MP News: बीजापुर में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़, अब तक छह माओवादियों ढेर

बीजापुर में नक्सली विरोधी सुरक्षाबलों ने रात्रि के अंधेरे में माओवादियों से तालमेल खिलाने की कोशिश करते हुए मुठभेड़ की थी। इस मुठभेड़ में अब तक छह माओवादियों का शव बरामद किया गया है।

जानकारी के अनुसार, पुलिस ने बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में सुबह 10 बजे से माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच एक रुक-रुक कर होती रही मुठभेड़ की। इस दौरान, कई माओवादियों को पकड़ लिया गया है, जबकि कुछ अन्य शव बरामद हुए हैं।

पुलिस ने बताया कि इस मुठभेड़ में पाकिस्तान से आए माओवादी थे। उन्होंने काफी जोर से गोलीबारी करने लगे, लेकिन फिर भी हमारे जवानों ने उनका सहारा नहीं छोड़ा और उन्हें हराया।
 
बुराई है कि नक्सलियों को बादल में छुपाते रहते हैं 🌫️। लेकिन तो यह तो अच्छा है कि पुलिस ने उनकी मुठभेड़ कर दी। और ये तो अच्छी भी बात है कि जवानों ने उन्हें हराया, चाहे वे कितने जोर से गोलीबारी कर रहे थे। 🚫

क्या हमें नक्सलियों पर फैसला करने में दूसरों को बात नहीं करने देना चाहिए? क्या हमें उन्हें खुद भागने का मौका देना चाहिए? 🤔

यह तो बहुत ही जटिल स्थिति है, लेकिन मुझे लगता है कि पुलिस ने सही कदम उठाए हैं। और जवानों की भावनाओं को समझने की जरूरत नहीं है। वे अपने देश के लिए लड़ रहे हैं 🇮🇳
 
मुझे यह बात बहुत चिंता की baat hai ki Maaon ke log aage to kabhi bina kisi baadha ke nahi ghus rahe hain. police ko toh kuch karne ka mauka mila, lekin yeh saabit ho gayi hai ki unke paas bahut si takiye mein baadhaon ka paksh hai. ab log jaan lega ki woh kaisa socha tha apni taakat ke baare mein? aur police ko bhi samjhaana padega ki woh kaise saamne aaye.
 
अरे दोस्तो! 😮 ये मुठभेड़ बहुत ही रोचक है, लेकिन मैं सोचता हूँ कि हमें यह जानना चाहिए कि वे पाकिस्तान से आए माओवादी कौन थे और उनकी वजह से ये मुठभेड़ हुई। 🤔 नेशनल पार्क में ऐसा मुठभेड़ होना दिलचस्प है, लेकिन हमें यह भी जानना चाहिए कि वहाँ क्यों थे और उनके पास इतनी शक्ति थी। 💥 मुझे लगता है कि हमें अपने सुरक्षाबलों को और भी मजबूत बनाने की जरूरत है, ताकि ऐसी दुर्घटनाएं न हों। 🚔👮‍♂️ #सुरक्षा #नेशनलपार्क #माओवादी
 
मेरे दिल में गर्व है बीजापुर पुलिस की बहादुरी से... रात में गोलीबारी करने वाले नक्सलियों को पकड़ने की इस कोशिश ने उन्हें खत्म कर दिया है 🙌 पाकिस्तान से आए नक्सलियों को भी हराया गया है, यह बहुत ही अच्छा झोटा है। लेकिन मुझे लगता है कि हमारे जवानों ने अपनी जान देनी ही नहीं चुकाई थी। उन्होंने नक्सलियों से लड़ाई में बहुत ही शौर्य दिखाया है।
 
माओवादियों को पकड़ने की तेजी से ताकत बढ़ रही है ... लेकिन ये देख कर मुझे लगता है कि पुलिस को अपनी रणनीति बदलनी चाहिए। ज्यादातर माओवादियों को पकड़ने के बाद, उन्हें कुछ भी बताने की जोर देते हैं ... लेकिन क्या हमें वास्तविक समस्या का समाधान करने की जरूरत नहीं है? मुझे लगता है कि हमें नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाए जाने वाले समुदायों की मदद करनी चाहिए। 🤔
 
