उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड: हिमाचल और कश्मीर में जमने लगी धरती, राजस्थान-बंगाल में भी पारा सामान्य से नीचे

उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड: हिमाचल और कश्मीर में जमने लगी धरती, राजस्थान-बंगाल में भी पारा सामान्य से नीचे।

हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है, जहां तापमान माइनस 7.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। इस मौसम में ऊंचाई वाले इलाकों में पानी की पाइपें जम गई हैं और लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है।

राजस्थान में भी ठंड ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है, जहां तापमान सामान्य से नीचे चला गया है। शिमला और धर्मशाला में न्यूनतम तापमान क्रमशः 8.2 और 8 डिग्री रहा।

उत्तर भारत में शीतलहर की स्थिति और तीव्र हो सकती है, जिसके बारे में मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी की भी संभावना बनी हुई है और मैदानी इलाकों में सुबह-शाम ठंडक बढ़ेगी।

इस मौसम में उत्तर भारत में पारा 2-5 डिग्री नीचे रहेगा, जिसके बाद तापमान में गिरावट देखी जाएगी। नवंबर के मध्य से दिसंबर के आरंभ तक इस मौसम में शीतलहर की स्थिति और तीव्र हो सकती है।
 
🌨️ ठंड का यह मौसम मेरे लिए बहुत भयावह है क्योंकि पारा 2-5 डिग्री नीचे रहता है तो फिर भी खेत में काम करना कैसे होगा, इसीलिए मैं हमेशा प्लास्टिक कपड़े पहनता हूँ और अपने गाय को सुरक्षित रखता हूँ। मुझे लगता है कि सरकार को जल्दी से ऐसे उपकरण विकसित करने चाहिए जिससे ठंड के दौरान खेतों में काम करना आसान हो।
 
यह ठंड का मौसम बहुत बुरा है ... परेशानियाँ भी बढ़ रही हैं हमारे जान-माल की। पहाड़ी इलाकों में पानी की पाइपें जम गए, लोग बाहर निकलने से रोका गया है। ठंड के इस मौसम में शाम को बैठकर गर्मा भी नहीं सकते, यह बहुत दुखद है ...
 
पारा 2-5 डिग्री नीचे आना? यह तो ठंडी सुबहों का मौसम है! लाहौल-स्पीति जिले में -7.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया तापमान, यह तो कोई मजाक नहीं है! ऊंचाई वाले इलाकों में पानी की पाइपें जम गई हैं और लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। राजस्थान में भी ठंड ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है, शिमला और धर्मशाला में 8.2 और 8 डिग्री का न्यूनतम तापमान। 🤣 तो यह तो उत्तर भारत में शीतलहर की स्थिति और तीव्र होने की बात ही नहीं, इसके अलावा बर्फबारी की भी संभावना बनी हुई है! 😱 पारा 2-5 डिग्री नीचे रहना तो ठंडी सुबहों का मौसम है, लेकिन कितनी ठंडी? 🤔
 
क्या लोग अपनी बूढ़ी माँ के लिए इतने धुंधले नजारे बनाते हैं? जैसे हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, कश्मीर… तो सब ठंड में डूबे हुए हैं। लाहौल-स्पीति जिले में -7.4 डिग्री सेल्सियस! यह तो दिवाली का ढुल्ला: पानी की पाइपें जम गई, लोग बाहर निकलना नहीं सकते। और राजस्थान में भी ठंड ने अपना गैर मोह ज़ोर दिया है। शिमला, धर्मशाला में तापमान 8 डिग्री से कम! यह तो कोई बड़ा मौसम नहीं है, बस कुछ गर्म कपड़े पहन लेते हैं तो ठीक है? 😒
 
मैंने कल रात बाहर घूमने गया था तो पूरी तरह जमीन पर पड़ी थी, बिल्कुल नहीं चल सका मेरा फोन तो भी खराब हो गया था। मुझे लगा कि यह ठंड तेज़ जा रही है और मैं सुबह जल्दी से घर आना चाहता था, लेकिन पूरे रास्ते पर बर्फ जम गई थी।

मेरी दोस्त का पैर पड़ने लगा था, वह तो बहुत भ्रमित हुई थी, शायद पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। मैंने उसे तुरंत घर ले जाने की सलाह दी, तभी मेरे साथी ने कहा कि हमें अपने घरों पर ही रहना चाहिए।

अब मुझे लग रहा है कि शीतलहर तेज़ हो रही है, क्या यह ठंड बढ़ेगी, या फिर पूरी तरह जमीन पर पड़ जाएगी। कोई बताए, मैंने अपने फोन से पता नहीं लगाया है।
 
अरे वाह, यह ठंड भी नहीं रुकना चाहती, सबसे पहले पानी की पाइपें जम जाती हैं तो फिर लोग बाहर निकलने से क्यों डरते? हिमाचल और कश्मीर में तो ठंड से भारी बर्फबारी होती है, लेकिन राजस्थान में तो यह ठंड इतनी नहीं हुई, तो फिर क्यों चिंता कर रहे हैं? शीतलहर की स्थिति और तीव्र होने से कोई फर्क पड़ता है, बस लोगों को गर्मी के मौसम में ही ठंडक महसूस होती है, तो फिर यह देखे क्या?
 
