अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एशिया दौरे के दौरान कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बयान दिए हैं। उन्होंने कहा है कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से तभी मिलेंगे जब किसी समझौते की संभावना होगी। ट्रंप ने कहा है कि पुतिन से उनके हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन मौजूदा हालात निराशाजनक हैं। उन्होंने बताया है कि उन्होंने अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच समझौता कराया था, जो बहुत कठिन था।
उन्होंने कहा है कि उन्हें उम्मीद थी कि रूस-यूक्रेन विवाद आसानी से सुलझ जाएगा, लेकिन ज़ेलेंस्की और पुतिन के बीच गहरी नफरत के कारण ऐसा नहीं हो सका। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं और उन्होंने अपने किसानों के हितों की रक्षा करने का बयान दिया है।
उन्होंने कहा है कि चीन ने रूसी तेल की खरीद में काफी कटौती की है और भारत ने इसे पूरी तरह रोक दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने फेंटानिल की समस्या पर भी चर्चा करेंगे, जो चीन से आता है और अमेरिका में कई लोगों की जान ले रहा है।
पश्चिम एशिया में इस्राइल और हमास के बीच दो साल से अधिक समय से जारी हिंसक संघर्ष के बाद गाजा पट्टी पर संघर्षविराम को लेकर ट्रंप ने कहा, 'यह कायम रहेगा।' उन्होंने कहा है कि अगर यह नहीं टिकता, तो हमास को जल्द ही कड़ा जवाब मिलेगा।
ट्रंप ने बताया है कि हमास ने कुछ आपराधिक तत्वों को खत्म करने का आश्वासन दिया है और उम्मीद है कि वह अपने वादे पर कायम रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर हमास ने समझौते का उल्लंघन किया, तो उसे “बहुत बड़ी समस्या” का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा है कि उन्हें उम्मीद थी कि रूस-यूक्रेन विवाद आसानी से सुलझ जाएगा, लेकिन ज़ेलेंस्की और पुतिन के बीच गहरी नफरत के कारण ऐसा नहीं हो सका। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं और उन्होंने अपने किसानों के हितों की रक्षा करने का बयान दिया है।
उन्होंने कहा है कि चीन ने रूसी तेल की खरीद में काफी कटौती की है और भारत ने इसे पूरी तरह रोक दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने फेंटानिल की समस्या पर भी चर्चा करेंगे, जो चीन से आता है और अमेरिका में कई लोगों की जान ले रहा है।
पश्चिम एशिया में इस्राइल और हमास के बीच दो साल से अधिक समय से जारी हिंसक संघर्ष के बाद गाजा पट्टी पर संघर्षविराम को लेकर ट्रंप ने कहा, 'यह कायम रहेगा।' उन्होंने कहा है कि अगर यह नहीं टिकता, तो हमास को जल्द ही कड़ा जवाब मिलेगा।
ट्रंप ने बताया है कि हमास ने कुछ आपराधिक तत्वों को खत्म करने का आश्वासन दिया है और उम्मीद है कि वह अपने वादे पर कायम रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर हमास ने समझौते का उल्लंघन किया, तो उसे “बहुत बड़ी समस्या” का सामना करना पड़ेगा।