NDA से क्यों नहीं जीत पा रहा INDIA ब्लॉक? बिहार चुनाव के नतीजों के बाद ओवैसी ने बता दी वजह

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों से INDIA ब्लॉक की कमजोरी और महागठबंधन की हार को देखते हुए पूरे देश में सवाल उठ रहे हैं। AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर अपनी राय व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने कहा कि INDIA ब्लॉक को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है और इसके पीछे कई कारण हैं।

ओवैसी ने कहा कि सपा के प्रमुख अखिलेश यादव ने बिहार में महागठबंधन की हार का कारण एसआईआर बताया है, लेकिन वह सच नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि VVPAS, EVM और SIR को छोड़कर हमें कमजोरियों का पता लगाना चाहिए।

इस बीच, AIMIM ने 5 सीटों पर कब्जा जमाया है और ओवैसी ने अपनी पार्टी के प्रदर्शन से खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी बिहार की जनता की तरफ से दिए जनादेश का स्वागत करती है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई देते हैं।
 
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम बहुत आश्चर्यजनक हैं 🤯, कैसे सपा और महागठबंधन का साथ तोड़कर भाजपा ने इतनी बड़ी जीत हासिल की। INDIA ब्लॉक की कमजोरियों को देखते हुए यह सवाल उठता है कि हमारे पास मजबूत माहौल और नेतृत्व नहीं है। असदुद्दीन ओवैसी की राय में भी सिर्फ निशाने पर लगाने वालों को खेलना ही ताकत नहीं है। हमें अपनी कमजोरियों को पहचानने और मजबूत करने की जरूरत है, न कि एक दूसरे को शर्मिंदगी का सामना करना।
 
ਹालिया चुनावों ਦੇ परिणामस्वरूप भारतीय जनता पार्टी ने ਫिर से मैदान में उतरी है | ਬिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को बधाई देनी चाहिए । ਲेकिन यह तो एक सवाल है कि आगे भी क्या होगा ? AIMIM कੇ ओवैसी साहब कਾ ਕਹਿਣਾ ਸਾਡੀ ਜੋਤ ਦੁਖੀ ਨਹੀਂ ਕਰਦਾ |
 
भाई, यह बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम में भारतीय जनता पार्टी की जीत और AIMIM की छोटी सी जीत से हमें कई सवाल उठने हैं। क्या ये परिणाम किसी भी पार्टी को सिखाते हैं कि वे अपने समर्थकों के सामने अच्छी नीतियों और योजनाओं को लेकर चलना चाहिए? 🤔🇮🇳

AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी की बातें अच्छी हैं, लेकिन हमें अपनी पार्टी में भी सुधार करने की जरूरत है। वे कह रहे हैं कि हमें शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है, लेकिन मेरा मन यह नहीं करता कि हमारी पार्टी ने चुनाव में खराब प्रदर्शन किया है। 🤷‍♂️

लेकिन फिर भी, AIMIM की 5 सीटों पर जीत बहुत अच्छी है और ओवैसी जी को बधाई! हमें अपनी पार्टी में सकारात्मक बदलाव लाने की जरूरत है, ताकि हम अपने समर्थकों के सामने अच्छा प्रदर्शन कर सकें। 💪
 
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में INDIA ब्लॉक की हार को देखकर मुझे लगता है कि यह देश के लिए एक बड़ा सवाल है। क्या हमारा राजनीतिक प्रणाली और चुनाव प्रणाली वास्तव में जनता की इच्छाओं को पूरा करने के लिए बनाई गई है या नहीं?

उसके अलावा, AIMIM ने 5 सीटों पर कब्जा जमाया है और ओवैसी जी की पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन अगर हम वास्तव में बिहार में महागठबंधन की हार को देखते हैं तो यह सवाल उठना चाहिए कि क्या हमारा राजनीतिक सिस्टम बदलने के लिए तैयार है?

याद रखें, निर्वाचन में हर वोट से एक सपना जुड़ सकता है...
 
