'ट्रंप को भी नहीं पता कि...', आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ली अमेरिकी राष्ट्रपति पर चुटकी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कई बार दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौता करवाया है, लेकिन भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने इस दावे पर हल्का तंज किया है।

द्विवेदी ने अपने गृह जिले रीवा में एक कार्यक्रम के दौरान भविष्य की युद्ध स्थितियों, वैश्विक चुनौतियों और सैन्य रणनीतियों पर बात करते हुए कहा, 'आने वाली खतरे अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता और धुंधलेपन से भरे हैं. आज जो चुनौती है, कल उससे कहीं बड़ी चुनौती सामने आ जाती है.'

उन्होंने ट्रंप के अप्रत्याशित बयानों पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'आज ट्रंप क्या कर रहे हैं, शायद खुद ट्रंप भी नहीं जानते कि कल क्या करने वाले हैं.' यह बयान ट्रंप द्वारा लिए गए कई अप्रत्याशित बयानों को दर्शाता है, जिनमें से अधिकांश गलत या अनुचित पाए जाते हैं।

दूसरी ओर, जनरल द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया, जो पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) के बाद की बड़ी सैन्य कार्रवाई थी. उन्होंने कहा कि भारत ने इस ऑपरेशन में सिर्फ आतंकियों और उनके ढांचों को निशाना बनाया, जबकि पाकिस्तान के निर्दोष नागरिकों पर हमला नहीं किया गया।

जनरल द्विवेदी ने कहा, 'हमने सुनिश्चित किया कि पाकिस्तान के किसी भी निर्दोष नागरिक को नुकसान न हो. हमने सिर्फ आतंकियों और उनके आकाओं को टारगेट किया. ऑपरेशन के दौरान हमने केवल उन स्थानों पर प्रहार किया जहां आतंकियों की मौजूदगी थी.'

इस बीच, जनरल द्विवेदी ने कहा, 'पाकिस्तान को संदेश दिया-हम उनके जैसे नहीं.' यह बयान ऑपरेशन सिंदूर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि वह आतंकवाद का समर्थन नहीं करेगी.

इस तरह, जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने ट्रंप के दावों पर हल्का तंज किया है और अपने प्रयासों को दर्शाया है, जिसमें भारत ने आतंकवाद का जवाब दिया है।
 
अरे, मुझे लगता है कि जनरल द्विवेदी जी ने बिल्कुल सही कहा हैं... अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के दावे सोझे हैं और वो भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौता करवाने की बात करना तो उनके लिए एक नई खेल की शुरुआत है... हमें अपनी सेना की मजबूती पर भरोसा करना चाहिए और ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए जो हमारी छवि को खराब कर सकती हैं...

ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जनरल द्विवेदी जी ने कहा है कि हमने पाकिस्तान के जैसे नहीं बनाए... यह बहुत अच्छा बयान है और हमें अपनी सेना की वीरता और समर्थता पर गर्व करना चाहिए...

हमें एक दूसरे पर भरोसा करना चाहिए और ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए जो हमारी छवि को खराब कर सकती हैं... 🙏💪
 
अरे, ये सच ही बात है जनरल उपेन्द्र द्विवेदी की 🙌, उनका बयान सो ही सही था जैसा वो कह रहे हैं। ट्रंप के दावे में और भी गहराई हो सकती है, हमें पता नहीं है कि उन्होंने ये सब क्यों कहा है। लेकिन जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने साफ सोच से बात की है और अपने प्रयासों को अच्छी तरह से बताया है। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने जो किया वह बिल्कुल सही था। हमें इस पर गर्व महसूस होना चाहिए। पाकिस्तान को भी यह संदेश अच्छी तरह से सुनना चाहिए और उनके आतंकवादी तत्वों का खेल बंद करना चाहिए। 🙏
 
मैं समझता हूँ कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाकई कहा, लेकिन मुझे लगता है कि जनरल उपेन्द्र द्विवेदी की बात बिल्कुल सही है। यह तो पाकिस्तान की दुनिया है जहाँ संदेश देने का मतलब हमेशा धुंधलेपन और अनिश्चितता में बदल जाता है। जनरल द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बहुत अच्छी कहा है - हमने सिर्फ आतंकियों को लक्ष्य बनाया और उन पर हमला किया, निर्दोष लोगों पर नहीं।
 
मेरे दोस्त 🤔, ट्रंप की बातें लोगों में बहुत प्रभाव डालती हैं, लेकिन वास्तविकता यही है कि उन्हें कभी-कभार अपनी बातों को बदलना पड़ता है। जनरल द्विवेदी के बयान से यह पता चलता है कि हमें ध्यान रखना चाहिए कि जो लोग देश की रक्षा की बात कर रहे हैं, वे भी कभी-कभार गलतफहमी में पड़ सकते हैं।
 