😔 ये देखकर मुझे बहुत दुख हुआ कि नक्सलियों और पुलिस के बीच इतनी गन्दी लड़ाई हो रही है। सोचो तो यह लड़ाई किस काम की है? हमारा देश इतना बड़ा है और इतना विविध, क्या हमें एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने की ज़रूरत है? मुझे लगता है कि हमें अपने बीच के मतभेदों को समझने की जरूरत है, न कि एक-दूसरे के खिलाफ खड़े होने की।

कुछ लोग कहते हैं कि नक्सलियों से लड़ना हमारी सुरक्षा के लिए जरूरी है। लेकिन मुझे लगता है कि हमें अपने देश को एक अलग तरीके से समझने की ज़रूरत है, जहां हम सब एक-दूसरे के साथ रहते और शांति से रहें। यह लड़ाई तो बस मार-मार कर देने का खेल है। 😕
 
नक्सली मुठभेड़ के बाद कुछ सवाल उठते हैं। नक्सली आंदोलन से जुड़े लोगों को लगता है कि सरकार ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया है। ऐसा महसूस करना बहुत ही नाजुक है, क्या यही वजह है कि नक्सली आंदोलन जारी है?
 
माओवादियों को पकड़ने का यह तरीका अच्छा नहीं है, लगता है कि पुलिस ने तालमेल खिलाने की कोशिश की तो फिर मुठभेड़ क्यों कर दी? शायद वे जानते थे कि नक्सली सुरक्षाबलों का सामना करना आसान नहीं है और उन्हें भी शिकस्त करना पड़ेगा।
 
माओवादियों को पकड़ने में बहुत बड़ी मेहनत होती है, लेकिन फिर भी उनकी संख्या ज्यादा है। दिल्ली में नारियल की बिक्री करने वाले से लेकर गोदामों में भरे हुए खजाने तक, पैसे को हर जगह मिला है।
 
अगर माओवादियों को पकड़ने के लिए पुलिस रात में सुरक्षाबलों को भी तैयार कर रही है, तो यह बहुत खतरनाक है... पुलिस को अपना काम करने दो, नहीं तो यह सब फैल जाएगा।
 
नाकसलियों की इस तरह से विरोधी सुरक्षाबलों को मुठभेड़ करने की गड़बड़ी तो सरकार के लिए बुरी बात है, लेकिन यह जानकर अच्छा लगा कि जवानों ने उन्हें हराया 🙌। अगर सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ लड़ने में सक्षम होते, तो हमारी देश की सुरक्षा में सुधार होगा। पुलिस ने पाकिस्तान से आए नक्सलियों को पकड़ लिया है, अब उन्हें क्या करें? 🤔
 
नक्सलियों को पकड़ने में सरकार ठीक है, लेकिन पाकिस्तान से आए नक्सली तो खेद है 🤦‍♂️, क्या भारतीय सेना पाकिस्तान के मुठभेड़ों में शामिल होने को तैयार नहीं है? 😬
 
ਪुलਿਸ ਦੀ ਇਹ ਮੁਠਭੇੜ ਕੰਨੂੰਨ ਤੋਂ ਬਾਹਰ ਅਤੇ ਆਵਾਜ਼ ਚੁਪਾਉਣ ਦੀ ਗੱਲ ਹੈ। ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਸੇਵਾ ਬੰਦਿਆਂ ਨੂੰ ਮਜ਼ਬੂਰ ਕਰਨ ਲਈ ਕਿਹੋ ਜਿਹੀ ਤਰੀਕਾ ਵਰਤਣਾ ਸੱਚਾ ਹੈ।
 
मुझे ये बात बहुत दुखद लगती है 🤕, क्योंकि माओवादियों को पकड़ने का यह तरीका मेरे लिए भी थोड़ा असहज लगता है। पुलिस ने कहा है कि उन्हें नक्सली विरोधी सुरक्षाबलों से तालमेल खिलाने की कोशिश करनी पड़ी thi, लेकिन मुझे लगता है कि इससे कोई फायदा नहीं हो सकता। नक्सलियों और माओवादियों से लड़ने के लिए हमें अपनी जानकारी और रणनीतियों पर भरोसा करना चाहिए, न कि उनसे तालमेल खिलाने की।
 
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