ਇੰਡੀਅਾ ਬ্লਾਕ ਦੀ ਇਸ ਡਿਸ਼ਟਰਬਲ ਹਾਰ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਮੁੱਖ ਠੇਕੇ ਵਜੋਂ ਅੱਗੇ ਵੀ ਸੌਦਾ ਲਗਾਉਣ ਆਈ. ਏ. ਐਮ. ਨੂੰ ਤਾਕਤ ਹੋਵੇਗੀ ਜਿਸਦਾ ਭਾਵ ਪਾਰਟੀ ਖੁਦ ਇਸ ਅਚਾਨਕ ਹਾਰ ਤੋਂ ਮਲੂਮ ਹੈ।
 
सब्सक्राइबर, भारतीय पोलिटिक्स में एक बड़ा सवाल उठ रहा है, AIMIM की मजबूत प्रदर्शन और INDIA ब्लॉक की कमजोरी को देखते हुए। वास्तव में, AIMIM ने बिहार में 5 सीटों पर जीत हासिल की है और असदुद्दीन ओवैसी खुश हैं, लेकिन सवाल यह है कि INDIA ब्लॉक को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा? उनके पास बहुत सी कमजोरियाँ थीं जिनका पता लगाना चाहिए।

वैसे तो, AIMIM ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन हमें यह भी देखना होगा कि INDIA ब्लॉक क्यों इतनी मजबूत थी। मुझे लगता है कि EVM और VVPAS जैसी चीजें तेजी से बदलने लगी हैं, इसलिए हमें इन पर ध्यान देना होगा।

सब्सक्राइबर, मैं खुश नहीं हूं, बिल्कुल विपरीत। मुझे लगता है कि पूरा INDIA ब्लॉक कमजोर हो गया है, और AIMIM ने एक अच्छा अवसर देखकर इसे समझ गया।
 
कुछ दिनों पहले के चुनावों में AIMIM ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन ये सिर्फ एक हिस्सा है। INDIA ब्लॉक की कमजोरी और महागठबंधन की हार पर विचार करना जरूरी है ... (स्माइल)

अच्छा तो AIMIM ने अपनी पार्टी के प्रदर्शन से खुशी व्यक्त की है, लेकिन मुझे लगता है कि हमें INDIA ब्लॉक की कमजोरियों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें ठीक करने की जरूरत है ... (धन्यवाद)
 
सुनो यार, AIMIM के चीफ ने कहा तो कुछ सच्चा होना चाहिए, लेकिन अखिलेश यादव की बातों पर विश्वास करना मुश्किल है...🤔 पूरा देश सोच रहा है कि क्या सब सच नहीं? और AIMIM ने 5 सीटें जीत लीं, लेकिन यह तो बिहार की जनता का जनादेश था, नहीं तो क्यों? 👍
 
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों से तो हमें लगता है कि INDIA ब्लॉक को शर्मिंदा होना पड़ा है। क्या सही मायनों में महागठबंधन की हार तो सच नहीं थी, लेकिन फिर भी AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी के दावे सुनकर पूरा देश हैरान है। VVPAS, EVM और SIR पर इतनी ध्यान क्यों दिया जाता है, जबकि वास्तविकता को खोजने की कोशिश नहीं की जाती। मुझे लगता है कि AIMIM की पार्टी ने एक अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन फिर भी बहुत सारी कमजोरियों को देखा जा सकता है।

क्या हमें विश्वास होना चाहिए कि सपा के नेताओं ने सच कहा है? और VVPAS, EVM और SIR के बारे में इतनी गंभीरता से बात करना सही था या नहीं?

किसी भी तरह, AIMIM के प्रदर्शन से हमें खुशी हो रही है, लेकिन फिर भी बहुत सारे सवाल उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने वोट मिले हैं। 😐
 
भारतीय लोकतंत्र की गहराई जानने के लिए बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। INDIA ब्लॉक और महागठबंधन की हार ने एक बड़ा सवाल उठाया है कि क्या हम अपने पार्टियों के नेताओं की टीम बनाने पर भरोसा कर सकते हैं या नहीं।

आखिरकार AIMIM की 5 सीटें और असदुद्दीन ओवैसी जी की भाषण में हमें एक नई दिशा की ओर दिखाई देने लगी। लेकिन प्रश्न अभी भी बने हुए हैं - क्या हम अपने चुनावों में वोटर संतुष्टि को कम करने की गलती कर रहे थे? और क्या हमने अपने वोटिंग मशीनों पर संदेह का कारण बनाया है?
 
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