आंध्रप्रदेश की तरफ बढ़ रहा चक्रवात मोन्था: 28 अक्टूबर को 90–100 kmph की रफ्तार से टकरा सकता है; सेना को स्टैंडबाय पर रखा गया

चक्रवात मोन्था के लगातार पास आने की वजह से आंध्रप्रदेश के कई शहरों में तेज बारिश जारी है। बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात मोन्था आंध्रप्रदेश की तरफ बढ़ रहा है। यह 28 अक्टूबर की शाम या रात को आंध्रप्रदेश के काकीनाड़ा के पास तट से टकरा सकता है। तूफान के दौरान 90-100 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
 
बच्चों को घर पर ही रहने का मौका नहीं मिलना सही नहीं है, लेकिन तूफान की वजह से बाहर जाना तो बिल्कुल भी नहीं चाहिए, यह तो उनकी सुरक्षा के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है 🚨. मेरे बच्चों को हमेशा से तूफान या भारी बारिश के दौरान घर पर ही रहने की सलाह मिलती है। और अगर कोई परिस्थिति ऐसी नहीं होती तो उनके लिए स्कूल या खेल के मैदान जाने का विकल्प भी कम ही होगा। आंध्रप्रदेश के बच्चों को यह जरूर ध्यान रखना चाहिए कि उनके पास बारिश के दौरान स्कूल या कॉलेज में शिक्षा नहीं मिल सकती। इससे उनकी पढ़ाई और खेल के विकल्पों पर भी प्रभाव पड़ सकता है 🤔.
 
यह चक्रवात मोन्था बहुत बड़ा खतरा है आंध्रप्रदेश के लिए 🌪️। तेज बारिश से कई शहरों में पानी भर जाएगा, इससे सड़कों और घरों को नुकसान पहुंचेगा। तूफान की वजह से हवाएं बहुत तेज हो सकती हैं, इससे लोगों को चोट लग सकती है। हमें तैयार रहना होगा और अपने परिवार को सुरक्षित रखना होगा। मुझे लगता है कि सरकार ने पहले से ही योजनाएं बनाई होंगी आंध्रप्रदेश के लिए, हमें उम्मीद करनी चाहिए।
 
मैंने जानलेवा चक्रवात मोन्था की बातें सुनी हैं, लेकिन यह तो बहुत ही खतरनाक लगता है। आंध्रप्रदेश में तेज बारिश हो रही है, यह तो बिल्कुल भी अच्छा नहीं है - सूखे के बाद तो ऐसे में लोगों को बहुत परेशानी हो सकती है। तूफान के समय 90-100 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की बात सुनकर मुझे थोड़ा डर लग रहा है, तो लोगों को घरों से निकलना चाहिए, और सुरक्षित जगह पर जाना चाहिए।
 
तूफान मोन्था आ रहा है ... यारो बात करो बारिश तेज होगी, तो शहरों में खलल पहुंचेगी। मेरा क्या ज्ञान, मैंने पढ़ा है कि चक्रवाती तूफान आने से पहले तैयारी होनी चाहिए। आंध्रप्रदेश के लोगों ने देखा होगा की बाढ़ और तूफान से जो दर्द होता है ... तो जल्द से जल्द इमारतें मजबूत बनानी चाहिए, नहीं तो बहुत बड़ा नुकसान होगा।
 
बचपन से मैंने कभी-कभी जो तूफान आ रहा होता है वो आंध्रप्रदेश के लिए बहुत बड़ा मुश्किल होने का संदेह करता था। आज भी ऐसा ही है। यह तूफान मेरे पूर्वजों की तरह कुछ नहीं है, मैंने कभी अपनी जान खो देने वाली तीव्रता नहीं देखी। आंध्रप्रदेश के लोगों को यह तूफान से निपटने की क्षमता होनी चाहिए, कोई सहायता भी सरकार और समाज की ओर से मिल रही हो, खासकर युवाओं को।
 
तो फिर क्यों हुआ इतना बारिश? पहले तो चक्रवात मोन्था आंध्रप्रदेश आने वाला था, फिर चीजें बदल गईं... मुझे लगता है कि प्रशासन ने जल्दी से कदम उठाने चाहिए। हमारे देश में तूफान की तैयारी करना बहुत जरूरी है। मेरे पड़ोसी का घर तेज बारिश से जल गया, उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई... ऐसे में हमें सभी एकजुट होकर मदद करनी चाहिए।
 
मुझे लगता है कि चक्रवात मोन्था के आंध्रप्रदेश पर पड़ने से पहले भी उनके सरकार को जल निवास और शहरीकरण के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। अगर वे इन मुद्दों पर ध्यान नहीं देते हैं तो तो बारिश से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

मेरी राय में चक्रवात की तैयारी के लिए सरकार और नागरिक दोनों को मिलकर काम करना चाहिए। नागरिक को सावधानी बरतनी चाहिए और अपने घरों की सफाई भी करवानी चाहिए ताकि बारिश के दौरान इसका फायदा उठाया जा सके। सरकार को तटीय इलाकों में सुरक्षा तैयार करनी चाहिए और नागरिकों को भी अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए।
 
