अच्छा विचार है 🚀। अगर हम अपनी जनसंख्या को सुधारने के लिए कुछ नहीं करते, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है।

अरे, मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा विषय है, और हमें इस पर चर्चा करनी चाहिए 💬
 
जनसंख्या असंतुलन एक बहुत बड़ा मुद्दा है 🤔 हमें इसके बारे में जागरूक रहना चाहिए। घुसपैठ, धर्म परिवर्तन, और तेजी से बढ़ती जनसंख्या दर के बीच में यह असंतुलन बना रहता है। मैंने देखा है कि लोग अपने परिवारों को धार्मिक विचारों के आधार पर नहीं फिल्टर करते हैं, जिससे धर्म परिवर्तन की बात आती है 🤷‍♀️

लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि जनसंख्या असंतुलन न केवल आर्थिक मुद्दों से जुड़ा है, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों से भी 🌎 इसका संबंध है। हमें अपने समाज को इस बारे में जागरूक करना चाहिए ताकि हम सभी एक ही दिशा में चल सकें।

राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों की सुरक्षा पर इसका प्रभाव बहुत बड़ा होता है 🛡️ इसलिए, यह जरूरी है कि हम सभी एक ही दिशा में चलकर इस समस्या का समाधान निकालें।
 
मुझे लगता है कि देश में जनसंख्या असंतुलन एक गंभीर समस्या है, जिसको तुरंत हल करने की जरूरत है 🤔
दिल्ली में आयोजित कार्यकारी मंडल की बैठक से पता चलता है कि घुसपैठ, धर्म परिवर्तन और समुदायों में तेजी से बढ़ती जनसंख्या दर इस समस्या को बढ़ा रही हैं
इसलिए हमें एक नीति बनानी चाहिए जो इन समस्याओं को रोकने में मदद करे 📝
लेकिन यह भी जरूरी है कि समाज को इस पर जागरूक किया जाए और लोगों को सेवा के नाम पर होने वाले धर्म परिवर्तन के बारे में जागरूक किया जाए
इसके अलावा, लिव-इन संबंधों को भी सामाजिक और कानूनी स्तर पर नियंत्रित करने की जरूरत है 🚫
यह समस्या हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है, इसलिए इसे तुरंत हल करने की जरूरत है ⚠️
 
ये तो बहुत बड़ा मुद्दा है! जनसंख्या असंतुलन से देश की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है, तो हमें जल्दी से कुछ करना होगा। लेकिन फिर भी, मुझे लगता है कि समस्या का समाधान आसान नहीं है। हमें अपने समाज में शिक्षा, जागरूकता और समझौते की जरूरत है।

मैं तो सोचता हूँ कि देश में जनसंख्या परिवर्तन के लिए हमें अपने नीतियों में बदलाव करने की जरूरत है। हमें अपने सीमाओं पर और भी मजबूती से निगरानी रखनी चाहिए। और फिर, हमें अपने समाज में शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना चाहिए ताकि लोग सही रास्ते पर चल सकें।
 
अरे, यार, जनसंख्या असंतुलन को रोकने के लिए सरकार को तुरंत कुछ करना चाहिए. दिल्ली में बैठक में RSS महासचिव ने कहा है कि जनसंख्या कानून जल्द बनेगा, फायदा होगा। 🤣

तो वो तीन वजह हैं - घुसपैठ, धर्म परिवर्तन, और कुछ समुदायों में तेजी से बढ़ती जनसंख्या दर. और RSS महासचिव ने कहा है कि जबरदस्ती धर्म परिवर्तन रोकने के लिए कानून हैं, लेकिन समाज को भी इस पर जागरूक होना होगा। 😂

और वैनवासी कल्याण आश्रम और विश्व हिंदू परिषद जैसी संस्थाएं इस दिशा में काम कर रही हैं। लिव-इन संबंधों को भी सामाजिक और कानूनी स्तर पर नियंत्रित करने की मांग की गई है। 🤦‍♂️

लेकिन RSS महासचिव ने कहा है कि घुसपैठ और धर्म परिवर्तन रोकना जरूरी है, और यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर डाल सकता है। 🚨

और पीएम नरेंद्र मोदी ने भी चेतावनी दी थी कि देश की जनसांख्यिकी को 'साजिश के तहत बदला जा रहा है'। अरे, यह तो सरकार के लिए कुछ करने का मौका है! 🤔
 
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