बिहार में नडीए की हार का मुख्य कारण यह नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में नडीए गठित हुआ था, बल्कि यह यह है कि विपक्षी दलों ने अपने संगठनात्मक और राजनीतिक ढांचे को तेज गति से विकसित नहीं किया।
बिहार में 2020 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अल्पमत में ही 40 सीटें जीतीं, जबकि महागठबंधन ने 150 सीटें हासिल कीं। इस तरह का परिणाम तब सामने आया जब महागठबंधन के नेताओं ने अपने दलों को एकजुट करने में असफल रहे, जबकि बीजेपी ने अपने समर्थकों और समर्थन वालों को एकजुट कर लिया।
इस चुनाव के परिणाम से यह साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संगठनात्मक और राजनीतिक ताकत बिहार में बहुत अधिक थी, जबकि विपक्षी दलों ने अपनी ताकत को कम कर दिया।
बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अल्पमत में ही जीत हासिल की, जबकि महागठबंधन ने बेहतर परिणाम दिखाए। इस तरह का परिणाम तब सामने आया जब महागठबंधन के नेताओं ने अपने दलों को एकजुट करने में असफल रहे, जबकि बीजेपी ने अपने समर्थकों और समर्थन वालों को एकजुट कर लिया।
इस चुनाव के परिणाम से यह साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संगठनात्मक और राजनीतिक ताकत बिहार में बहुत अधिक थी, जबकि विपक्षी दलों ने अपनी ताकत को कम कर दिया।
बिहार में 2015 के विधानसभा चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एकजुट महागठबंधन को हराया, जबकि समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। इस तरह का परिणाम तब सामने आया जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने समर्थकों और समर्थन वालों को एकजुट कर लिया, जबकि विपक्षी दलों ने अपनी ताकत को कम कर दिया।
इस चुनाव के परिणाम से यह साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संगठनात्मक और राजनीतिक ताकत बिहार में बहुत अधिक थी, जबकि विपक्षी दलों ने अपनी ताकत को कम कर दिया।
बिहार में 2020 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अल्पमत में ही 40 सीटें जीतीं, जबकि महागठबंधन ने 150 सीटें हासिल कीं। इस तरह का परिणाम तब सामने आया जब महागठबंधन के नेताओं ने अपने दलों को एकजुट करने में असफल रहे, जबकि बीजेपी ने अपने समर्थकों और समर्थन वालों को एकजुट कर लिया।
इस चुनाव के परिणाम से यह साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संगठनात्मक और राजनीतिक ताकत बिहार में बहुत अधिक थी, जबकि विपक्षी दलों ने अपनी ताकत को कम कर दिया।
बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अल्पमत में ही जीत हासिल की, जबकि महागठबंधन ने बेहतर परिणाम दिखाए। इस तरह का परिणाम तब सामने आया जब महागठबंधन के नेताओं ने अपने दलों को एकजुट करने में असफल रहे, जबकि बीजेपी ने अपने समर्थकों और समर्थन वालों को एकजुट कर लिया।
इस चुनाव के परिणाम से यह साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संगठनात्मक और राजनीतिक ताकत बिहार में बहुत अधिक थी, जबकि विपक्षी दलों ने अपनी ताकत को कम कर दिया।
बिहार में 2015 के विधानसभा चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एकजुट महागठबंधन को हराया, जबकि समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। इस तरह का परिणाम तब सामने आया जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने समर्थकों और समर्थन वालों को एकजुट कर लिया, जबकि विपक्षी दलों ने अपनी ताकत को कम कर दिया।
इस चुनाव के परिणाम से यह साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संगठनात्मक और राजनीतिक ताकत बिहार में बहुत अधिक थी, जबकि विपक्षी दलों ने अपनी ताकत को कम कर दिया।