उप-राष्ट्रपति राधाकृष्णन की सेशेल्स यात्रा के बारे में, हमें पता चलता है कि भारतीय उप-राष्ट्रपति की इस दो दिवसीय यात्रा ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने, सांस्कृतिक रिश्तों को जोर मिलाया है।
इस यात्रा के माध्यम से भारत और सेशेल्स ने समुद्री सुरक्षा, रक्षा, पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत किया है। उप-राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘महासागर’ पहल भारत की व्यापक रणनीतिक दृष्टि को दर्शाती है, और सेशेल्स इस दृष्टि का एक महत्वपूर्ण अंग है।
भारतीय उच्चायुक्त रोहित रथीश ने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी का विजन पूरे हिंद महासागर को समेटे हुए है, जिसका अर्थ है कि हमारा 90% व्यापार और कारोबार हिंद महासागर से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा है कि भारत समुद्री संरक्षण और पर्यटन में सेशेल्स के साथ साझेदारी करने और देश के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए तत्पर है।
उप-राष्ट्रपति राधाकृष्णन की यह यात्रा न केवल दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सहित नए क्षेत्रों में सहयोग को तलाशने का अवसर भी प्रदान करेगी। साथ ही, नई परियोजनाओं की घोषणा की संभावना भी है।
इस यात्रा के माध्यम से भारत और सेशेल्स ने समुद्री सुरक्षा, रक्षा, पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत किया है। उप-राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘महासागर’ पहल भारत की व्यापक रणनीतिक दृष्टि को दर्शाती है, और सेशेल्स इस दृष्टि का एक महत्वपूर्ण अंग है।
भारतीय उच्चायुक्त रोहित रथीश ने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी का विजन पूरे हिंद महासागर को समेटे हुए है, जिसका अर्थ है कि हमारा 90% व्यापार और कारोबार हिंद महासागर से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा है कि भारत समुद्री संरक्षण और पर्यटन में सेशेल्स के साथ साझेदारी करने और देश के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए तत्पर है।
उप-राष्ट्रपति राधाकृष्णन की यह यात्रा न केवल दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सहित नए क्षेत्रों में सहयोग को तलाशने का अवसर भी प्रदान करेगी। साथ ही, नई परियोजनाओं की घोषणा की संभावना भी है।