जीवन में कई बार ऐसे मौके आ जाते हैं जब आपको पैसों की तत्काल जरूरत होती है। ऐसे में लोगों के पास तुरंत पैसों की जुगाड़ के लिए कुछ लिमिटेड विकल्प ही उपलब्ध होते हैं। इन विकल्पों में पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल और बैंक ओवरड्राफ्ट जैसे ऑप्शन लोगों के पास होते हैं।
पर्सनल लोन का चयन ऐसे वक्त में करना चाहिए जब आपको एकमुश्त बहुत बड़ी राशि की जरूरत हो। जैसे कि शादी-विवाह, उच्च शिक्षा, घर खरीदना और किसी मेडिकल इमरजेंसी में आप पर्सनल लोन का चयन कर सकते हैं। बैंक आपकी आर्थिक स्थिति और सिबिल स्कोर की पूरी पड़ताल करके आपका पर्सनल लोन पास कर देती है। जिस पर आपको हर महीने एक फिक्स राशि बैंक को ब्याज सहित भुगतान के रूप में देना होता है।
बैंक ओवरड्राफ्ट एक खास तरह की बैंकिंग सुविधा है, जिसका लाभ बैंक अपने सबसे विश्वासी और जिम्मेदार ग्राहकों को देती है। इसके तहत आपके सेविंग या करेंट अकाउंट में जितने पैसे जमा हैं, बैंक आपको उससे ज्यादा पैसे निकालने की इजाजत देता है। हालांकि, इस सुविधा के लिए बैंक आपसे ब्याज लेता है।
उदाहरण के लिए, अगर आपके बैंक खाते में 50,000 रुपये हैं और बैंक ने आपको 20,000 की ओवरड्राफ्ट लिमिट दी है, तो आप अपने बैंक से 70,000 रुपये की निकासी कर सकते हैं। बैंक ओवरड्राफ्ट का इस्तेमाल ऐसे लोगों को करना चाहिए जिन्हें कुछ ही समय के लिए पैसों की जरूरत है। साथ ही, जो तय समय के अंदर ही राशि लौटा सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके आप तुरंत ही सामान खरीद सकते हैं और अगले महीने इसका भुगतान कर सकते हैं। प्रत्येक क्रेडिट कार्ड की अपनी एक लिमिट होती है, उसी अनुसार आप खरीदारी या बिल का भुगतान कर सकते हैं। अगर आप फिक्स सैलरी पाते हैं और आपको पता है कि, अगले महीने आप क्रेडिट कार्ड की राशि का भुगतान कर सकते हैं।
इस स्थिति में आपको क्रेडिट कार्ड यूज करना चाहिए। अगर आपकी वित्तीय स्थिति स्टेबल नहीं हैं, तो, आपको क्रेडिट कार्ड से दूरी बनानी चाहिए। समय पर भुगतान ना करने पर आपको ब्याज के रूप में मोटी रकम देनी पड़ती है। हालांकि, आपको किसी भी विकल्प का चयन करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लेनी चाहिए।
पर्सनल लोन का चयन ऐसे वक्त में करना चाहिए जब आपको एकमुश्त बहुत बड़ी राशि की जरूरत हो। जैसे कि शादी-विवाह, उच्च शिक्षा, घर खरीदना और किसी मेडिकल इमरजेंसी में आप पर्सनल लोन का चयन कर सकते हैं। बैंक आपकी आर्थिक स्थिति और सिबिल स्कोर की पूरी पड़ताल करके आपका पर्सनल लोन पास कर देती है। जिस पर आपको हर महीने एक फिक्स राशि बैंक को ब्याज सहित भुगतान के रूप में देना होता है।
बैंक ओवरड्राफ्ट एक खास तरह की बैंकिंग सुविधा है, जिसका लाभ बैंक अपने सबसे विश्वासी और जिम्मेदार ग्राहकों को देती है। इसके तहत आपके सेविंग या करेंट अकाउंट में जितने पैसे जमा हैं, बैंक आपको उससे ज्यादा पैसे निकालने की इजाजत देता है। हालांकि, इस सुविधा के लिए बैंक आपसे ब्याज लेता है।
उदाहरण के लिए, अगर आपके बैंक खाते में 50,000 रुपये हैं और बैंक ने आपको 20,000 की ओवरड्राफ्ट लिमिट दी है, तो आप अपने बैंक से 70,000 रुपये की निकासी कर सकते हैं। बैंक ओवरड्राफ्ट का इस्तेमाल ऐसे लोगों को करना चाहिए जिन्हें कुछ ही समय के लिए पैसों की जरूरत है। साथ ही, जो तय समय के अंदर ही राशि लौटा सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके आप तुरंत ही सामान खरीद सकते हैं और अगले महीने इसका भुगतान कर सकते हैं। प्रत्येक क्रेडिट कार्ड की अपनी एक लिमिट होती है, उसी अनुसार आप खरीदारी या बिल का भुगतान कर सकते हैं। अगर आप फिक्स सैलरी पाते हैं और आपको पता है कि, अगले महीने आप क्रेडिट कार्ड की राशि का भुगतान कर सकते हैं।
इस स्थिति में आपको क्रेडिट कार्ड यूज करना चाहिए। अगर आपकी वित्तीय स्थिति स्टेबल नहीं हैं, तो, आपको क्रेडिट कार्ड से दूरी बनानी चाहिए। समय पर भुगतान ना करने पर आपको ब्याज के रूप में मोटी रकम देनी पड़ती है। हालांकि, आपको किसी भी विकल्प का चयन करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लेनी चाहिए।