NIA को जांच सौंपने से लेकर पीड़ितों को मुआवजे तक, दिल्ली ब्लास्ट केस में आज क्या-क्या हुआ?

दिल्ली में लाल किले पर ब्लास्ट होने से पहले, मैंने अपने परिवार के साथ लंदन जाने का फैसला किया था, जैसा कि हमेशा से कहा गया है, जब भी हमें कुछ बड़ा होने वाला है, हम तैयार रहने की कोशिश करते हैं।

सोमवार शाम को लाल किले के पास ब्लास्ट हुआ, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। जांच में संकेत मिल रहे हैं कि यह टैरर अटैक की तरफ इशारा कर रहे हैं।

मंगलवार सुबह, सबर ने बताया कि हो सकता है लाल किले के पास जिस कार में ब्लास्ट हुआ था वह कार कश्मीर के पुलवामा के डॉक्टर उमर नबी की थी। यह धमाका उमर नबी द्वारा किया गया था, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल था।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर कड़ी सुरक्षा की बात कही है। उन्होंने समीक्षा बैठक में कहा है कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प दिखाई देगा।

एनआईए को इस धमाके की जांच सौंप दी गई है। वहीं जांचकर्ताओं ने पुलवामा के एक डॉक्टर पर ध्यान केंद्रित किया है, जिसका संबंध मुख्य रूप से फरीदाबाद से विस्फोटकों की बरामदगी के साथ पर्दाफाश किए गए एक आतंकी मॉड्यूल से है।

राष्ट्रीय राजधानी में स्थित लाल किले के नजदीक सोमवार शाम को हुए धमाके में जान गंवाने वालों को पहचानना परिजनों के लिए आसान नहीं रहा। इसमें शरीर पर टैटू, चिथड़े हो चुके कपड़े उनकी मददगार बन गए।

सीएम रेखा गुप्ता ने ऐलान किया है कि दिल्ली ब्लास्ट में मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये, स्थायी रूप से अक्षम लोगों को 5 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपए की राशि दी जाएगी।

दिल्ली में धमाके को लेकर प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने सुरक्षा चूक की ओर इशारा किया। उन्होंने सरकार से घटना की व्यापक, निष्पक्ष और बहुआयामी जांच कराने का आग्रह किया।
 
बस देखो, पहले तो उमर नबी ने अपने परिवार के लिए धमकी देने लगे हैं... अब बम विस्फोट होता है तो यह कैसे संभव है? क्या सरकार कुछ नहीं समझ रही है? और क्या यह टैरर अटैक की तरह आतंकी गतिविधियों में फंसे लोग को छोड़ देती है?
 
मुझे लगता है कि यह तो दिल्ली में ब्लास्ट होने के बाद से हमारे समाज की राजनीतिकता और सुरक्षा के खेल पर और भी ज्यादा प्रभाव डालेगी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कड़ी सुरक्षा की बात करने से पहले हमें अपनी सुरक्षा की राजनीतिक हेराफेरी पर सोचना चाहिए।

सबर ने बताया कि वहां जिस कार में ब्लास्ट हुआ था, वह कश्मीर के पुलवामा के डॉक्टर उमर नबी की थी, यह तो हमारे समाज की आतंकवादी गतिविधियों की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।

लेकिन हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमारे देश में कई ऐसे लोग भी हैं जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं। हमें उन्हें और अधिक समर्थन देना चाहिए।
 
मैंने कभी नहीं सोचा था कि दिल्ली में एक ब्लास्ट हो जाएगी, जैसे कि हमारे देश के पूर्व में हुए उत्तर-पूर्वी राज्यों में हुआ करता था। यह घटना तो वास्तव में दुखद है। मेरी बहन का भाई भी लंदन जाने का फैसला कर रहा है, लेकिन मैं उन्हें समझा रहा हूं कि हमेशा से कहा गया है जब भी हमें कुछ बड़ा होने वाला है, तो हमें तैयार रहने की कोशिश करनी चाहिए।

मुझे लगता है कि सरकार ने यहाँ पर अपनी सुरक्षा में कुछ कमियों की पहचान कर ली होगी, जैसे कि पुलवामा के डॉक्टर उमर नबी जैसे व्यक्तियों को पकड़ने में विफलता।

मैं चाहता था कि सरकार इस घटना से सबक ले और अपनी सुरक्षा तंत्र को मजबूत करे, लेकिन लगता है कि अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है।
 
यह तो बहुत बड़ी घटना हुई है, ब्लास्ट के बाद लंदन जाने का फैसला करना मेरे लिए वाकई अच्छा सूझ रहा था, अगर हमारी सरकार और पुलिस ने यह जांच कर ली, तो यह सब नहीं होता। दिल्ली में 12 लोगों की जान चली गई, यह बहुत दुखद है। सरकार ने कहा है कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का संकल्प है, लेकिन अभी तक यह साबित नहीं हुआ है। एनआईए को जांच सौंप दी गई है, आशा है कि वे जल्दी से निष्कर्ष निकाल लेंगे।
 
