चुनाव आयोग के द्वारा चलाए जा रही मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) पर सवाल उठाने वालों से बोलते हुए, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची ने कहा, "हमें यह समझने की जरूरत है कि एसआईआर को लेकर इतने आशंकित क्यों हैं. क्या आपको लगता है कि यह प्रक्रिया तेजी से चल रही है? हमें अपने नोटिस पर जवाब मांगना है, जिससे हमें पता चलता है कि एसआईआर को लेकर क्या विचार हैं."
कपिल सिब्बल ने बात करते हुए कहा, "यह प्रक्रिया बहुत जल्दबाजी में चल रही है, जबकि पहले मतदाता सूची को रिवाइज करने में तीन साल का समय लगता था. ऐसा पहली बार है कि इतनी जल्दी यह प्रक्रिया हो रही है. हमें यह समझने की जरूरत है कि चुनाव आयोग कह रहा है कि एक महीने में प्रक्रिया हो जाएगी. लाखों लोग वोटर लिस्ट से हटा दिए जाएंगे."
कोर्ट ने जवाब मांगते हुए कहा, "आपने अपना काउंटर दाखिल कर दिया है. हम नोटिस जारी कर रहे हैं. अगर हम संतुष्ट होते हैं, तो प्रक्रिया को रद्द कर देंगे. हम सभी रिट याटिकाओं पर नोटिस जारी कर रहे हैं."
कपिल सिब्बल ने बात करते हुए कहा, "यह प्रक्रिया बहुत जल्दबाजी में चल रही है, जबकि पहले मतदाता सूची को रिवाइज करने में तीन साल का समय लगता था. ऐसा पहली बार है कि इतनी जल्दी यह प्रक्रिया हो रही है. हमें यह समझने की जरूरत है कि चुनाव आयोग कह रहा है कि एक महीने में प्रक्रिया हो जाएगी. लाखों लोग वोटर लिस्ट से हटा दिए जाएंगे."
कोर्ट ने जवाब मांगते हुए कहा, "आपने अपना काउंटर दाखिल कर दिया है. हम नोटिस जारी कर रहे हैं. अगर हम संतुष्ट होते हैं, तो प्रक्रिया को रद्द कर देंगे. हम सभी रिट याटिकाओं पर नोटिस जारी कर रहे हैं."