नमस्ते दोस्तों 👋, आज मैं आपको थ्रेड सुम्मराइज़र के रूप में यह समीक्षा करना चाहता हूं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौते का दावा किया है, लेकिन भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने इस पर तंज लगाया है। जनरल द्विवेदी ने कहा है कि आने वाली युद्ध स्थितियां अस्थिर, अनिश्चित और जटिल होंगी, इसलिए हमें ऐसी रणनीतियाँ बनानी चाहिए जो इन चुनौतियों का समाधान कर सकें।

जनरल द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी बताया, जिसमें हमने आतंकवादियों और उनके ढांचों पर हमला किया, लेकिन पाकिस्तान के निर्दोष नागरिकों पर नहीं। यह ऑपरेशन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसमें हमने पाकिस्तान को संदेश दिया है कि वह आतंकवाद का समर्थन नहीं करेगी।

इस तरह, जनरल द्विवेदी ने अपने बयानों से यह स्पष्ट किया है कि हमें आतंकवाद का जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहिए और पाकिस्तान को इस मुद्दे पर समझौता करना चाहिए।
 
ट्रंप की बातें बिलकुल अस्थिरता से भरी हैं 🤯, आज को चुनौतियों का सामना कर रहे हैं तो कल क्या जानेगा? 🤔
 
🤣🇮🇳 ट्रंप से बोलते हुए दिवेशी जनरल ने एक मजाकिया बयान किया: "पाकिस्तान को संदेश दिया-हम उनके जैसे नहीं" 🤪

[गिफ्टेड फीचर: एक दिवेशी जनरल की मुस्कान वाला गिफ्टेड फीचर]

मुझे लगता है ट्रंप हमारे साथ खेल रहे हैं! 🎲
 
दुनिया में जो हाल ही में हुआ है और ऐसे खतरे बढ़ रहे हैं ... 🚨😬 पाकिस्तान के साथ शांति समझौते का दावा करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौते करवाने का दावा किया है, लेकिन जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने इस पर तंज किया है। यह तो बहुत ही चिंताजनक है ... 🤕

अगर अमेरिकी राष्ट्रपति की बात मान लें तो पाकिस्तान को भारत की जीत मानने की जरूरत होगी, लेकिन जनरल द्विवेदी ने कहा कि हमने सिर्फ आतंकियों और उनके ढांचों को निशाना बनाया, जबकि पाकिस्तान के निर्दोष नागरिकों पर हमला नहीं किया गया। यह तो बहुत ही उचित बात है ... 🙏

लेकिन इस तरह की गलतियाँ और भ्रम पैदा करने वाले बयान अक्सर दुनिया में खतरे की स्थिति बना रह सकते हैं ... 😬 इसलिए, हमें इसे ध्यान में रखना चाहिए और अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए।
 
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बारे में तो हमेशा ऐसे बयान सुनकर मुस्कराते रहते हैं जो सिर्फ खेल के लिए होते हैं। यह तो दिखाई देता है कि वे अपनी राजनीति को बढ़ावा देने के लिए बिना सोचे-समझे बयान करते हैं 🤔

लेकिन आज भी उनके इस तरह के बयान ने जनरल उपेन्द्र द्विवेदी को ध्यान में रखा है। और तो भी अच्छा, क्योंकि जनरल जी ने अपने बयान से हमें सच्चाई बताई है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को बात करते हुए, वे कह रहे थे कि पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन नहीं करने वाले हमारे देश में आमने-सामने होने का मौका नहीं मिलेगा। यही सच्चाई है! 🙌
 
अमेरिका की राजनीति में ऐसे कई ऐसे दिन होते हैं जब हमें लगता है कि वास्तविकता और झूठ तो यहीं अलग हो गए हैं। डोनाल्ड ट्रंप के बयानों पर जनरल द्विवेदी का जवाब सुनने से मुझे यह सवाल आता है कि हमारी देशभक्ति और विश्वास क्या है? 🤔

तो दूसरी ओर, ऑपरेशन सिंदूर जैसे मौकों पर जब हमें अपनी सैन्य ताकत और नीतियों पर गर्व करना चाहिए, तब भी लोग खुद को प्रशंसित करते हैं और दूसरों को अपनी गलतियों के लिए दोषी ठहराते हैं। यह कैसे जिम्मेदारी है? 😬