नहीं, यह ठंड तो और भी खराब हो गई, जैसा बार-बार होता देखा गया है 🥶 मैं याद करता हूँ जब मेरे बड़े भाई ने गोविंदपुरी से आने वाला पहला ट्रेन में चलना था, वहां कितनी ठंड थी, हमारी दादी ने कहा था कि उस समय तक कश्मीर में तो खेती होने लग गई थी... और अब यह ठंड सिर्फ कश्मीर नहीं लेकिन पूरा उत्तर भारत में जमने लगी है 🌫️ राजस्थान और बंगाल में भी पारा सामान्य से नीचे आ गया है, इससे मुझे थोड़ा डर लगता है। मैं याद करता हूँ जब मेरी माँ की दादी ने हमें कहा था कि जब वे बच्ची थीं, तो ठंड बहुत कम थी, अब यह तो और भी खराब हो गया है... 🙅‍♂️
 
बिहार की मुख्यमंत्री ने बाल यौन हिंसा के खिलाफ कानून बनाने पर फिर से ध्यान केंद्रित किया है, लेकिन पूर्व में भी ऐसा ही किया गया, अब देखिए कि क्या बात चलेगी, पूरे उत्तर भारत में ठंड जैसे ही तापमान 6-7 डिग्री सेल्सियस पर गिर रहा है और पाइपें जम जा रही हैं । यहां तक कि दिल्ली भी धुंधली हो गई है, राजस्थान में शीतलहर लगने के बाद क्षेत्रों में सुबह-शाम ठंडक बढ़ रही है और तापमान 8 डिग्री तक गिर गया है।
 
बहुत बड़ा मुद्दा यह है कि उत्तर भारत में जलवायु परिवर्तन कैसे सामने आ रहा है। हमारे देश के पास बहुत सारे पहाड़ी इलाके हैं जहां ठंड की समस्या और बढ़ रही है। लेकिन इसके पीछे की वजह तो यह नहीं है कि मौसम बदल रहा है, बल्कि हमारी सरकार के पास जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए योजनाएं तैयार करने में देरी हुई है।

अब जब शीतलहर की समस्या बढ़ रही है, तो हमें यह सवाल पूछना चाहिए कि सरकार क्या कर सकती है इसकी रोकथाम। हमें लगता है कि सरकार को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक बड़ा बजट तैयार करना चाहिए और इसके लिए जरूरी स्ट्रेटजी बनानी चाहिए।

और यह भी सवाल उठता है कि सरकार हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए क्या सलाह दे रही है? हमें लगता है कि सरकार को हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए जरूरी प्राथमिकताएं देनी चाहिए और इसके लिए जरूरी उपकरण तैयार करने चाहिए।

हमारा मानना है कि जलवायु परिवर्तन एक बड़ा मुद्दा है जिस पर हमें ध्यान देना चाहिए। हमें लगता है कि सरकार को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक बड़ा प्रयास करना चाहिए और इसके लिए जरूरी समर्थन देना चाहिए।
 
मेरा दिल ठंड लग रहा है 🥶 मैंने कल रात अपनी माँ-बहनों को खाना खिलाने में देखा था, उनके पास गर्मी लग रही थी, लेकिन जब वे बाहर निकले, तो उनके चेहरे पर ठंडक का अंदाज़ ही हुआ 😂। मैंने सोचा कि शायद मुझे खाना खिलाने का काम दिया जाए, लेकिन फिर मेरे मन में आया कि नाहीं तो, मैं अपनी पत्नी को ठंड लगवाऊँगा, वह हाल ही में गर्भवती हुई थी, और उसके पास खाना खिलाने की जिम्मेदारी साफ़ ही होनी चाहिए 🤯। लेकिन फिर सोचते-सोचते, मैंने महसूस किया कि ठंड बहुत ज्यादा हो रही है, और मुझे अपने घर में रहने का निश्चय करना चाहिए, ताकि मेरी पत्नी की सेहत अच्छी रहे।
 
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