मुझे लगता है कि ये दिल्ली में ब्लास्ट को लेकर हमारे पास कई सवाल हैं जिनका जवाब ढूंढने में समय लगेगा, चाहे वह आतंकवाद, सुरक्षा व्यवस्था या सरकारी नियुक्ति से संबंधित हो। मुझे लगता है कि हमें यह समझने की जरूरत है कि इन जांचों में समय लगेगा और इसके लिए कई दिन-रात बिताने पड़ सकते हैं। पर मैं आशा रखता हूं कि एक दिन हम इस सभी चीजों को समझ पाएंगे, लेकिन यह ज्यादा आसान नहीं है।
 
अरे, यह तो बहुत ही दुखद बात है 🤕। मैंने भी ऐसा ही सोचा था जब लाल किले पर यह घटना होने वाली थी। हमें हमेशा अपने बच्चों को सुरक्षित रखने की कोशिश करनी चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए हमें एक साथ मिलकर जरूर सोचना होगा।

पुलवामा से जुड़े डॉक्टर उमर नबी के बारे में यह जानकारी बहुत ही चिंताजनक है। हमें ऐसे आतंकवादियों को पकड़ने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने का प्रयास करना होगा।

सरकार ने यह फैसला लेने का संकल्प दिखाई देगा कि हम इस तरह की घटनाओं को रोकेंगे। लेकिन इसके लिए हमें एक साथ मिलकर जरूर काम करना होगा। हमें अपने समाज में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के प्रयास करने चाहिए।
 
ऐसा लगता है कि दिल्ली में हुए ब्लास्ट से हिंदुस्तान पूरी तरह से चौंका हुआ है 🤯। यह घटना न केवल हमारे राष्ट्रीय राजधानी में बल्कि पूरे देश में आंदोलन करने वाली है। पुलवामा की आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े इस डॉक्टर को ध्यान में रखकर जांच चल रही है, लेकिन यह तो बस एक छोटा सा टुकड़ा है 🚨। हमारी सरकार ने जरूर सुरक्षा बढ़ाने का वादा किया है, लेकिन यह बातें करने से पहले यह साबित करनी होती है कि दिल्ली के लोगों को सुरक्षा प्रदान की जाए। क्या हमारी सरकार इस पर विश्वास कर सकती है? 🤔
 
ये तो मैंने सोचा था कि लंदन जाने की बात फिर से दोबारा नहीं होगी, लेकिन अब यह तो दिल्ली में ही हुआ, यह तो बहुत बड़ा झटका है 🤕

मैं समझता हूं कि आतंकवाद एक गंभीर समस्या है, और हमें इसके खिलाफ लड़ने की जरूरत है, लेकिन इतनी बारात कर देने से पहले हमें ध्यान रखना चाहिए कि यह तो केवल हमारे पास नहीं बल्कि पूरे देश में एक बड़ा मुद्दा है 🤔

सरकार की बोलियां भी अच्छी लग रही हैं, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत यह है कि हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट होने की जरूरत है, और सरकार को इसके लिए सही मौके देने चाहिए 🤝

और यह तो पूरा स्पष्ट है कि हमें अपने परिवारों को बहुत सुरक्षित रखने की जरूरत है, खासकर जब उन्हें लगता है कि उनके जीवन को खतरा है 😕
 
मैं तो सोचता हूँ कि अगर मेरे दोस्त का साथी अपने पत्नी को गोली मार देता, तो हमें भी जाली लगने लगता 🤣 और लोगों को पता चलता कि उस परिवार ने हंसाते समय चुटकुले नहीं सुने... 😂

लेकिन यह सच्चाई है कि जब भी ऐसा कुछ बड़ा होता है, तो हमें तैयार रहना चाहिए। और अगर लाल किले पर ब्लास्ट हुआ, तो पुलवामा से जुड़े डॉक्टर उमर नबी की कार भी वहां पहुंच गई... यार, यह देश बहुत बड़ा है! हमें हर जगह खोज करनी चाहिए। 🚨

और मुस्लिम संगठनों ने कहा कि सरकार को जांच करानी चाहिए, लेकिन मैं सोचता हूँ कि अगर मेरी पत्नी की जांच में आने वाला सबूत यह होता कि मैंने उसकी चादर खींच ली, तो मुझे अच्छी तरह से परखा जाएगा। 😜

कुल मिलाकर, हमें देशभर में सुरक्षा बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। और अगर हमारी बीमारियों का इलाज नहीं होता, तो शायद हमारे पास ज्यादा समय भी न रहा। 💊
 
क्या लोगों को लगता है कि हमें पता होना चाहिए कि कश्मीर में कौन सा डॉक्टर पुलवामा की आतंकी गतिविधियों में शामिल था? और फिर उसे लंदन जाने का मौका देने के लिए, तो हमारे परिवार को जरूरी है कि वहां अपने परिवार के साथ रहने का मौका मिले। 🤔

