UN COP30: ब्राजील में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन स्थल पर लगी आग, 21 घायल; बाहर निकाले गए हजारों लोग

ब्राजील में चल रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन स्थल पर लगी आग, 21 घायल।

आग दोपहर 2 बजे लगी और इसे नियंत्रित करने में पूरी तरह से 6 मिनट लगे। आग लगने के बाद सुरक्षा फुटेज में देखा गया कि आग ने पवेलियन की दीवार और छत के अंदर लगे फैब्रिक को जलाया।

आग लगने के बाद कम से कम 21 लोग घायल हो गए। इनमें से 19 लोग धुएं के कारण घायल हुए, वहीं दो लोग घबराहट के चलते।

आग लगने के बाद हजारों प्रतिनिधि, अधिकारी, पत्रकार और कर्मचारी सुरक्षा के लिए बाहर की ओर दौड़ पड़े, वहीं मौके पर मौजूद हजारों लोगों को तेजी से बाहर निकाला गया। आग लगने के बाद प्रभावित क्षेत्र को सील कर बड़े शीट से ढक दिया गया और प्रतिभागियों को क्रमवार बुलाकर उनके पासपोर्ट और जरूरी सामान लौटाया गया।

आग लगने के बाद प्लेनरी सत्र को अब शुक्रवार तक स्थगित कर दिया गया है, जबकि स्थल को फिर से खोला गया।

इस घटना ने सम्मेलन की वैश्विक जलवायु कार्रवाई को तेज करने और पुराने वादों को वास्तविक परिणाम में बदलने की महत्वपूर्णियता पर प्रश्न उठाए हैं।
 
🤔 आग लगने से पहले हमें तो सुरक्षित तौर पर बैठकर देखें था, फिर तो यह तो बहुत बड़ा मिसाल है! 🚒 पानी की खुराक ठीक से नहीं हुई, या फिर कोई भूल गया? 😔 आग लगने के बाद तो हमारी दुनिया तो उल्टी दिशा में चल गई। 🌪️ इस तरह की घटनाओं से हमें वास्तविक परिणामों तक पहुंचने की जरूरत है, नहीं तो आग लगने की बात ही क्या है? 🔥
 
🔥😱 यह घटना बहुत ही दुखद है, 21 लोग घायल, यह सोचकर मन खुश नहीं होता। आग लगने के बाद नियंत्रण करने में 6 मिनट लगे, यह बहुत बड़ा समय है। और जब आग लगने के बाद भी पवेलियन की दीवार और छत के अंदर लगे फैब्रिक को जलाया, तो यह बहुत ही अनिश्चितता भरा माहौल बन गया। 🤯

लेकिन इस घटना ने हमें एक बात सोचने पर मजबूर किया है, कि क्या हमारे पास जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर काम करने की ताकत है? और हम यहां तक पहुंच गए हैं कि, सम्मेलन की वैश्विक जलवायु कार्रवाई को तेज करने और पुराने वादों को वास्तविक परिणाम में बदलने की महत्वपूर्णियता पर क्या सोच रहे हैं? 🤔
 
मैंने हाल ही में दिल्ली में एक नई चाटवाला खोला, वहीं बात करते हुए, उसकी मसालेदार आलू टिक्की मुझे बहुत पसंद आयी, मैं उन्हें कितने भी बनाऊंगा। लेकिन अब जब मैंने इस खबर सुनी, तो मेरा मन दूर चला गया, और मैंने विचार किया कि क्या ब्राजील में जलवायु परिवर्तन के बारे में वास्तव में कुछ किया जा सकता है या नहीं।
 
अरे, ये तो बहुत बड़ी चिंताजनक घटना! जलवायु सम्मेलन में आग लगना और इतने लोग घायल होना... यह तो हमारी दुनिया को खतरे में डाल देने जैसा है। मैं सोच रहा हूँ कि आग ने बहुत जल्दी से फैल गया और 6 मिनट में इसे नियंत्रित करने में असफल होना... तो यह तो बड़ी कमजोरी है। सरकार और आयोग को वास्तविक परिणाम देखने की जरूरत है और जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए एकदम से अलग रणनीति बनानी चाहिए। 🚒💨
 
😱🔥 आग लगने के बाद जैसे सुरक्षा फुटेज देखा गया, तभी लगता है कि हमारी प्लानेटरी सत्र में सिर्फ नेताओं को नहीं बल्कि दूरदर्शिता भी जलती हैं 🤦‍♂️😂
 
