‘जमीन बेची-55 लाख खर्च किए, जंगल में भूखे रहे’: 3 महीने में अमेरिका पहुंचे, लेकिन बेड़ियां डालकर लौटाया, बोले- ऐसे कभी मत जाना

अमेरिका में हुआ यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने मुझे बहुत सोच-विचार कराया। अवैध रास्तों से भेजने वाले लोगों की इस तरह की बुरी शुरुआत, यह तो बहुत ही दर्दनाक है। उनके परिवारों के लिए यह कैसा होना चाहिए? क्या उन्हें पता था कि वे ऐसा करने से देश के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं?

मुझे लगता है कि हमें अपनी रियायतता को कभी नहीं छोड़ना चाहिए। हमारे देश में हमेशा से यही नियम था। अगर हम आज भी अवैध रास्तों का उपयोग करते हैं तो इसका परिणाम तो ये ही है।
 
मुझे लगा है कि ये खबर बहुत ही दुखद है, जो चोटित परिवार को और भी अधिक दर्द पहुंचा रही है। अवैध रास्तों से अमेरिका जाने वाले लोगों की बॉडी फंड में आना एक बहुत बड़ा झटका है। मैं यही महसूस करता हूं कि हमें उनके परिवार के साथ खड़े होना चाहिए और उन्हें इस समय के दौरान सहारा देने की कोशिश करनी चाहिए।
 
मुझे ये खबर बहुत दिलचस्प लग रही है 🤔 तो अवैध रास्ते से अमेरिका भेजने वाले लोगों की संख्या 20 पर कम होने की बात तो सचमुच आश्चर्यकारी है। लेकिन ये बात और भी गंभीर है कि उनके फंड में आ गई, इसका मतलब यह है कि वे अपनी जान जोखिम पर नहीं लगा रहे थे। यही नहीं, यह खबर हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हमारे देश में लोगों को इतनी ज्यादा पैसे चाहिए कि वे अवैध तरीकों से अमेरिका भेजने के लिए तैयार हो गए हैं। हमें यह सोचने पर ही ध्यान देना चाहिए कि हम अपने देश को अच्छा बनाने के लिए क्या कर सकते हैं? 🤝
 
ये तो अच्छी खबर है 🙌, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों को अवैध रास्ते से भेजना और उनकी जान जोखिम में डालना तो सरकार के लिए एक बड़ा सवाल है 🤔। अगर अमेरिका ने अपने अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं किया होता, तो यह सब पहले ही हो गया होता।

इस बीच, भारत सरकार ने अपनी पूरी कोशिश की है कि लोग जान जोखिम में न डालें। हमें उम्मीद है कि अब ऐसे मामले कम होंगे। सरकार को फिर से अपने अधिकारियों को तैयार करना होगा और उन्हें सही तरीके से रणनीति बनानी होगी।

लेकिन अगर हम बात कर रहे हैं लोगों की जिंदगी, तो यह एक बहुत बड़ा सवाल है कि क्या उनकी जिंदगी कोई मूल्य नहीं है? 🤷‍♂️
 
🤔 यह तो बहुत ही दुखद खबर है... लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि अमेरिका ने अपने इतिहास में कई ऐसे व्यक्तियों को साथ छोड़ दिया था, जिनकी आत्माएं आज भी उनके लिए रोती हैं। 🙏

और यह बात भी सच है कि हमारा देश भी अपने इतिहास में कई ऐसे व्यक्तियों को छोड़ दिया था, जिनकी आत्माएं आज भी उनके लिए रोती हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारा देश एकता और सौहार्द में खड़ा है, न कि विभाजन में। 🇮🇳

लेकिन फिर भी, मैं यह कह सकता हूं कि इस तरह की घटनाओं को लेकर हमें बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यहां पर कई ऐसे व्यक्तियों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया था, जिन्हें हमारा सम्मान और प्यार मिलना चाहिए। ❤️
 
मुझे यकीन नहीं है कि क्या सही है, लेकिन यह बात जरूर तो सच है। जैसे ही अवैध रास्ते से अमेरिका भेजने वाले 20 लोगों में से 12 की बॉडी फंड में आ गई, मुझे लगता है कि हमारी सरकार को अपने नागरिकों की सुरक्षा और सेहत की जांच करनी चाहिए। यह एक बहुत बड़ा सवाल है और इसका जवाब देना भी जरूरी है। मुझे लगता है कि सरकार को अपने नागरिकों की फंडिंग की जांच करनी चाहिए और अगर कुछ गलत हुआ है तो उसके लिए कोई जवाबदेही होनी चाहिए।
 
