मोकामा केस: तेजस्वी यादव ने अनंत सिंह के समर्थकों पर हमला क्यों किया?
बिहार के मोकामा में हुई दुलारचंद यादव की हत्या के बाद, राजगत में एक नई लड़ाई शुरू हो गई है। इस घटना से पूरे इलाके में तनाव बढ़ गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आज कल, लोगों ने अनंत सिंह के समर्थकों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस हत्याकांड को साजिश रची थी। यह आरोपजनित तौर पर, चुनाव प्रचार के दौरान जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह के समर्थकों और जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद यह हिंसक झड़प हुई।
आरोप है कि दुलारचंद यादव के पैर में गोली लगी और जब वह सड़क पर गिरे तो उन पर महिंद्रा थार गाड़ी चढ़ाकर कुचल दिया गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद, राजगत ने अनंत सिंह के समर्थकों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस हत्याकांड को साजिश रची थी।
तेजस्वी यादव ने इस घटना को "सत्ता संपोषित दुर्दांत अपराधियों" द्वारा किया गया कृत्य बताया है और आरोप लगाया है कि ये अपराधी एनडीए के 'महाजंगलराज' में बाहर घूमकर तांडव मचा रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी तीस साल पहले की बातें करते हैं, लेकिन उन्हें तीस मिनट पहले क्या हुआ, यह भी देखना चाहिए।
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया है कि जब राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है और चुनाव चल रहे हैं, तब भी कुछ लोग बंदूक और गोली लेकर खुलेआम कैसे घूम रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा है कि इस हत्या से बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा होता है और प्रधानमंत्री को यह सब आंख खोलकर देखना चाहिए। उन्होंने दुलारचंद यादव की हत्या को 'सामाजिक कार्यकर्ता' की हत्या बताया है और मौजूदा सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
बिहार के मोकामा में हुई दुलारचंद यादव की हत्या के बाद, राजगत में एक नई लड़ाई शुरू हो गई है। इस घटना से पूरे इलाके में तनाव बढ़ गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आज कल, लोगों ने अनंत सिंह के समर्थकों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस हत्याकांड को साजिश रची थी। यह आरोपजनित तौर पर, चुनाव प्रचार के दौरान जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह के समर्थकों और जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद यह हिंसक झड़प हुई।
आरोप है कि दुलारचंद यादव के पैर में गोली लगी और जब वह सड़क पर गिरे तो उन पर महिंद्रा थार गाड़ी चढ़ाकर कुचल दिया गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद, राजगत ने अनंत सिंह के समर्थकों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस हत्याकांड को साजिश रची थी।
तेजस्वी यादव ने इस घटना को "सत्ता संपोषित दुर्दांत अपराधियों" द्वारा किया गया कृत्य बताया है और आरोप लगाया है कि ये अपराधी एनडीए के 'महाजंगलराज' में बाहर घूमकर तांडव मचा रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी तीस साल पहले की बातें करते हैं, लेकिन उन्हें तीस मिनट पहले क्या हुआ, यह भी देखना चाहिए।
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया है कि जब राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है और चुनाव चल रहे हैं, तब भी कुछ लोग बंदूक और गोली लेकर खुलेआम कैसे घूम रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा है कि इस हत्या से बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा होता है और प्रधानमंत्री को यह सब आंख खोलकर देखना चाहिए। उन्होंने दुलारचंद यादव की हत्या को 'सामाजिक कार्यकर्ता' की हत्या बताया है और मौजूदा सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।