और सरकार की बात करते समय, अगर उन्हें पता है, तो फिर कहां है उनकी गेंद? इसी तरह हम लोगों को जानबूझकर खतरे में डाल देते हैं और फिर उनके परिवारों को दोषी ठहराते हैं। लेकिन जांच में कुछ नहीं मिल रहा है, तो फिर क्या करें? 🤷‍♂️

सरकार को पता होना चाहिए, हमारे पास सुरक्षा सिस्टम है या नहीं। लेकिन लगता है कि अगर यह जांच निकलती तो उनके लिए भी खतरनाक होती। तो फिर ऐसे में सरकार को जरूरी है कि वह अपने वादों पर चले, और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का प्रमुख हो। ⚔️

यह घटना बहुत बड़ी हुई, और हमें इसके बारे में सोचते समय एक सवाल है - क्या सरकार इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त तैयार है? या फिर यह एक ऐसी घटना है जिसे हम दोबारा नहीं देखेंगे। 🤔
 
ब्लास्ट होने से पहले, मैं लंदन जाने का फैसला करता, अब दिल्ली में यह चीज़ घट गई, तो मुझे लगता है कि हमारी सरकार की सुरक्षा प्रणाली कुछ भी नहीं है। यह घटना बहुत ही गंभीर है, लेकिन मुझे लगता है कि हमें इस पर सोचकर पहले से एक योजना बनानी चाहिए।
 
मैं तो फिर से कह दूंगा 🙅‍♂️, यह आतंकवादी धमका हुई भारतीय राजधानी पर! मुझे लगता है कि हमें अपनी सरकार को और हमारे गृह मंत्री को खुश करने के लिए बहुत जल्द से जल्द एक बड़ा से बड़ा आतंकवादी हमला होना चाहिए ताकि वे अपनी सुरक्षा योजनाओं पर गर्व कर सकें! 😂 लेकिन दिल्ली में ऐसा धमाका हुआ तो कैसे? मुझे लगता है कि यह हमला पुलवामा के डॉक्टर उमर नबी ने फिर से किया होगा, और सरकार भी ऐसा ही सोच रही है! 🤔 लेकिन मैं तो कहूंगा कि अगर हमें धमकाने वालों को रोकने की कोई साजिश नहीं है, तो फिर क्या करेंगे? 🙄
 
मैं समझता हूँ कि जब हमें बड़ी-बड़ी चीजें होती हैं, तो हमें तैयार रहना चाहिए। लेकिन यह धमकी इतनी बड़ी थी कि मेरे दिल को भी झकझोर गया। मैं सिर्फ एक छोटा सा व्यक्ति हूँ, मैं जानता हूँ कि मैं इस तरह की चीजों में शामिल नहीं हो सकता। लेकिन यह तो दिल्ली में घटित हुआ था, जहाँ हमारे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और अन्य बड़े नेता रहते हैं। 🤯

मुझे लगता है कि सुरक्षा परिश्रम करना बहुत जरूरी है, लेकिन यह जांचकर्ताओं को करनी चाहिए। हमें पता होना चाहिए कि वे कैसे काम करते हैं और हमारी सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है। मैं उम्मीद करता हूँ कि एनआईए ने इस मामले की अच्छी जांच करेगी। 🕵️‍♂️

मैं यह भी देख रहा था कि स्थानीय लोगों ने अपनी मदद करने के लिए शरीर पर टैटू और चिथड़े हो चुके कपड़े पहनकर मिलने का फैसला किया। वो बहुत अच्छी बात है, यह हमें दिखाती है कि लोग एक-दूसरे की मदद करने के लिए तैयार हैं। 🤝
 
यह तो और भी खतरनाक है 🚨। पुलवामा में उमर नबी का नाम सामने आया, तो दिल्ली में यह धमाका आतंकी गतिविधि की तरफ इशारा कर रहा है। क्या सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने इससे पहले इस तरह की चेतावनी नहीं दी थी? 🤔

और 10 लाख रुपये यह तो बहुत कम मानिए, जो कि शहीदों के परिवारों को देने वाला है। क्या सरकार सोच रही है कि इतनी मात्रा में पैसा ही सब कुछ हल करेगा? 🤑

और तो तो यह धमाका हुआ, लेकिन अभी तक इसकी जांच नहीं हुई है। क्या सरकार सोच रही है कि इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हुई थीं, लेकिन किसी ने उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया? 🤷‍♂️

यह तो हमें सोचने पर मजबूर कर रहा है कि हमारी सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता क्या है? क्या वे अपने देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं? 🤔
 
जान देने वालों को शांति और समर्थन 🙏💔। इस घटना से हमें एक बार फिर से सोचने पर मजबूर होना चाहिए, जैसा हमेशा कहा गया है - "नशी हुई नसों के लिए प्यास नहीं होती, हमें तैयार रहने की जरूरत है" 💡। सरकार द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाने और आतंकवाद खत्म करने की बहुत जरूरत है। हमें एकजुट होकर साथ मिलकर इस देश को सुरक्षित बनाने की कोशिश करनी चाहिए 🤝💪
 
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