मॉन्था चक्रवात बहुत ज्यादा खतरनाक लग रहा है... आंध्रप्रदेश में तेज बारिश की संभावना बढ़ गई है, तो लोगों को चिंतित होना चाहिए। तूफान के दौरान बहुत ज्यादा हवाएं चल सकती हैं और तेज बारिश से नालियों में पानी भर सकता है। इस तरह की स्थिति में लोगों को अपने घरों में रहना चाहिए और सभी आवश्यक बातों को पहले से तैयार करनी चाहिए।
 
मुझे चक्रवात मोन्था की बात करने में बहुत दुख है। ये तो फिर से हमारे पास आने वाली कई चक्रवातों जैसा ही होगा। लेकिन इतनी जल्दी आ रही है, तो एक्सप्रेसवे और सड़कों पर कितने भी सावधानियां बरत लें, हमारी बहनों-बहनियों और बच्चों की जान सुरक्षित रखना सबसे जरूरी बात है।

मैं तो याद आता है जब मेरे पिताजी की कहानियाँ सुनता, वे कहते थे कि किसी भी तरह के दुखदायक तूफानों से निपटने के लिए हमारे लोगों की बहादुरी और सहनशक्ति को कभी नहीं कमाना चाहिए।
 
मैंने भी एक बार औरंगाबाद में घूमा, हमेशा ये चक्रवात तो आंध्रप्रदेश और ओडिशा पर पड़ते रहते हैं... बंगाल की खाड़ी में इतनी बर्फ नहीं होती, फिर भी यहाँ से इतना बड़ा तूफान निकलता है... आंध्रप्रदेश के लोग तो बहुत ज्यादा प्रयास कर रहे हैं, तटीय इलाकों में घरों को मजबूत बनाकर, बच्चों को सुरक्षित स्थान पर रखने जैसी चीजें करनी चाहिए... मैंने देखा है तूफान के बाद इतनी बर्फ पड़ती है, फिर भी रास्ते खुल नहीं पाते, हमारे गाँव में भी ऐसा हो सकता है।
 
मैं समझ नहीं पाया, चक्रवात कैसे लगता है आंध्रप्रदेश में तेज बारिश ? तो फिर क्यों बादल बड़े पड़ जाते हैं और रेत भी अच्छी पड़ जाती है ? मेरी माँ कहीं नहीं लग रही जैसे तूफान आ गया है। चुपचाप मुझे इसके बारे में कोई पता होना चाहिए, क्योंकि यह कितना खतरनाक लग रहा है ? 🤔
 
ये तो बहुत बड़ा चक्रवात आ रहा है 🌪️, आंध्रप्रदेश के लोग तैयार होने की जरूरत है। चिंताजनक बात यह है कि ये चक्रवात 90-100 किमी/घंटा की रफ्तार से आने वाली हवाओं से बहुत बड़ी समस्याएँ पैदा कर सकता है। आंध्रप्रदेश के कई शहरों में तेज बारिश जारी है, लेकिन चिंताजनक बात यह है कि चक्रवात के दौरान यह रफ्तार और भी बढ़ सकती है।

आंध्रप्रदेश के लोग अपने घरों से बाहर निकलने से बचें, तो या फिर जितनी जल्दी हो सके घरों में घुस जाएं। अगर आपका घर तटीय इलाके पर है, तो आप वहाँ रहने की चिंता करें। तो आंध्रप्रदेश के लोग बिल्कुल विशेष रूप से खास ध्यान रखें।
 
मॉन्था चक्रवात आंध्रप्रदेश को और भी बुरा मुसीबत में डाल रहा है 🌪️। तेज़ बारिश की वजह से शहरों में पानी भर गया है, और अभी तक चिकित्सा वाहनों में जगह निकल गई है। यह तो एक अच्छा मौका है कि हम अपने घरों को चार दिनों से बंद रख कर आराम करें। 🙄 तो फिर जीपी और पुलिस इतने समय पर नहीं आए, और लोगों ने खुद ही बचाव का प्रयास किया। शायद सरकार तो यही चाहती थी कि हम अपने आप से ही सीखें।
 
तूफान मोन्था की बात आती है तो मुझे थोड़ा चिंतित लगता है। आंध्रप्रदेश के कई शहरों में जारी बारिश से लोगों की जिंदगी बहुत प्रभावित हो सकती है। तूफान की गति इतनी बढ़ गई है कि इसकी वजह से कई जगहों पर पानी भर गया हुआ मिलेगा। 🌪️

मुझे लगता है कि सरकार और निर्वहन विभाग को ऐसे समय में खास तैयारी करनी चाहिए। लोगों को तैयार रहने की जरूरत है। तूफान के बाद जो मरम्मत का काम होना है उसके लिए पहल से पहले काम शुरू करना चाहिए। और स्थानीय लोगों को भी तैयार रहने की जरूरत है, जिससे वे इस बात में मदद कर सकें।
 
तेज बारिश वाले दिनों में बहुत से लोग अपने घरों को बंद कर देते हैं और खूबसूरत जगहों पर जाना पसंद करते हैं 🌊 परन्तु चक्रवात मोन्था नाम की तूफान की वजह से आंध्रप्रदेश की तरफ बढ़ रही है तो फिर ऐसा करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस तेज बारिश की वजह से लोगों को अपने घरों में रहना ही पड़ेगा।
 
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