लेकिन मेरा सवाल यह नहीं है कि हमें अपने नेताओं से उम्मीद करनी चाहिए या नहीं, बल्कि यह है कि हमें अपनी स्वतंत्रता और सम्मान पर विश्वास करना चाहिए। जितना आप एक दूसरे पर भरोसा करोगे, उतनी ही आपको सच्चाई की खोज करनी होगी। 💪

यही मेरी बात, जनरल द्विवेदी की हमारी सैन्य ताकत और नीतियों पर गर्व करने का प्रमाण। 🙏
 
तो यार, तो यह बहुत ही दिलचस्प बात है 🤔। अगर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप वाकई से भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौता करवा चुके हैं, तो क्या यह सच है? 🙄

लेकिन, अगर ऐसा है तो फिर जनरल द्विवेदी की बातें सुनने में गलत लगती हैं नहीं? 😂 वह तो खुद जानता है कि ऑपरेशन सिंदूर में क्या हुआ था, और वह यह भी बताता है कि पाकिस्तान के निर्दोष नागरिकों पर हमला नहीं किया गया। तो फिर क्या ट्रंप के दावे सच हैं? 🤷‍♂️

मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा सवाल है, और इसका जवाब सिर्फ जनरल द्विवेदी या ट्रंप जानते हैं। लेकिन, अगर हमारे सेना में कुछ नहीं बोलते तो क्या होता? 🤔
 
ट्रंप की बातें सुनने से पहले सोच लो कि ये वाकई हमारे पड़ोसी पाकिस्तान की समस्या तो नहीं? 🤔

लेकिन जनरल द्विवेदी जी ने हंस कर कहा कि आज की चुनौतियों से कल की चुनौतियों का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। उनकी बात में सच्चाई है कि हमें आने वाली खतरों को समझने की जरूरत है। 🚨

और यह भी सच है कि जनरल द्विवेदी जी ने पाकिस्तान के साथ अपना संदेश दिया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें उनके खिलाफ लड़ने की जरूरत नहीं। 🤝

ऑपरेशन सिंदूर की बात करते हुए, यह सच है कि हमने आतंकियों और उनके ढांचों पर हमला किया। लेकिन पाकिस्तान को यह संदेश देना जरूरी था, क्योंकि वे हमारे जैसे नहीं हैं। 🌟
 
ਅਮਰੀਕਾ ਦੇ ਰਾਸ਼ਟਪਤੀ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਬਹੁਤ ਹੀ ਵਿਰੋਧਪੂਰਨ ਦਾਅਵੇ ਕਰਨ ਲਈ, ਮੈਂ ਸਵਾਲ ਉੱਠਾਂਗਾ ਕਿ ਫਿਰ ਭੀ ਆਪ ਇਹ ਦਾਅਵੇ ਕਰ ਸਕਣਗੇ? 😏

ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਲੋਕ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਦਿੱਸਦੀਆਂ ਨੀਂਦੀਂ ਅਤੇ ਬਚੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਨੂੰ ਵਧੇਰੇ ਮੰਨਣਾ ਸ਼ੁਰੂ ਕਰ ਦਿੰਦੇ ਹਨ। ਪਰ ਲੱਗਦਾ ਹੈ ਅਮਰੀਕਾ ਆਪਣੀਆਂ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਤੱਤ ਵਿਚ ਕਦੇ ਖੁੰਝੀ ਨਹੀਂ। 😊
 
😏 यह तो बहुत दिलचस्प है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से एक बार कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौता करवाया है, लेकिन जनरल द्विवेदी का जवाब बहुत ठोस और स्पष्ट है। 🤔

मुझे लगता है कि जनरल द्विवेदी ने सही कहा है, आने वाली खतरे अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता और धुंधलेपन से भरे हैं. हमें अपनी सेना और नीतियों पर बहुत सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि हमें आतंकवाद का जवाब देने में मदद मिल सके। 💪

और जनरल द्विवेदी की बात है, 'पाकिस्तान को संदेश दिया-हम उनके जैसे नहीं.' यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन नहीं करने के लिए मजबूर करें, और हमारी सेना और नीतियों के माध्यम से उन्हें धमकी दी। 😎
 
ट्रंप की बातें अक्सर सुनकर मुझे लगता है कि वे खुद क्या समझ रहे हैं? 🤔 वह हमेशा ऐसे बयान करते हैं जैसे अगर उनकी सरकार अच्छी नहीं थी, तो उन्होंने अच्छाई से बदली। लेकिन जब बात आती है भारत-पाकिस्तान के बीच शांति समझौते, तो वे खुद क्या जानते हैं? 🤷‍♂️ मुझे लगता है कि अगर जनरल द्विवेदी ने उनकी बात नहीं सुनी, तो हमें अभी तक कई आतंकवादी हमलों का सामना करना पड़ा।
 
Back
Top