पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा की ढाका यात्रा, ऑपरेशन सिंदूर और चिकन-नेक: भारत के लिए यह दौरा संदिग्ध
पाकिस्तान के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी, जनरल मिर्जा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से गलबहियां कर रहे हैं। उनके दौरे पर भारत को समर्थन करने का वादा था, लेकिन इसका मतलब क्या है?
ऐसा माना जा रहा है कि जनरल मिर्जा पाकिस्तान की सैन्य कमांडरों में से सबसे बड़े और शक्तिशाली हैं। उनके बाद आसिम मुनीर थे, लेकिन अब मुनीर भी निकल गए हैं।
पाकिस्तान ने अपनी तानाशाही राजशाही का अंत नींव बैठाई है। सीमाओं पर भारत को घेरने की तैयारी कर रहे हैं, चिकन-नेक जैसे संवेदनशील इलाकों का दौरा कर सकते हैं।
इसके पीछे ये क्या है? 1971 की जंग में भारत ने पाकिस्तान को तोड़ दिया, लेकिन नए देश बनाने के बाद से पाकिस्तान और बांग्लादेश में संबंध नहीं थे। लेकिन अब पाकिस्तान और बांग्लादेश काफी करीब आ गए हैं, और भारत-विरोधी यूनस सरकार से गठबंधन तेज।
यूनस सरकार ने पाकिस्तानी कमांडर को एक पुस्तक दी, जिसमें पेंटिंग है। इस बुक में बांग्लादेश का नक्शा दिखाया गया, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या ये नक्शा साक्षात्कार करने वाली हवाई पट्टियों सहित बांग्लादेश में तो नहीं है।
बांग्लादेशी सेना के प्रमुख वकार जमान ने भी चिकन-नेक की हवाई पट्टियों का दौरा किया है, जो अमेरिकी सेना द्वारा विश्वयुद्ध में उपयोग की गई थी। यह सवाल उठता है कि बांग्लादेश इन पट्टियों को किसे सौंपना चाहता है? और क्या ये पट्टियां अब भारत के लिए खतरनाक हो सकती हैं?
भारत ने इस मामले में कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन असम के मुख्यमंत्री सरमा ने चिकन-नेक पर ध्यान आकर्षित करने वाली बांग्लादेश की गतिविधियों को सख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा है। उन्होंने कहा था कि दो दो चिकन-नेक तोड़ दिए जाएंगे, लेकिन यह सवाल उठता है कि ये इलाके से कौन सावधानी बरतेगा।
यह दौरा जनरल मिर्जा और ऑपरेशन सिंदूर का एक बड़ा खेल हो सकता है, जिसमें भारत के लिए खतरनाक स्थिति बनाई गई है।
पाकिस्तान के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी, जनरल मिर्जा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से गलबहियां कर रहे हैं। उनके दौरे पर भारत को समर्थन करने का वादा था, लेकिन इसका मतलब क्या है?
ऐसा माना जा रहा है कि जनरल मिर्जा पाकिस्तान की सैन्य कमांडरों में से सबसे बड़े और शक्तिशाली हैं। उनके बाद आसिम मुनीर थे, लेकिन अब मुनीर भी निकल गए हैं।
पाकिस्तान ने अपनी तानाशाही राजशाही का अंत नींव बैठाई है। सीमाओं पर भारत को घेरने की तैयारी कर रहे हैं, चिकन-नेक जैसे संवेदनशील इलाकों का दौरा कर सकते हैं।
इसके पीछे ये क्या है? 1971 की जंग में भारत ने पाकिस्तान को तोड़ दिया, लेकिन नए देश बनाने के बाद से पाकिस्तान और बांग्लादेश में संबंध नहीं थे। लेकिन अब पाकिस्तान और बांग्लादेश काफी करीब आ गए हैं, और भारत-विरोधी यूनस सरकार से गठबंधन तेज।
यूनस सरकार ने पाकिस्तानी कमांडर को एक पुस्तक दी, जिसमें पेंटिंग है। इस बुक में बांग्लादेश का नक्शा दिखाया गया, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या ये नक्शा साक्षात्कार करने वाली हवाई पट्टियों सहित बांग्लादेश में तो नहीं है।
बांग्लादेशी सेना के प्रमुख वकार जमान ने भी चिकन-नेक की हवाई पट्टियों का दौरा किया है, जो अमेरिकी सेना द्वारा विश्वयुद्ध में उपयोग की गई थी। यह सवाल उठता है कि बांग्लादेश इन पट्टियों को किसे सौंपना चाहता है? और क्या ये पट्टियां अब भारत के लिए खतरनाक हो सकती हैं?
भारत ने इस मामले में कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन असम के मुख्यमंत्री सरमा ने चिकन-नेक पर ध्यान आकर्षित करने वाली बांग्लादेश की गतिविधियों को सख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा है। उन्होंने कहा था कि दो दो चिकन-नेक तोड़ दिए जाएंगे, लेकिन यह सवाल उठता है कि ये इलाके से कौन सावधानी बरतेगा।
यह दौरा जनरल मिर्जा और ऑपरेशन सिंदूर का एक बड़ा खेल हो सकता है, जिसमें भारत के लिए खतरनाक स्थिति बनाई गई है।