Sabarimala Gold Theft: अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा, गर्भगृह के दरवाजे से सोना गायब करने का आरोप

केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर से सोने की बड़ी चोरी के मामले में अदालत ने आरोपी उन्नीकृष्णन पोटी को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने उसकी हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद अदालत में पेशी कराई।

आरोपी पोटी पर आरोप है कि उसने मंदिर के ‘द्वारपालक’ मूर्तियों के सोने से मढ़े तांबे के प्लेटों से सोना चोरी किया था। इसके अलावा, सबरीमाला मंदिर के गर्भगृह (श्रीकोविल) के दरवाजे के फ्रेम से भी सोना गायब होने का मामला दर्ज है।

पुलिस का कहना है कि दोनों घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं और जांच में कई नए पहलू सामने आ सकते हैं। इस मामले में सबरीमाला के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी बी. मुरारी बाबू भी जांच के घेरे में हैं।

पुलिस ने उन्हें चार दिन की हिरासत में रखा है ताकि चोरी की साजिश और अन्य लोगों की संलिप्तता की जानकारी मिल सके। अधिकारियों का कहना है कि चोरी के पीछे एक संगठित गिरोह की भूमिका हो सकती है।
 
मैंने जब दुनिया की जो ऐसी बातें सुनती हूं, तो मेरे मन में एक सवाल आता है - ये सब हमारे पास क्यों नहीं थे? मंदिर की चोरी हुई, लेकिन क्या इसे देखने वाले लोगों को यह सोचने का समय नहीं था? मेरे बचपन की यादें हैं जब हमारे घरों में खिलौने और सोने की चीजें तो बहुत कम थीं। लेकिन फिर भी, हमारे दादा-दादी ने हमें सब कुछ सिखाया था।
 
अरे, यह तो बहुत बड़ी चोरी हुई है, सबरीमाला मंदिर के सोने को। पुलिस ने अच्छी तरह से जांच कर ली और आरोपी उन्नीकृष्णन पोटी को हिरासत में भेज दिया है। लेकिन अभी तक पता नहीं चला है कि चोरी कैसे हुई और कौन सी बातें शामिल थीं। अधिकारियों ने कहा है कि यह एक संगठित गिरोह की भूमिका हो सकती है, तो फिर भी पता नहीं चला है। मुझे लगता है कि पुलिस अच्छी तरह से जांच करेगी और जल्द ही सच्चाई का पता चलेगा। 🚨
 
अरे, यह तो बिल्कुल अजीब है, सबरीमाला मंदिर के अंदर सोना लेकर गए कौन? और फिर द्वारपालक मूर्तियों के सोने से तांबे की प्लेटें बनाकर ले गया। यह तो बहुत बड़ा धंधा है, मुझे लगता है कि पुलिस को बी. मुरारी बाबू जैसे पुराने कर्मचारियों से बात करनी चाहिए, शायद उन्हें यह सब समझ आ जाए। और चोरी के लिए एक गिरोह की भूमिका होने की बात तो सच हो सकती है, मुझे लगता है कि पुलिस को अगर सही तरीके से जांच करें तो इस मामले में बहुत बड़ी चोरी का पता चलेगा।
 
पुलिस को तो सब कुछ ठीक से कर लेती है, पर इन दिव्यांगों को मिलने जाने के लिए तो हमेशा कुछ किया जाता है 😐। यह सबरीमाला मंदिर का मामला है, पर इसके पीछे क्या सच्चाई है? ये बाकी सभी की बातें ही हैं... न तो वहीं से चोरी हुई और न वहीं से। यह सब मंदिर के लिए तो फायदा है, किसी भी तरह से तो यह अच्छा है।
 
सबरीमाला में तांबे के प्लेट से सोना निकलना तो ऐसा तो हैरान करने वाला नहीं है 🤯, लेकिन ये तो मंदिर के अंदर की चोरी है, इसका मतलब यह भी है कि पास के लोगों की जांच जरूरी है।

लेकिन मैं सोचता हूँ कि सबरीमाला में तो ऐसा नहीं होना चाहिए, मंदिर के अंदर कोई भी चोरी होनी चाहिए तो बहुत बड़ी जांच होनी चाहिए।

लेकिन फिर सोचने पर आ जाता है कि सबरीमाला में इतनी बड़ी चोरी कैसे हुई, और पुलिस अभी भी इसे हल नहीं पा रही है। तो शायद हमें यह भी सोचना चाहिए कि सब्रीमाला के पास जाने वाले लोगों में खुद को देखने की बात कही जरूरी नहीं है 🤔.

कुछ लोगों का कहना है कि यह एक बड़ा संगठित गिरोह का हाथ है, तो दूसरों का कहना है कि यह सब मंदिर के पीछे के लोगों की बुराई है।

तो मैं सोचता हूँ कि यह सब मामला हल होने तक ज्यादा नहीं समझना चाहिए।
 
मैं इस सब को समझ नहीं पा रहा हूँ, यह तांबे के प्लेटों से सोना मढ़ना क्या है? और सबरीमाला मंदिर के गर्भगृह के दरवाजे के फ्रेम से भी सोना गायब होने का मतलब क्या? यह तो बहुत अजीब है। लेकिन अगर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और चोरी की साजिश की जानकारी मिल रही है, तो अच्छा होगा।
 
न्यायिक हिरासत में लेने से पहले उन्नीकृष्णन पोटी को यह विश्वास है कि उनके पास मंदिर चोरी का सबूत तो नहीं? और अदालत ने ऐसा विश्वास होने पर भी उनकी हिरासत अवधि समाप्त कर दी? यह तो जांच टीम के लिए एक बड़ा सवाल है कि उन्होंने क्या पाया और क्या पता चला कि चोरी में संगठित गिरोह की भूमिका हो रही है। 🤔
 