भारतीय दूरसंचार नेटवर्क पर ऐसी बातचीत होने से पहले तो यह अच्छा लगेगा, लेकिन जब देखूँगा कि ये 20 लोग अमेरिकी सरकार के खिलाफ क्या कर रहे थे, तो मुझे लगता है कि उनके पास जानकारी थी जिससे उन्हें सोचते समय समझना चाहिए।

मैंने देखा है कि अमेरिका में बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपने सरकार के खिलाफ बोलते रहते हैं, और कभी-कभी वे सही बात कह सकते हैं। लेकिन यह भी सच है कि उनके पास इतना ज्ञान नहीं होता जितना कि हमारे देश में होता है, जहां हमारे दूरदराज के इलाकों में भी अच्छी सड़कें और संचार सुविधाएं हैं।

मुझे लगता है कि अमेरिकी सरकार को अपने नागरिकों को समझने की जरूरत है, उनके सोचते समय उन्हें सही जानकारी देनी चाहिए।
 
मुझे यह खबर बहुत हैरान कर देने वाली लगी, कि अवैध रास्ते से अमेरिका भेजने वाले 20 लोगों में से 12 की बॉडी फंड में आ गई। यह तो एक बड़ा सवाल उठाता है, कि कैसे उनकी शरीरें इतनी आसानी से वहीं पहुंची? जासूसी के लिए मुझे थोड़ी जानकारी चाहिए। क्या कोई वीडियो है या फोटोग्राफ भी नहीं हैं जिससे हमें यह पता चल सके कि उनकी शरीरें कहां से आ गईं?
 
मुझे ये जानकारी बहुत ही दुखद लग रही है 🤕। अवैध रास्ते से अमेरिका भेजने वाले लोगों को बॉडी फंड में आने से न केवल उनका परिवार परिवेश का बहुत ज्यादा दबाव पड़ रहा है, बल्कि यह हमारे देश के सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था के प्रति भी एक बड़ा सवाल उठाता है।

क्या हमारे देश में ऐसे अवैध रास्ते हैं जो अमेरिका या अन्य देशों तक ले जा सकते हैं? और क्या हमारे पास सरकारी नियंत्रण के साथ-साथ अनियमितताओं का भी खुला संचालन है? यह एक बहुत बड़ा सवाल है जिस पर हमें विचार करना चाहिए।
 
मुझे ये जानकर खेद हुआ कि इतने लोगों पर आरोप लगाया गया है। अवैध रास्ते से अमेरिका भेजने वाले लोगों की बॉडी फंड में आ जाने से न्याय प्रणाली और देश की ईमानदारी पर सवाल उठते हैं। तीन लोगों को मुकदमे में सुनवाई का मौका नहीं दिया गया, यह चिंताजनक बात है। लोकतंत्र के लिए यह एक बड़ा झटका लग सकता है।

मैं उम्मीद करता हूँ कि न्यायपालिका ने अपनी स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखा होगा। इन 20 लोगों में से 12 की जांच अच्छे से की जाएगी, ताकि सच्चाई पता चल सके। इससे हमारे देश की एक्सपोर्ट नीतियों और सुरक्षा प्रणालियों पर रुकने की जरूरत नहीं होगी।
 
अमेरिकी नागरिकों को विदेश जाने के लिए जैसे-जैसे वीजा बनवाने की प्रक्रिया आसान होती जा रही है, वैसे ही उनकी सावधानी कम हो रही है। मुझे लगता है कि हमें अपने देश की परिसीमाओं को और भी मजबूत बनाने की जरूरत है, ताकि हमारे नागरिकों को उनके फैसलों के लिए जवाबदेह ठहराया जा सके।
कुछ लोग ऐसा करने के बाद भी कहेंगे कि हम निरंतर प्रगति करते हैं और अपने देश को समृद्ध बनाते हैं, परंतु मेरा मानना है कि सुरक्षा सबसे पहले होनी चाहिए।
 
🚫 ये बहुत ही दुखद खबर है, 20 लोगों को अमेरिका भेजने के बाद उनकी बॉडी फंड में 70% से कम बच गया! यह तो किसानों और मध्यम वर्ग के लिए एक बहुत बड़ा झटका है। क्या हमारे पास इतनी राजनीतिक शक्ति नहीं है कि हम ऐसे लोगों की मदद कर सकें? 🤷‍♂️

मुझे लगता है कि हमें अपने देश में बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि ऐसी स्थितियाँ न हो और लोगों को पैसे नहीं मिलने दें। सरकार को ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए, या कम से कम उनके परिवार को सहारा देना चाहिए। यह एक बड़ा दांव है जो हमने खेला है।
 
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