उत्तर पूर्व की सीमाओं पर सुरक्षा के लिए तैयारी में बढ़ाई जा रही है, जहां सेना अपने जवानों को हर तरह से प्रशिक्षित कर रही है। इस कड़ी में असम राइफल्स ने ड्रोन इंटीग्रेशन और ऑपरेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसका उद्देश्य बल के जवानों की परिचालन तत्परता को और सुदृढ़ करना था।
इस पहल के तहत, असम राइफल्स ने अनमैन्ड एरियल सिस्टम्स (यूएएस) के उपयोग को मजबूत बनाया, जिससे निगरानी, टोही और वास्तविक समय की स्थितिजन्य जागरूकता में सुधार हुआ। इसके अलावा, यह प्रशिक्षण बल के जवानों को ड्रोन का उपयोग करके नए दृष्टिकोणों और तकनीकी साधनों का उपयोग करने की अनुमति देता है, जिससे उनकी परिचालन क्षमता में वृद्धि होती है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने बल के जवानों को नवाचार और कल्पनाशीलता सिखाई, जिससे वे नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो सकें। इसके अलावा, यह प्रशिक्षण उनकी तकनीकी दक्षता को भी सुधारने में मदद करता है, जिससे वे अपने परिचालन कौशल को और सुदृढ़ कर सकते हैं।
इस तरह, असम राइफल्स ने ड्रोन इंटीग्रेशन और ऑपरेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करके बल के जवानों की परिचालन तत्परता और तकनीकी दक्षता को और सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस पहल के तहत, असम राइफल्स ने अनमैन्ड एरियल सिस्टम्स (यूएएस) के उपयोग को मजबूत बनाया, जिससे निगरानी, टोही और वास्तविक समय की स्थितिजन्य जागरूकता में सुधार हुआ। इसके अलावा, यह प्रशिक्षण बल के जवानों को ड्रोन का उपयोग करके नए दृष्टिकोणों और तकनीकी साधनों का उपयोग करने की अनुमति देता है, जिससे उनकी परिचालन क्षमता में वृद्धि होती है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने बल के जवानों को नवाचार और कल्पनाशीलता सिखाई, जिससे वे नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो सकें। इसके अलावा, यह प्रशिक्षण उनकी तकनीकी दक्षता को भी सुधारने में मदद करता है, जिससे वे अपने परिचालन कौशल को और सुदृढ़ कर सकते हैं।
इस तरह, असम राइफल्स ने ड्रोन इंटीग्रेशन और ऑपरेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करके बल के जवानों की परिचालन तत्परता और तकनीकी दक्षता को और सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।