वाशिंगटन पोस्ट ने एलआईसी से 3.9 अरब डॉलर में अदाणी समूह के स्वामित्व वाली कंपनियों में निवेश करने का आरोप लगाया है। लेकिन एलआईसी के पूर्व चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने इस रिपोर्ट को गलत बताया है और कहा है कि सरकार एलआईसी के निवेश निर्णयों में कोई भूमिका नहीं लेती।
एलआईसी ने आरोपों को झूठा और निराधार बताया है। उन्होंने कहा है कि वित्तीय सेवा विभाग या किसी अन्य निकाय की ऐसे निर्णयों में कोई भूमिका नहीं होती।
वाशिंगटन पोस्ट ने दावा किया था कि बीमा कंपनी के निवेश निर्णय बाहरी कारकों से प्रभावित होते हैं। लेकिन एलआईसी ने कहा है कि उनके निवेश निर्णय में कोई भी बाहरी दबाव नहीं आया।
एलआईसी ने रिपोर्टिंग को धूमिल करने के लिए किया था, जिसमें कहा गया है कि सरकार एलआईसी के निवेश निर्णयों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप नहीं करती।
एलआईसी ने आरोपों को झूठा और निराधार बताया है। उन्होंने कहा है कि वित्तीय सेवा विभाग या किसी अन्य निकाय की ऐसे निर्णयों में कोई भूमिका नहीं होती।
वाशिंगटन पोस्ट ने दावा किया था कि बीमा कंपनी के निवेश निर्णय बाहरी कारकों से प्रभावित होते हैं। लेकिन एलआईसी ने कहा है कि उनके निवेश निर्णय में कोई भी बाहरी दबाव नहीं आया।
एलआईसी ने रिपोर्टिंग को धूमिल करने के लिए किया था, जिसमें कहा गया है कि सरकार एलआईसी के निवेश निर्णयों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप नहीं करती।