'हमें घुसपैठियों के वोट नहीं चाहिए, हम तो लखपति दीदी...', राहुल-तेजस्वी पर अमित शाह का तंज

राहुल-तेजस्वी पर अमित शाह ने घुसपैठियों से लैस वोटों का जिक्र करते हुए कहा, हमें उन्हें अपना वोट बैंक नहीं चाहिए। हम तो युवाओं और लखपति दीदी से जीतने आए हैं।

अमित शाह ने कहा, पहले चरण में ही लालू की पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया। चुनाव के पहले चरण में ही तय हो चुका है कि बिहार में एनडीए की सरकार बनने वाली है। बिहार में जंगलराज फिर लौट आएगा, जरा सी भी गलती हुई तो...

उन्होंने कहा, घुसपैठिए हमारे युवाओं की नौकरियां छीन रहे हैं, गरीबों के हिस्से के राशन में अपना हिस्सा ले रहे हैं और साथ ही देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन रहे हैं। राहुल और तेजस्वी जो करना चाहें, उन्हें करने दें। हम बिहार और देश से एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर निकालेंगे।

जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, आप पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार को बार-बार वोट दिया है और बहुत बदलाव आया है। अगले पांच साल में हम पूरे बिहार को विकसित राज्य बनाने का काम करेंगे। एनडीए के खिलाफ एक महाठगबंधन भी लड़ रहा है, लेकिन वे हमारे खिलाफ कम और एक-दूसरे के खिलाफ ज्यादा लड़ रहे हैं।

उन्होंने याद दिलाते हुए कहा, जब सोनिया-मनमोहन की सरकार थी, तब आतंकवादी देश में घुसकर हमारी धरती को लहूलुहान करके भाग जाते थे. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आई तो स्थिति बदल गई. उरी में हमला हुआ, तो हमने सर्जिकल स्ट्राइक की। पुलवामा हमले के बाद हमने एयरस्ट्राइक की। पहलगाम में हमारे यात्रियों को धर्म पूछकर मारा तो 22 दिन के भीतर ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में घुसकर हमने आतंकियों का सफाया किया।

अमित शाह ने लालू और सोनिया पर कटाक्ष करते हुए कहा, लालू यादव अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री है और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं। कोई वैकेंसी नहीं है, इसलिए निरर्थक प्रयास मत कीजिए।
 
अरे वाह! अमित शाह जी को लगता है कि बिहार में एनडीए की सरकार बनने वाली है? तो फिर देखो, बिहार की सरकार बनने से पहले तो वहां कुछ नहीं होता, आज भी वहां कुछ नहीं होगा। लेकिन अमित जी की बात सुनकर लगता है कि उनकी पार्टी में भी कुछ ठीक नहीं है। घुसपैठिए और वोटों के बारे में बात करते हुए, तो यह तो किसी भी पार्टी की बात है!
 
अरे यार, यह तो बहुत अच्छा है कि अमित शाह जी ने बिहार में एनडीए की सरकार बनने वाली है, लेकिन मुझे लगता है कि यह भी एक अच्छा मौका है कि हम अपने युवाओं और गरीबों को उनकी जरूरतों के अनुसार सेवाएं दिलाने का प्रयास करें। और जो बात कही है कि हम बिहार में एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर निकालेंगे, यह तो बहुत अच्छी बात है।
 
नामुमकिन है कि 2019 के चुनावों को फिर से लड़ें, लेकिन दिल्ली में भ्रष्टाचार वाली सरकार का पूरा समर्थन करना? 😒 अमित शाह की बातें सुनकर लगता है कि पाकिस्तान और चीन के घुसपैठिए हमारे देश में फिर से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इतनी बड़ी संख्या में घुसपैठिए तो आतंकवाद का खतरा नहीं है, बल्कि हमारे युवाओं की नौकरियां और गरीबों के राशन की दुर्गति का खतरा है। 🤦‍♂️
 
अरे दोस्त 🤔, ये राहुल-तेजस्वी पर अमित शाह की बात तो बहुत ही घमंडनाक लग रही है 😒। क्या सचमुच हमारे युवाओं और गरीबों को अपने वोट बैंक में रखने के लिए बेचारे घुसपैठियों को मजबूर करने की जरूरत है? 🤷‍♂️ #नहींटो,हमारे देश को बदलने का सही तरीका तो हम अपनी जनशक्ति और सामाजिक न्याय से ही बदल सकते हैं! 💪 #दिलतोतहना,#वोटबैंक नहीं!
 
મને લાગ્યું છે કે આપણે તો રાહુલ-તેજસ્વીને એટલામાં અર્થ ન આપીએ, ઘણી કહેવતમાંથી ભાગ લેવા જોઈએ, 'યુવાનોને અર્થ આપીશ'... પણ ક્યાંથી તેમને જોઈએ?
 
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