दिलचस्प है कि देश के इस गर्व में शहीद हुए विंग कमांडर नमंश स्याल को यूएई सेना ने भी दिया श्रद्धांजलि। यह एक ऐसा समय है जब हम अपने शहीदों को सम्मानित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
विंग कमांडर नमंश स्याल की दुखद मृत्यु ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया है। वह एक समर्पित फाइटर पायलट और पूरी तरह से प्रोफेशनल थे, जिन्होंने अपनी जान गंवा दी थी। उन्होंने देश की सेवा करने का सपना स्कूली दिनों से ही देखा था। वह बेहद शांत स्वभाव के थे, लेकिन उनकी परिस्थितियाँ इतनी मुश्किल थीं कि उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी।
उन्होंने वायुसेना में 24 दिसंबर 2009 को शामिल हुए थे और तेजस की तीसरी स्क्वाड्रन में शामिल थे। उन्हें दुबई एयरशो में तेजस को दुनिया के सामने डिस्प्ले करने की जिम्मा सौंपा गया था। यह एक ऐसा हादसा था जिसमें वायुसेना के शूरवीर पायलट शहीद हुए।
अब उनके परिवार के साथ खड़ी होकर, इंडियन एयरफोर्स ने उनकी हिम्मत, लगन और सम्मान की विरासत को सम्मानित किया है। वह एक समर्पित फाइटर पायलट और पूरी तरह से प्रोफेशनल थे, जिन्होंने देश की सेवा करने का सपना स्कूली दिनों से ही देखा था। उनकी सेवा को आभार के साथ याद किया जाएगा।
विंग कमांडर नमंश स्याल की दुखद मृत्यु ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया है। वह एक समर्पित फाइटर पायलट और पूरी तरह से प्रोफेशनल थे, जिन्होंने अपनी जान गंवा दी थी। उन्होंने देश की सेवा करने का सपना स्कूली दिनों से ही देखा था। वह बेहद शांत स्वभाव के थे, लेकिन उनकी परिस्थितियाँ इतनी मुश्किल थीं कि उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी।
उन्होंने वायुसेना में 24 दिसंबर 2009 को शामिल हुए थे और तेजस की तीसरी स्क्वाड्रन में शामिल थे। उन्हें दुबई एयरशो में तेजस को दुनिया के सामने डिस्प्ले करने की जिम्मा सौंपा गया था। यह एक ऐसा हादसा था जिसमें वायुसेना के शूरवीर पायलट शहीद हुए।
अब उनके परिवार के साथ खड़ी होकर, इंडियन एयरफोर्स ने उनकी हिम्मत, लगन और सम्मान की विरासत को सम्मानित किया है। वह एक समर्पित फाइटर पायलट और पूरी तरह से प्रोफेशनल थे, जिन्होंने देश की सेवा करने का सपना स्कूली दिनों से ही देखा था। उनकी सेवा को आभार के साथ याद किया जाएगा।