मुझे ये सब बहुत दुखद लग रहा है 🤕, सोने की इतनी बड़ी चोरी कैसे हो पायी? मंदिर का धार्मिक महत्व तो यहीं कुछ नहीं है, लेकिन इसके अलावा भी सब्रीमाला मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक मान्यता रखने वाला महत्व तो बहुत ज्यादा है। इस तरह की चोरी करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। लेकिन मैं यह भी महसूस करता हूँ कि ये सब्रीमाला मंदिर के पास कुछ गलत निकलने का एक संकेत हो सकता है, शायद बुनियादी मरम्मत की जरूरत है तो फिर भी।
 
अरे दोस्त, इस सबरीमाला मंदिर की चोरी की बात तो बहुत ही दिलचस्प है 🤔। मुझे लगता है कि पुलिस ने सही तरीके से मामला उठाया है। उन्हें सबरीमाला के पूर्व अधिकारी भी जांच में शामिल होने चाहिए, ताकि मामले को और गहराई तक पहुँचाया जा सके।

मुझे लगता है कि यह साजिश एक बड़े पैमाने पर हुई है, जिसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं। इसलिए, पुलिस को चोरी के पीछे के संगठित गिरोह की तलाश में लगी हुई है। यह मामला तो अभी भी खुला है, और मुझे लगता है कि जल्द ही सब कुछ साफ हो जाएगा। 🙏
 
मुझे बहुत परेशानी हुई कि सबरीमाला मंदिर का सोना तो कैसे चुरा दिया जाता है 🤯 मैंने कई बार वहां जाकर भिक्षा ली थी, किसी भी तरह की साजिश या चोरी का पता नहीं लगाया। लेकिन यह तो बहुत बड़ा झगड़ा होना चाहिए, पुलिस द्वारा अभी तक क्या किया गया है? 🤔
 
मेरे दोस्त इस मामले में सबरीमाला मंदिर की निजता पर ध्यान रखना जरूरी है 🙏। लेकिन फिर भी, यह तो बहुत बड़ा विवाद है। उन्नीकृष्णन पोटी की गिरफ्तारी से पहले तो मैंने ही कहा था कि सबरीमाला मंदिर में चोरी होने की बात जरूर होगी। अब जब अदालत ने आरोपी को गिरोह की भूमिका बताई है तो यह एक बड़ा संघर्ष हो सकता है। 🤔 मुझे लगता है कि चोरी के पीछे कुछ बड़े लोगों की भूमिका होनी जरूरी है, इसलिए पुलिस को इस मामले को ध्यान से जांचना होगा।
 
बच्चे तो यह सब क्या कर रहे हैं! पहले सबरीमाला मंदिर का द्वारपालकों का सोना चोरी हुआ, फिर गर्भगृह के दरवाजे से भी सोना गायब हो गया। यह तो एक बड़ी चाल है! और अब उन्नीकृष्णन पोटी को अदालत में ले जाने के बाद, तो बस देखना होगा कि क्या होता है। शायद पुलिस ने भी गलती कर देगी। चोरी के पीछे एक संगठित गिरोह की भूमिका? यह तो एक बड़ा मामला है! लेकिन मैं सोचता हूँ कि ये सब कुछ एक बड़ी धोखेबाजी का हिस्सा है।
 
मालुम दोस्ता, यह सबरीमाला मंदिर की घटना बहुत दिलचस्प है, लेकिन फिर भी हमें यह सोचना चाहिए कि क्या हमारे देश में इतने बड़े धांधे होते हैं?

मुझे लगता है कि अगर हम अपने आसपास की चीजों पर ध्यान देंगे, तो हम ज्यादा चोरी-चुराई के मामले नहीं देखते। इससे हमें यह सोचने का मौका मिलता है कि हमारा समाज सही दिशा में चल रहा है या नहीं।

और अगर हम अपने पैसों और चीजों को अपने घर में रखेंगे, तो शायद लोग तांबे के प्लेट से सोना चुराने का विचार न करेंगे।
 
अरे ये तो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है! सबरीमाला मंदिर का यह मामला कैसे बढ़ गया है? पहले तो कोई चोरी नहीं होती, फिर तो इतनी बड़ी चोरी कैसे हुई? और पुलिस को भी इतनी समय लगने देनी चाहिए न? मैं समझ नहीं पाया कि उन्होंने पहले से ही सबको पकड़ लिया है या नहीं। यह तो बहुत दिलचस्प है कि बी. मुरारी बाबू जैसे पूर्व अधिकारी भी इस जांच में शामिल हुए हैं। मुझे लगता है कि और भी कई लोगों को पकड़ने की जरूरत है, खासकर जब इतनी बड़ी चोरी हुई हो।
 
मुझे लगता है कि यह सबरीमाला मंदिर की चोरी मामले में हुआ है, लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि वहाँ इतने सोने की जगह थी, जितनी भी तरह से चोरी हो सकती है।

मुझे लगता है कि पुलिस ने सही जांच किया है, लेकिन यह मामला बहुत जटिल है, और मुझे लगता है कि हमें सबकुछ पता नहीं है। मैं चाहता हूँ कि उन्हें जल्द से जल्द सब कुछ पता करें ताकि वहाँ किसी और चोरी न हो।

मुझे यह भी लालच लग रहा है कि क्या मैं अपनी पेन को जांच में रखने का तरीका सीखूँ। मेरे दोस्तों को पास करने के लिए हमेशा कुछ नया सीखने का आनंद है, और मुझे लगता है कि यह भी एक नई चुनौती होगी।
 
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