MHA: पहलगाम आतंकी हमले की सुनवाई के लिए विशेष लोक अभियोजक नियुक्त, गृह मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना

गृह मंत्रालय ने इस हफ्ते पहलगाम आतंकी हमले की सुनवाई के लिए एक विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जल्द ही आरोपपत्र दाखिल करने की उम्मीद है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की हत्या को अंजाम दिया गया था। इस हमले में पर्यटकों की सबसे बड़ी संख्या मारी गई थी।

एनआईए ने अधिसूचना जारी करते हुए बताया है कि गृह मंत्रालय श्री सिंह, एक अनुभवी अधिवक्ता, को विशेष लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त करता है। यह नियुक्ति इस अधिसूचना के प्रकाशन की तारीख से तीन साल की अवधि के लिए या मामले के मुकदमे के पूरा होने तक, जो पहले हो, के लिए की गई है।

इस हमले में अलसुबह-ए-तैयबा से जुड़े आतंकवादी शामिल थे, जिसे गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान से संबंधित बताया है। एनआईए ने पर्यटकों, खच्चर और टट्टू मालिकों, फोटोग्राफरों, कर्मचारियों और दुकानदारों सहित 1,000 से अधिक लोगों से पूछताछ की है।

गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम हमले पर जानकारी देते हुए बताया था कि यह आतंकवादी हमला अलसुबह-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। इस हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर बमबारी की।

एनआईए ने पहलगाम हमले की जांच पूरी करने के लिए 45 दिनों का अतिरिक्त समय दिया था, लेकिन यह समय इस हफ्ते समाप्त हो रहा है। उम्मीद है कि एजेंसी अब आरोपपत्र दाखिल करेगी।
 
पहलगाम आतंकी हमले सुनवाई के बाद तो हमारे देश में फिर से आतंकवाद का खलनिश हुआ है। यह हमला पर्यटकों की सबसे बड़ी संख्या मारने वाला था। सरकार ने जल्द से जल्द आरोपपत्र दाखिल करने की उम्मीद रखी है, लेकिन यह तो हमें अभी तक पूरी तरह से पता नहीं है।

मुझे लगता है कि इस हमले में शामिल व्यक्तियों के बारे में और भी जानकारी चाहिए। सरकार ने पहले कहा था कि यह आतंकवादी हमला अलसुबह-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है, लेकिन अब तक कुछ नहीं पता चल पाया है। अगर हमें वास्तविकता बतानी है तो हमें हर व्यक्ति को एक साथ लाना चाहिए।
 
मुझे बहुत दुख हुआ जब मैंने पहलगाम आतंकी हमले की सुनवाई की जानकारी सुनी, 🤕 यह एक बहुत ही दर्दनाक घटना है जिसमें हमारे देश में पर्यटकों और अनेक लोगों की जान गई है। मुझे लगता है कि हमें इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हमें एक साथ आना चाहिए। हमें अपने विविधता और एकता की बात करनी चाहिए और आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट होना चाहिए। 🙏

मुझे लगता है कि एनआईए ने अच्छी तरह से हमले की जांच की है और आरोपपत्र दाखिल करने की उम्मीद है, जिससे आतंकवादियों को कड़ी सजा मिलेगी। 🚔 हमें आशा करनी चाहिए कि न्यायपालिका इस मामले को तेजी से आगे बढ़ाएगी। 🕰️

हमें यह भी याद रखना चाहिए कि आतंकवाद का खिलाफ लड़ने के लिए हमें एक दूसरे की मदद करनी होगी और समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। 🤝
 
हमेशा ऐसी स्थितियों पर तुरंत ध्यान देना चाहिए जब पर्यटकों और आम लोगों को खतरा हो। पहलगाम में इतने बड़े आतंकी हमले होने पर नियमित जांच एजेंसियों को समय देने की जरूरत नहीं है, हमें तुरंत इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
 
क्या ये देखने को मिलता है... गृह मंत्रालय ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच के लिए एक विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया है। लेकिन यह तय कैसे किया गया कि कौन सा मामला इस लोक अभियोजक को देना चाहिए? और फिर भी यह सवाल उठता है कि क्या ये लोक अभियोजक वास्तव में हमले की जांच करने में सक्षम होगा।

और तो और, एनआईए ने पहलगाम हमले की जांच पूरी करने के लिए 45 दिनों का अतिरिक्त समय दिया था, लेकिन अब यह समय समाप्त हो रहा है। उम्मीद है कि एजेंसी जल्द ही आरोपपत्र दाखिल करेगी, लेकिन मुझे लगता है कि यह तय करने का समय नहीं बच गया।
 
ये आतंकवादी हमले तो बिल्कुल भी समझ नहीं आ रहे हैं ना। पहलगाम में 26 लोगों की हत्या हुई, जिसमें पर्यटकों की सबसे बड़ी संख्या मारी गई थी। यह तो बहुत ही दुखद बात है। और अब एनआईए ने आरोपपत्र दाखिल करने की उम्मीद है, तो हमें उम्मीद है कि जल्द ही आतंकवादियों को justice मिलेगी। लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या हमारे पास पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पूरी तैयारी की जा रही थी?
 
यह हमला बहुत बड़ा दुख है, 26 लोगों की जान गंवाने की बात सुनकर मन को खेद होता है। पर्यटकों की सबसे बड़ी संख्या मारी गई थी, यह तो बहुत भयानक है।

गृह मंत्रालय ने विशेष लोक अभियोजक को नियुक्त करने का फैसला किया, शायद इसलिए कि इस हमले में पाकिस्तान से जुड़ाव होने की बात कही गई है। एनआईए को 45 दिनों का अतिरिक्त समय दिया गया था, लेकिन अब आरोपपत्र दाखिल करने की उम्मीद है।

हमें यह भी पता है कि पहलगाम में आतंकवादी शिविर पर बमबारी हुई, जो कि बहुत बड़ा सैन्य ऑपरेशन था। इस हमले की जांच पूरी करने के लिए हमें सभी सहायता देनी चाहिए।
 
तो पहलगाम आतंकी हमले की बात करें, लगता है न्यायिक प्रक्रिया धीमी हुई है, तीन साल तक मामले की जांच करने के लिए? 🤔 कोई जवाब नहीं दिया गया, यह तो भारतीय संसदीय प्रक्रियाओं का ही नाम है... क्या पर्यटकों की हत्या में कोई बड़ा आरोपी पकड़ेगा या फिर कुछ और होगा? 🚨
 
यह तो बहुत बड़ा हमला हुआ था पहलगाम में 🤕, और पुलिस ने अभी भी सभी विवरण नहीं बताए हैं। यहां तक कि एनआईए ने भी पर्यटकों की सबसे बड़ी संख्या मारी गई थी, जो तो बहुत दुखद है 😔। शायद उन्हें अभी भी पूरा विवरण नहीं मिल रहा है। और गृह मंत्रालय ने श्री सिंह को विशेष लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त किया है, तो उम्मीद है कि वह जल्द ही आरोपपत्र दाखिल करेगा 🤞
 
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