काराकाट से चुनाव लड़ रही हैं ज्योति सिंह, अब रिजल्ट से पहले इस मामले में मिली राहत

ज्योति सिंह काराकाट से चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन रिजल्ट से पहले इस मामले में उन्हें मिली राहत। ज्योति सिंह के पति पवन सिंह एक बीजेपी प्रचारक हैं और उनकी पत्नी भोजपुरी फिल्म स्टार हैं।

ज्योति सिंह पर एसडीएम प्रभात कुमार के खिलाफ FIR दर्ज किया गया था, जिसमें उन्हें आरोप लगाया गया था कि वे होटल में गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल थीं। इस मामले में, ज्योति सिंह ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी।

कोर्ट से राहत मिलने के बाद, ज्योति सिंह ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, "मेरे नामांकन के समय से ही कुछ अधिकारी विपक्षी दलों के इशारे पर साजिश रच रहे हैं।"

ज्योति सिंह ने यह भी आशंका जताई कि एसडीएम प्रभात कुमार मतगणना के दौरान धांधली करा सकते हैं। उन्होंने इस संबंध में निर्वाचन पर्यवेक्षक को शिकायत पत्र सौंपा है और मांग की है कि मतगणना प्रक्रिया से एसडीएम को दूर रखा जाए।

इस मामले में, एसडीएम प्रभात कुमार ने ज्योति सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। लेकिन अब जब उन्हें राहत मिल गई है, तो उनके अधिवक्ता ने कहा है कि हम इस मामले को आगे नहीं बढ़ाएंगे।
 
मुझे लगता है की ये सब कुछ प्लॉट है। ज्योति सिंह के पति पवन सिंह एक बीजेपी प्रचारक हैं और उनकी पत्नी भोजपुरी फिल्म स्टार, लेकिन यह तो दिखता है कि ज्योति सिंह पर आरोप लगाने वाले एसडीएम प्रभात कुमार एक बीजेपी समर्थक हैं। ये सब मेरे लिए बहुत अजीब लगता है।
 
ज्योति सिंह की बात सुनकर दिल खांसा आ रहा है 🤕, यह तो बहुत ही गंभीर आरोप लगाए गए हैं। और जैसे ही उन्हें राहत मिली, इस बारे में कई सवाल उठने लगे हैं कि प्रशासन ने क्यों ऐसा किया और उनके खिलाफ आरोप साबित करने के लिए क्यों नहीं चलाया। यह तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है 🤕
 
यह बहुत अजीब है कि एसडीएम प्रभात कुमार ने ज्योति सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करनी चाहिए, लेकिन अब उनका मामला हल हो गया है। क्या यह इसलिए नहीं था कि उनकी पत्नी भोजपुरी फिल्म स्टार हैं?

मुझे लगता है कि ज्योति सिंह ने सही तरीके से अपनी जमानत याचिका दायर की है, लेकिन इस मामले में कुछ और देखने की जरूरत है। क्या यह सच है कि कुछ अधिकारी विपक्षी दलों के इशारे पर साजिश रच रहे हैं?

मुझे लगता है कि ज्योति सिंह ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए, लेकिन अब यह देखने की जरूरत है कि वास्तव में क्या हुआ है। मतगणना के दौरान धांधली करने की आशंका जताना स्वाभाविक है, लेकिन इसके लिए सबूत होने चाहिए।

मुझे लगता है कि इस मामले में आगे बढ़ने की जरूरत है, लेकिन यह देखने की जरूरत है कि क्या सच्चाई सामने आती है।
 
अरे यार, यह ज्योति सिंह का मामला ही ऐसा हुआ की साजिश रच रहे हैं हर जगह 🤔। मुझे लगता है कि चुनाव लड़ने वालों को अपने पति पत्नी जैसे परिवार के लोगों की बात करने दो, यह तो और भी गंभीर आरोप लगाओगे। सिर्फ़ मतदान प्रक्रिया में धांधली होने वाली, हमें सबको एक-एक कर साफ़ करना पड़ता।
 
वाह, यह एक बहुत बड़ी घोषणा है! ज्योति सिंह को राहत मिलने से सब कुछ अच्छा लगता है... लेकिन फिर भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, मुझे लगता है कि यह एक बड़ा चालाकी का खेल है। ज्योति सिंह ने प्रशासन पर बहुत बड़े आरोप लगाए हैं और अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या मतगणना की प्रक्रिया में धांधली होने की बात सच है। स्टार ज्योति सिंह को यह एक बड़ा चुनौतीपूर्ण समय मिलना है... लेकिन उनकी बहादुरी और संघर्ष क्षमता देखकर जरूर खुश हूं! 💪
 
अरे, यह बात सुनकर बहुत ही चिंताजनक है। ज्योति सिंह पर ऐसे आरोप लगाना और फिर उन्हें जमानत दिलाना... यह तो कुछ भी सही नहीं है 🤔। एक ओर, जहां वह अपने पति पवन सिंह के प्रति समर्थन हैं, वहीं दूसरी ओर, उनकी पत्नी ज्योति सिंह पर ऐसे आरोप लगाए गए... यह तो बहुत ही असहज स्थिति है मुझे लगता है। और फिर, एसडीएम प्रभात कुमार ने भी उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई थी, लेकिन अब जब उन्हें राहत मिल गई है, तो वह इस मामले को आगे नहीं बढ़ाएंगे? यह तो बहुत ही अजीब बात है... क्या सुरक्षा और न्याय कैसे काम कर रहे हैं? 🤷‍♂️
 
पहले तो मुझे इस व्यक्तित्व पर कोई सवाल नहीं है, यार! ज्योति सिंह की पत्नी भोजपुरी फिल्म स्टार हैं, और उनका पति पवन सिंह बीजेपी के लिए बहुत ही सक्रिय हैं। तो अगर उन्हें आरोप लगाया गया है, तो यह जरूर एक छोटे से खेल है। मेरी राय में, पुलिस और चुनाव आयोग को अपने काम से परेशान करने वालों से बचना चाहिए।
 
ज्योति सिंह की आरोपितता की बात करने वाले लोगों को अपनी राय देनी चाहिए। ज्योति सिंह ने गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप एसडीएम प्रभात कुमार पर लगाया, लेकिन यह तय नहीं है कि आरोपित कौन है।
 
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