🔥🚒😬 6 मिनट बाद फुटेज में देखा गया कि आग ने पवेलियन को पूरी तरह से जला दिया! 🤯 प्लेनरी सत्र पर भी आग लगने से पहले तैयारी नहीं की गई? 😅
 
अगर संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में आग लगना तो इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे विदेशी दोस्त ब्राजील के लोगों को जल्दी से जल्दी फायदा नहीं हुआ। अगर उनकी सरकार ने इतनी सावधानी नहीं बरती तो यह घटना जरूर हुई होती।
 
ये तो बहुत बड़ा घटना है 🤯 आग लगने के बाद से दिल में लू लग रही है, 21 घायल होने से यह तो बहुत बड़ी चिंता की बात है। पवेलियन की दीवार और छत के अंदर फैब्रिक जलाने से यह तो बहुत बड़ा खतरा था। आग लगने के बाद सबकुछ एक्सेस रोड पर खत्म हो गया, लेकिन अच्छी तरह से सुरक्षित रहने वाले लोगों की मुश्किलें कम हुईं। प्रतिभागियों को क्रमवार बुलाकर उनके पासपोर्ट और जरूरी सामान लौटाया गया, यह तो बहुत अच्छा है उन्हें राहत देने की बात है।
 
🔥 यह घटना बहुत ही चिंताजनक है... आग लगने से पहले हमें तय करना होगा कि जलवायु परिवर्तन को लेकर दुनिया भर में एकजुट होना कितना जरूरी है। प्लेनरी सत्र को स्थगित करने से सम्मेलन की महत्ता और गंभीरता का बोध तय हुआ है... 🤔 हमें जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूक रहना चाहिए, और अपने देश भारत में सबसे पहले 100% पवन ऊर्जा से चलने की कोशिश करनी चाहिए। 🌞
 
😔 बहुत दुखद, ब्राजील के संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन पर आग लगना तो एक बड़ा झटका है... 21 घायल, यह जानकर मेरी आंखें डूब गईं... आग लगने के बाद जैसे ही सुरक्षा फुटेज देखा, पवेलियन की दीवार और छत के अंदर लगे फैब्रिक जल गए, यह तो बहुत बड़ा नुकसान है। 🤕

और लोगों को धुएं के कारण घायल होने की बात... मुझे लगता है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या इतनी गंभीर है कि हमें इसके खिलाफ लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। 🔥

लेकिन आग लगने के बाद प्रतिभागियों को सुरक्षित रूप से घर भेजने, उनके पासपोर्ट और जरूरी सामान लौटाने... यह सब बहुत अच्छा दिखाई देता है। मुझे लगता है कि जलवायु परिवर्तन की समस्या को हल करने के लिए हमें एकजुट होने की जरूरत है, और इसके लिए हमें अपने देशों और विश्वभर के लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। 🌎
 
ब्राजील की यह घटना बहुत दुखद है 🤕, आग लगने के बाद जितने लोग घायल हुए, उनके परिवारों को यह सुनना जरूर मुश्किल हो गया है। आग लगने से पहले हमें जलवायु परिवर्तन की गंभीरता के बारे में जागरूक रहना चाहिए। इसमें पूरी दुनिया एक साथ मिलकर तेजी से काम करना होगा, अगर हम जलवायु परिवर्तन को सही तरीके से नहीं रोकेंगे, तो यह बुराई फैल सकती है।
 
अगर आग लगने के बाद भी प्लेनरी सत्र शुक्रवार तक स्थगित कर दिया गया है तो इसका मतलब है कि जिस तरह के वादे बन रहे थे उन्हें अभी भी पूरा नहीं किया गया। और अगर हजारों लोग घायल हुए तो यह बहुत गंभीर समस्या है। हमें जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूक रहना चाहिए और सुरक्षा के बारे में भी सोच-विचार करें।

अगर आग लगने के बाद प्रभावित क्षेत्र को सील करने का यह विचार जरूर है ताकि आग फैल न सके, लेकिन अगर इस तरह की घटनाएं तब तक दुर होने की ज्यादा नहीं हैं तो इसका मतलब यह भी है कि सम्मेलन में कुछ ठीक से नहीं चल रहा।
 
😱 यह घटना बहुत बड़ा झटका है जलवायु सम्मेलन के लिए 😔। आग लगने से पहले हमारी दुनिया में तेजी से बदलाव आ रहा है और इसके बाद भी कई जगहों पर जलवायु परिवर्तन की समस्या बनी हुई है। यह घटना ने जरूर सोचने पर मजबूर किया है कि हम जलवायु परिवर्तन के प्रति कैसे तैयार और जागरूक हैं? 🤔
 
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